आर्द्रभूमियाँ मानव अस्तित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। वे दुनिया के सबसे अधिक उत्पादक वातावरणों में से हैं, जैविक विविधता पानी और उत्पादकता प्रदान करते हैं जिन पर पौधों और जानवरों की अनगिनत प्रजातियाँ जीवित रहने के लिए निर्भर करती हैं। प्रकृति में आर्द्रभूमि के महत्व को देखते हुए प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ द्वारा विश्व के विभिन्न क्षेत्रों को रामसर स्थल में शामिल किया जाता है।
आर्द्रभूमि क्या है?
आर्द्रभूमि क्षेत्र या वेटलैंड्स धरती के उन स्थलों को कहा जाता है जो की जल से ढके या अंशत घिरे होते है, जल से घिरे दलदली स्थलों को आर्द्रभूमि कहा जाता है। जिसमें जलाशय, झीलें, नदी डेल्टा क्षेंत्र, पंक भूमि, दलदली भूमि, समुद्र के दलदली क्षेत्र शामिल है।
रामसर स्थल क्या है?
आर्द्रभूमियों को संरक्षित करने के लिए 02 फरवरी 1971 को ईरान के रामसर शहर में दुनिया के विभिन्न देशों के मध्य अंतर्राष्ट्रीय संधि की गयी थी जिसके तहत पर्यावरण संरक्षण हेतु दुनिया के विभिन्न आर्द्रभूमि को संरक्षित करने का संकल्प लिया गया था। जिसे रामसर समझौता के नाम से जाना जाता है। भारत के द्वारा इस संधि पर 01 फरवरी 1982 को हस्ताक्षर किया गया था।
रामसर स्थल से संबंधित अति महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत की पहली रामसर स्थल ओड़िशा में स्थित चिल्का झील है।
- चिल्का झील के साथ राजस्थान में स्थित केवलादेव पक्षी अभ्यारण को वर्ष 1981 में रामसर स्थल घोषित किया गया था।
- वर्तमान में पूरे विश्व में 2024 की स्थिति में 2517 रामसर स्थल है।
- प्रतिवर्ष 02 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।
- विश्व की पहली रामसर साइट 1974 आस्ट्रेलिया में स्थित कोबोर्ग पेनिनसुला थी।
- भारत में सबसे अधिक रामसर स्थल तमिलनाडु राज्य में जिसकी संख्या 16 है।
- भारत की सबसे बड़ी रामसर साइट सुंदरबन वेटलैंड है इसका क्षेत्रफल 4230 वर्ग किलोमीटर है।
- भारत की सबसे छोटी रामसर साइट रेणुका वेटलैंड है जिसका क्षेत्रफल 20 हेक्टेयर है यह हिमाचल प्रदेश में स्थित है।
- अगस्त 2024 की स्थिति में भारत में कुल 85 रामसर साइट है।
- भारत के कुल 85 रामसर स्थलों के अंतर्गत कुल 1358.068 हेक्टेयर का क्षेत्रफल सम्मिलित है।
- रामसर साइट में 18 वेटलैंड्स के साथ तमिलनाडु शीर्ष पर, उत्तर प्रदेश 10 वेटलैंड के साथ दुसरे स्थान पर है।
- वर्ष 1981 में 02 साईट को रामसर साईट का दर्जा मिला था उसके बाद वर्ष 1990 में 04, वर्ष 2002 में 13, वर्ष 2005 में 06, वर्ष 2012 में 01, वर्ष 2019 में 11, वर्ष 2020 में 05, वर्ष 2021 में 14, वर्ष 2022 में 19, वर्ष 2024 में भारत के 10 साईट को रामसर स्थल का दर्जा मिला है।
अगस्त 2024 की स्थिति में भारत के सभी रामसर स्थलों की राज्यवार सूची
क्रमांक | रामसर स्थल | राज्य / केन्द्रशासित प्रदेश | शमिल करने का वर्ष |
1 | प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2002 |
2 | करिकिली पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
3 | पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फारेस्ट | तमिलनाडु | 2022 |
4 | पिचवरम मैंग्रोव | तमिलनाडु | 2022 |
5 | कुनथनकुलम पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
6 | मन्नार की खाड़ी समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व | तमिलनाडु | 2022 |
