इस लेख में बायोस्फीयर रिजर्व, बायोस्फियर रिजर्व के कार्य और अंतर्गत आने वाले जोन, भारत के सभी बायोस्फीयर रिजर्व का विवरण मैप के साथ है।
बायोस्फीयर रिजर्व (Biosphere Reserves) क्या है?
बायोस्फीयर रिजर्व (BR बीआर) स्थलीय, समुद्री और तटीय भाग का एक संरक्षित क्षेत्र हैं, जिसे आनुवांशिक संसाधनों, प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण, वैज्ञानिक अनुसंधान और निगरानी तथा सम्मिलित क्षेत्र के स्थानीय समुदायों के साथ प्रबंधन, जैव विविधता संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के सतत् उपयोग को संतुलित करने के उद्देश्य के लिए गठित किया जाता है।
बायोस्फीयर रिजर्व का उद्देश्य लोगों और प्रकृति के बीच संतुलित संबंध को बढ़ावा देना है। बायोस्फीयर रिजर्व विभिन्न देशों के द्वारा नामित किया जाता है, और यूनेस्को के मानव और बायोस्फीयर कार्यक्रम के तहत् उन्हें मान्यता प्राप्त है तथा वे उन देशों के संप्रभु अधिकार क्षेत्र में रहते हैं जहाँ वे स्थित हैं।
मानव और बायोस्फीयर रिजर्व कार्यक्रम एक अंतर सरकारी वैज्ञानिक पहल के रूप में शुरू किया गया था। जिसका ध्येय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन में अंतः विषय अनुसंधान और प्रशिक्षण का प्रस्ताव के द्वारा लोगों और उनके पर्यावरण के बीच संबंधों को बेहतर और सुदृढ़ बनाना था।
एमएबी रिजर्व की अवधारण 1974 में यूनेस्को के मानव और जीवमंडल (Man and Biosphere) कार्यक्रम के द्वारा शुरू की गई थी और पहले एमएबी रिजर्व दो साल बाद नामित किया गया था।
बायोस्फीयर रिजर्व को यूनेस्को के मानव और जीवमंडल (MAB-ICC) अंतर्राष्ट्रीय समन्वय परिषद के निर्णयों के MAB कार्यक्रम के तहत नामित किया जाता है।
दुनिया में बायोस्फीयर रिजर्व
दुनिया का पहला बायोस्फीयर रिजर्व 1976 में ईरान, नॉर्वे, पोलैंड, थाईलैंड, मोंटेनेग्रो, यूके, उरूग्वे, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेकिरा में स्थापित किया गया था।
वर्तमान में पूरी दुनिया में 136 देशों में 759 बायोस्फीयर रिजर्व है जो इन देशों के 74 लाख 42 हजार वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में विस्तृत है। जो ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के बराबर हैं।
पुरी दुनिया में 275 मिलियन से ज्यादा लोग बायोस्फीयर रिजर्वों के अधीन आने वाले क्षेत्रों में निवास करते है।
बायोस्फीयर रिजर्व का अधिकांश हिस्सा एक ही देश की भूमि और समुद्री सीमाओं के भीरत होता है, 759 बायोस्फीयर रिजर्व में 25 बायोस्फीयर रिजर्व अंतरदेशीय रिजर्व (ट्रांसबाउंड्री रिजर्व) हैं इनमें से प्रत्येक रिजर्व दो या दो से अधिकदेशों के हिस्सों को साझा करते हैं। ज्यादा ट्रांसबाउंड्री रिजर्व यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप में स्थित है।
मुरा-ट्रवा-डेन्यूब (Mura-Drava-Danube) बायोस्फीयर रिजर्व पांच देशों (हंगरी, सर्बिया, ऑस्ट्रिया, क्रोएषिया और स्लोवेनिया) का हिस्सा है। यह विश्व का पहला पांच देशों का बायोस्फीयर रिजर्व (Five-Country Biosphere Reserve) है।
बायोस्फीयर रिजर्व के उद्देश्य, कार्य
- संरक्षण – परिदृष्य, पारिस्थितिकी तंत्र, प्रजातियों और आनुवांशिक विविधता के संरक्षण में योगदान देना
- विकास – आर्थिक और मानव विकास को बढ़ावा देना जो सामाजिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक रूप से टिकाऊ हो
- व्यवस्था (लॉजिस्टिक) – संरक्षण और विकास के स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक मुद्दों से संबंधित अनुसंधान, निगरानी, शिक्षा ओर सूचना के आदान-प्रदान के लिए सहायता प्रदान करना।
बायोस्फीयर रिजर्व के लिए मानदंड
- जैव विविधता संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हो
- प्रमुख जैव भौगोलिक क्षेत्रों के प्रतिनिधि पारिस्थितिक तंत्र को शामिल करें, जिससे मानवीय हस्ताक्षेपों का एक क्रम शामिल हो।
- क्षेत्रीय स्तर पर सतत विकास के दृष्टिकोणों का पता लगाने और प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करना।
- बायोस्फीयर रिजर्व के तीन कार्यों को पूरा करने के लिए उपयुक्त आकार होना
- कोर क्षेत्र, बफर क्षेत्र और बाहरी संक्रमण क्षेत्र का उचित क्षेत्रीकरण शामिल करें।