7 | उदयमार्थदपुरम पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
8 | वेदान्थंगल पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
9 | वेलोड पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
10 | वेम्बन्नूर वेटलैंड काम्पलेक्स | तमिलनाडु | 2022 |
11 | चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
12 | सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड काम्पलेक्स | तमिलनाडु | 2022 |
13 | वडुवुर पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
14 | कांजीरंकुलम पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु | 2022 |
15 | कराईवेट्टी पक्षी अभ्यारण | तमिलनाडु | 2024 |
16 | लाॅन्गवुड शोला रिजर्व वन | तमिलनाडु | 2024 |
17 | नंजरायण पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु | 2024 |
18 | काझुवेली पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु | 2024 |
19 | ऊपरी गंगानदी (ब्रजघाट से नरौरा खिंचाव) | उत्तरप्रदेश | 2005 |
20 | नवाबगंज पक्षी अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2019 |
21 | साण्डी पक्षी अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2019 |
22 | समसपुर पक्षी अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2019 |
23 | समन पक्षी अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2019 |
24 | पार्वती अरगा पक्षी अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2019 |
25 | सरसई नावर झील | उत्तरप्रदेश | 2019 |
26 | सुर सरोवर झील /कीथम झील | उत्तरप्रदेश | 2020 |
27 | हैदरपुर वेटलैंड | उत्तरप्रदेश | 2021 |
28 | बखिरा वन्यजीव अभ्यारण्य | उत्तरप्रदेश | 2022 |
29 | हरिके झील | पंजाब | 1990 |
30 | कंजली झील | पंजाब | 2002 |
31 | रोपड़ आर्द्रभूमि | पंजाब | 2002 |
32 | केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्व | पंजाब | 2019 |
33 | व्यास संरक्षण रिजर्व | पंजाब | 2019 |
34 | नांगल वन्यजीव अभ्यारण्य | पंजाब | 2019 |
35 | चिल्का झील | ओडिशा | 1981 |
36 | भितरकनिका मैंग्रोव | ओडिशा | 2002 |
37 | सतकोसिया गार्ज | ओडिशा | 2022 |
38 | टंपारा झील | ओडिशा | 2022 |
39 | हीराकुंड रिजर्व | ओडिशा | 2022 |
40 | अनसुपा झील | ओडिशा | 2022 |
41 | वुलर झील | जम्मू और कश्मीर | 1990 |
42 | होकेरा आर्द्रभूमि | जम्मू और कश्मीर | 2005 |
43 | सुरिंसर और मानसर झील | जम्मू और कश्मीर | 2005 |
44 | हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व | जम्मू और कश्मीर | 2022 |
45 | शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व | जम्मू और कश्मीर | 2022 |
46 | भोज आर्द्रभूमि | मध्य प्रदेश | 2002 |
47 | साख्य सागर | मध्य प्रदेश | 2022 |
48 | शिरपुर आर्द्रभूमि | मध्य प्रदेश | 2022 |
49 | यशवंत सागर | मध्य प्रदेश | 2022 |
50 | तवा जलाशय | मध्य प्रदेश | 2024 |
51 | नालसरोवर पक्षी अभ्यारण्य | गुजरात | 2012 |
52 | थोल झील वन्यजीव अभ्यारण्य | गुजरात | 2021 |
53 | वाधवाना आर्द्रभूमि क्षेत्र | गुजरात | 2021 |
54 | खिजड़िया पक्षी अभ्यारण्य | गुजरात | 2022 |
55 | पोंग बांध झील | हिमाचल प्रदेश | 2002 |
56 | चंदेरटल आर्द्रभूमि | हिमाचल प्रदेश | 2005 |
57 | रेणुका आर्द्रभूमि | हिमाचल प्रदेश | 2005 |
58 | नंदुर मध्यमेश्वर | महाराष्ट्र | 2019 |
59 | लोनार झील | महाराष्ट्र | 2020 |
60 | ठाणे क्रीक | महाराष्ट्र | 2022 |