- जैवमंडल रिजर्व के डिजाइन और कार्यों के कार्यान्वयन में अन्य बातों के साथ स्थानीय समुदायों और निजी क्षेत्रों की उपयुक्त श्रेणी की भागीदारी और संलिप्तता के लिए संगठनात्मक व्यवस्था प्रदान करना
बायोस्फीयर रिजर्व के जोन (क्षेत्र)
बायोस्फीयर रिजर्व में तीन क्षेत्र होते हैं
कोर जोन (core Zone)
कोर जोन बायोस्फीयर रिजर्व का सबसे संरक्षित क्षेत्र है जो इसके मध्य भाग में होता है जिसमें स्थानीक पौधे, वनस्पतियों और वन्य जीवों के लिए उपयुक्त आवास है।
इस क्षेत्र में किसी भी मानवीय गतिविधि की अनुमति नहीं होती है।
जैविक सुमदायों और पारिस्थितिक तंत्रों को कढ़ाई से संरक्षित किया जाता है। इस क्षेत्र में अनुसंधान करने की अनुमति होती है।
बफर जोन (Buffer Zone)
बफर जोन, कोर जोन को घेरता है, बफर जोन कोर जोन और संक्रमण/मुक्त जोन के बीच का भाग होता है।
इस क्षेत्र में सीमित मानवीय गतिविधियों की अनुमति होती है। कोर जोन को किसी भी तरह से नुकसान किये बिना अनुसंधान और षिक्षण गतिविधियों की अनुमति होती है।
बफर जोन के वेस्ट लैंड को विकसित करना, सीमित पर्यटन, मछली पकड़ना आदि की अनुमति होती है।
यहाँ स्थानीय लोगों को संसाधनों को एकत्रित करने के लिए सीमित पहुंच की अनुमति होती है।
संक्रमण/मुक्त क्षेत्र (Transition Zone)
बफर जोन का चारों ओर बायोस्फीयर का सबसे बाहरी भाग संक्रमण/मुक्त क्षेत्र होता है।
इस क्षेत्र में मानव बस्तियों की अनुमति होती है।
कृषि कार्यों, वन प्रबंधन और अन्य आर्थिक गतिविधियों की अनुमति है।
इस क्षेत्र में स्थानीय समुदाय, वैज्ञानिक, प्रबंधन एजेंसी, सांस्कृतिक समूह, आर्थिक हित, संसाधनों के प्रबंधन और सतत् विकास के लिए मिलकर कार्य करते हैं।
यह बायोस्फीयर रिजर्व का सबसे बड़ा भाग होता है।
Biosphere Zone Diagram
![Biosphere Reserve Zone (BR Zone Area) Biosphere Reserves Zone (BR Zone Area)](https://gktimehindi.in/wp-content/uploads/2025/02/Biosphere-Reserves-Zone-BR-Zone-Area-1024x576.jpg)
राष्ट्रीय बायोस्फीयर रिजर्व कार्यक्रम
भारत में राष्ट्रीय बायोस्फीयर रिजर्व कार्यक्रम की शुरूआत 1986 में क्षेत्रों के जैव विविधता के प्रभावी प्रबंधन के लिए स्थानीय समुदायों की भागादारी सुनिश्चित करने और उन क्षेत्रों में सतत् उपयोग के द्वारा स्थानीय लोगों की आजीविका में सुधार लाने के लिए की गई थी।
भारत सरकार उत्तर पूर्वी क्षेत्र के राज्यों और तीन हिमालीय राज्यों को 90ः10 के अनुपात तथा अन्य राज्यों को 60ः40 के अनुपात में इन क्षेत्रों के रखरखाव, सुधार और विकास हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
बायोस्फीयर रिजर्व के लिए राज्य सरकार प्रबंधन कार्य योजना तैयार करती है, जिसे केन्द्रीय एमएबी समिति द्वारा अनुमोदित और निगरानी की जाती है।
भारत में बायोस्फीयर रिजर्व (जीव मंडल निचय)
यूनेस्को के मानव और जीवमंडल कार्यक्रम के तहत् भारत सरकार ने वनस्पति और प्राणियों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
प्रोजेक्ट टाइगर (1973), प्रोजेक्ट एलीफेंट (1992) जैसे विशेष योजनाएं इन जातियों के संरक्षण और आवास को संरक्षित करने के लिए चलायी जा रही है।
वर्तमान में भारत में 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं। इन 18 बायोस्फीयर रिजर्व में से 12 यूनेस्को के मानव और बायोस्फीयर (एमएबी) कार्यक्रम के विश्व बायोस्फीयर रिजर्व नेटवर्क का हिस्सा हैं।
भारत के सभी 18 बायोस्फीयर रिजर्व भारत के सभी जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र की सूची (India all Biosphere Reserves List)
क्रमांक | बायोस्फीयर रिजर्व का नाम | स्थान | राज्य | नामित तिथि |
---|---|---|---|---|
1 | नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व | वायनाड, नागरहोल, बांदीपुर, मुदुमलाई, निलंबूर, साइलेंट वैली और सिरूवली पहाड़ियाँ | केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु | 01.08.1986 |
2 | नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व | चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों के भाग | उत्तराखंड | 18.01.1988 |
3 | नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व | पश्चिमी गारो पहाड़ियाँ का हिस्सा | मेघालय | 01.09.1988 |
4 | ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व | अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सुदूर दक्षिण द्वीप | अंडमान और निकोबार द्वीप समूह | 06.01.1989 |
5 | मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व | तमिलनाडु के उत्तर में रामेश्वरम द्वीप से दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैला हुआ मन्नार की खाड़ी का भारतीय भाग | तमिलनाडु | 18.02.1989 |
6 | मानस बायोस्फीयर रिजर्व | कोकराझार, बोगाई गाँव, बरपेटा, नलबाड़ी, कामरूप व दारांग जिलों के हिस्से | असम | 14.03.1989 |
7 | सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व | गंगा और ब्रम्हापुत्र नदी तंत्र का डेल्टा का हिस्सा | पश्चिम बंगाल | 29.03.1989 |
8 | सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व | मयूरभंज जिले के भाग | ओडिशा | 21.06.1994 |
9 | डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व | डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों के भाग | असम | 28.07.1997 |
10 | दिहांग-देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व | सियाँग और देबाँग जिलों के भाग | अरूणाचल प्रदेश | 02.09.1998 |
11 | पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व | बैतूल, होशंगाबाद और छिंदवाड़ा जिलों के भाग | मध्य प्रदेश | 03.03.1999 |
12 | कंजनजंगा राष्ट्रीय उद्यान बायोस्फीयर रिजर्व | उत्तर और पश्चिम सिक्किम के भाग | सिक्किम | 07.02.2000 |
13 | अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व | केरल में अगस्त्यथीमलाई पहाड़ियाँ (नेय्यर, पेप्पारा और शेंडुरूनी वन्यजीव अभ्यारण्य, कलक्कड़ मुंडनथुराई टाइगर रिजर्व) | केरल, तमिलनाडु | 12.11.2001 |
14 | अचानकमार अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश के अनूपपुर, डिंडोरी तथा छत्तीसगढ़ मरवाही गौरेला पेंड्रा जिले मुंगेली तथा बिलासपुर जिले के भाग | मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ | 30.03.2005 |
15 | कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व | कच्छ का भाग, गुजरात के राजकोट, सुंदरनगर और पाटन जिलों का हिस्सा | गुजरात | 29.01.2008 |
16 | कोल्ड डेजर्ट (ठंडा रेगिस्तान) बायोस्फीयर रिजर्व | पिन वैली राष्ट्रीय उद्यान और आसपास, चंद्रताल और सारचू एवं किब्बर वन्यजीव अभ्यारण्य | हिमाचल प्रदेश | 28.08.2009 |
17 | शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व | पूर्वी घाट में शेषाचलम पर्वत श्रृंखला तथा आंध्र प्रदेश में चित्तूर तथा कड़प्पा जिलों के भाग | आंध्र प्रदेश | 20.09.2010 |
18 | पन्ना बायोस्फीयर रिवर्ज | मध्य प्रदेश में पन्ना और छत्तरपुर जिलों के भाग | मध्य प्रदेश | 25.08.2011 |
भारत के सभी बायोस्फीयर रिजर्व राज्यवार नक्शे (Map) में विवरण
![India all Biosphere Reserves Map State wise India all Biosphere Reserves Map State wise](https://gktimehindi.in/wp-content/uploads/2025/02/India-all-Biosphere-Reserves-Map-Statewise.jpg)
भारत में यूनेस्को (UNESCO) के मैन एंड बायोस्फीयर (MAB) प्रोग्राम के तहत् मान्यता प्राप्त बायोस्फिायर रिजर्व की सूची (UNESCO Man and the Biosphere (MAB) Programme list)
क्रमांक | बायोस्फीयर रिजर्व का नाम | राज्य | यूनेस्को मैन प्रोग्राम द्वारा मान्यता दिये जाने का वर्ष |
---|---|---|---|
1 | नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व | केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु | 2000 |
2 | मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व | तमिलनाडु | 2001 |
3 | सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व | पश्चिम बंगाल | 2001 |
4 | नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व | उत्तराखंड | 2004 |
5 | नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व | मेघालय | 2009 |
6 | पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश | 2009 |
7 | सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व | ओडिशा | 2009 |