61 | अष्टमुडी झील | केरल | 2002 |
62 | सस्थमकोट्टा झील | केरल | 2002 |
63 | वेम्बनाड कोल आर्द्रभूमि | केरल | 2002 |
64 | त्सो मोरीरी झील | लद्दाख | 2002 |
65 | त्सो कर आर्द्रभूमि क्षेत्र | लद्दाख | 2020 |
66 | केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान | राजस्थान | 1981 |
67 | सांभर झील | राजस्थान | 1990 |
68 | पूर्व कोलकाता आर्द्रभूमि | पश्चिम बंगाल | 2002 |
69 | सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र | पश्चिम बंगाल | 2019 |
70 | सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान | हरियाणा | 2021 |
71 | भिड़ावास वन्यजीव अभ्यारण्य | हरियाणा | 2021 |
72 | नंदा झील | गोवा | 2022 |
73 | दीपोर बील | असम | 2002 |
74 | कोलेरू झील | आंध्र प्रदेश | 2002 |
75 | आसन कंजर्वेशन रिजर्व | उत्तराखण्ड | 2019 |
76 | पाला आर्द्रभूमि | मिजोरम | 2022 |
77 | काबर ताल झील | बिहार | 2020 |
78 | रूद्रसागर झील | त्रिपुरा | 2005 |
79 | लोकटक झील | मणिपुर | 1990 |
80 | रंगनाथितु वी एस | कर्नाटक | 2022 |
81 | अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व, | कर्नाटक | 2024 |
82 | अघनाशिनी एस्चुएरी | कर्नाटक | 2024 |
83 | मगदी केरे संरक्षण रिजर्व | कर्नाटक | 2024 |
84 | नागी पक्षी अभ्यारण | बिहार | 2024 |
85 | नकटी पक्षी अभ्यारण | बिहार | 2024 |
Ramsar Sites FAQs
(1) विश्व में कुल कितने रामसर साइट है?
वर्तमान में विश्व के 172 देशों में 2517 रामसर स्थल है जिसके अंतर्गत 2,57,289.352 हेक्टेयर भू भाग सम्मिलित हैं।
(2) अब तक भारत में कितने रामसर स्थल घोषित किए गए हैं?
वर्ष 1982 से 2024 तक भारत में 85 रामसर स्थल के रूप में चिन्हांकित किया गया है। वर्ष 2024 में 10 नई आर्दभूमियों को रामसर साइट में जोड़ा गया है।
(3) उत्तरप्रदेश में कितने रामसर स्थल है?
उत्तरप्रदेश में 10 रामसर स्थल है। भारत में दूसरा सबसे अधिक रामसर स्थल यूपी में है। उत्तर प्रदेश का पहला रामसर स्थल ऊपरी गंगानदी (ब्रजघाट से नरौरा खिंचाव) जिसे वर्ष 2005 में रामसर साइट घोषित किया गया था। उत्तरप्रदेश का नवनीनतम रामसर स्थल बखिरा वन्यजीव अभ्यारण है जिसे वर्ष 2022 में रामसर साइट के रूप में चिन्हांकित किया गया है।
(4) किस देश में सबसे ज्यादा रामसर स्थल है?
विश्व में सबसे ज्यादा रामसर साइट यूनाइटेड किंगडम और उत्तरी आयरलैंड में जहां 175 साइटस है जिसके अंतर्गत 1283.040 हेक्टयेर भूभाग सम्मिलित है।
(5) जुलाई 2024 को भारत के कितने वेटलैंड्स को रामसर साइट का दर्जा मिला है?
31 जनवरी 2024 को भारत के 5 वेटलैंड्स को रामसर साइट में शामिल किया गया। इनमें से 02 वेटलैंड तमिलनाडु के और 03 कर्नाटक के हैं।
05 जून 2024 को भारत ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिहार स्थित नागी पक्षी अभ्यारण और नकटी पक्षी अभ्यारण को नवीनतम रामसर स्थल के रूप में नामित किया है।
अगस्त-2024 की स्थिति में भारत में रामसर साईट की कुल संख्या 85 है।
(6) हाल ही में भारत के कितने स्थल को रामसर स्थल का दर्जा दिया गया?
15 अगस्त 2024 को केन्दीय पर्यावरण मंत्री द्वारा भारत के तीन नए रामसर स्थलों (साइट्स) की घोषणा की है। ये तीन नए स्थल हैं तमिलनाडू के नंजरायण पक्षी अभयारण्य और काझुवेली पक्षी अभयारण्य मध्य प्रदेश के तवा जलाशय है। इसके साथ देश में रामसर साइट्स की कुल संख्या 85 हो गई है।
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