8 | अचानकमार अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ | 2012 |
9 | ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व | अंडमान और निकोबार द्वीप समूह | 2013 |
10 | अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व | केरल और तमिलनाडु | 2016 |
11 | कंजनजंगा राष्ट्रीय उद्यान बायोस्फीयर रिजर्व | सिक्किम | 2018 |
12 | पन्ना बायोस्फीयर रिवर्ज | मध्य प्रदेश | 2020 |
भारत के सभी बायोस्फीयर रिजर्व (जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र) विशेष तथ्य के साथ विवरण
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व (Nilgiri BR) के बारे में जाने
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व (Nilgiri Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
दक्षिण भारत के पश्चिमी घाट में स्थित इस बायोस्फीयर रिवर्ज का क्षेत्र तमिलनाडु के मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान और मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक के नागरहोल और बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, सत्यमंगलम वन्यजीव अभ्यारण्य, केरल के साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान, अरलम, वायनाड और करीमपुझा वन्यजीव अभ्यारण में क्षेत्र में विस्तृत है।
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 01.08.1986
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2000 में
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 5520 वर्ग किलोमीटर
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – इस रिजर्व में उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय नम चौड़ी पत्ती वाले जंगलों, तथा शुष्क चौड़ी पत्ती वाले जंगलों में फैला हुआ है। दक्षिण पश्चिमी घाट में नम पर्णपाती, पर्वतीय वर्षा वन तथा दक्षिण दक्कन पठार में शुष्क पर्णपाती वन शामिल है।
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व में 3000 से अधिक पौधों की प्रजातियाँ हैं। जिनमें सागौन, लाल देवदार, फूलों वाला बे ट्री, स्टीरियोस्पर्मम टेट्रागोनम, कोरोमंडल आबनूस आदि प्रजातियां हैं।
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व में पक्षियाँ – नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व में 300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ है जिनमें नीलगिरी लाफिंगथ्रष, नीलगिरि वुड कबूतर, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, नीलगिरि फ्लाईकैचर, पिपिट शामिल है।
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व में भारत में सबसे बड़ी एशियाई हाथी की आबादी रहती है। इसके अलावा यहाँ पर नीलगिरि तहर, शेर जैसी पूंछ वाले बंदर नीलिगिरि बंदर सबसे अधिक पाये जाते हैं इसके अतिरिक्त हाथी, बाघ, गौर, सांभर और चीतल, कलगीदार साही, नीलगिरि नेवला, बैंगनी मेंढक आदि प्रमुख जीव हैं।
नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है।
नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व (Nanda Devi BR) के बारे में जाने
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व (Nanda Devi Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पश्चिमी हिमालय के अंतर्गत भारत में उत्तराखंड राज्य के चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों के भाग में नंदा देवी की चोटी के आसपस में स्थित टाइगर रिजर्व है।
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 18.01.1988
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2004 में
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 5860 वर्ग किलोमीटर
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ 300 से अधिक पुष्प प्रजातियाँ पाई जाती है। देवदार, रोड यहाँ पर शीतोष्ण कटिबंधीय वन पाए जाते हैं। यहाँ पाई जाने वाले प्रजातियों में देवदार, सिल्वर वुड, लैटीफोली, जूनिपर, ओरचिड, रोडोडेंड्रॉन शामिल हैं।
नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व में वन्य जीवों में हिम तेंदुआ, काला और भूरा भालू, नीली भेड़ कस्तूरी मृग, हिमालयन ताहर, हिमालयन मस्क मृग, हिमालयन गोरल, सुनहरा और काला बाज पाए जाते हैं।
नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व या नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को द्वारा वर्ष 1988 में विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया था। वर्ष 2005 में इसका नाम परिवर्तित कर नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया।
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व (Nokrek BR) के बारे में जाने
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व (Nokrek Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पूर्वी पहाड़ियाँ के अंतर्गत भारत में मेघालय राज्य के पश्चिमी गारो पहाड़ियाँ का हिस्सा है।
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 01.09.1988
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2009 में
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 820 वर्ग किलोमीटर
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ घने, ऊँचे और हरे भरे जंगलों में फैला हुआ है साइट्रस इंडिका (मेमांग नारंग) वनस्पति पाये जाते हैं।
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व एशियाई हाथी का महत्वपूर्ण निवास स्थान है। रॉयल बंगाल टाइगर, सुअर पूंछ वाला मैकाक, तेंदुआ, फेरेट बेजर, लाल चीन की भालू, बर्मीज पायथन, किंग कोबरा, वाइन स्नेक, वाइपर आदि प्रजातियां के जीव जंतु पाये जाते हैं।
नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्र।
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व (Gulf of Mannar BR) के बारे में जाने
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व (Gulf of Mannar Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
दक्षिण भारत के तमिलनाडु के उत्तर में रामेश्वरम द्वीप से दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैला हुआ मन्नार की खाड़ी का भारतीय भाग में 21 द्वीपों और आसपास के समुद्री तट को कवर करता है।
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 18.02.1989
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2001 में
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 10500 वर्ग किलोमीटर
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ उष्णकटिबंधीय शुष्क चौड़ी पत्ती वाले जंगल, समुद्री शैवाल, समुद्री घास, प्रवाल भित्तियाँ, दलदल और मैंग्रोव वन शामिल हैं।
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – मन्नार की खाड़ी में 100 से अधिक कठोर प्रवाल प्रजाति, समुद्री कछुए, शार्क, डगोंग (समुद्री गाय), समुद्री खीरा (sea cucumber), डॉल्फिन, गोर्गोनियन कोरल आदि प्रजातियाँ पाये जाते हैं।
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – भारत का पहला समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व है। मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व भारत का दूसरा सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व है। यह एक एशिया का सबसे समृद्ध समुद्री अभ्यारण्य है।
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व (Sundarbans BR) के बारे में जाने
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व (Sundarbans Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
गंगा डेल्टा के अंतर्गत भारत में पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के गंगा और ब्रम्हापुत्र नदी तंत्र का डेल्टा का हिस्सा, सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान, सजनेखली वन्यजीव अभ्यारण्य, लोथियन तथा हैलीडे द्वीप वन्यजीव अभ्यारण्य शामिल है।
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 29.03.1989
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2001 में
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 9630 वर्ग किलोमीटर
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – इस बायोस्फीयर रिजर्व के जंगलों में मैंग्रोव के पेड़, सुंदरी और गरन के पेड़, होग्लर झाड़ियाँ शामिल हैं।
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व में 248 पक्षी, स्तनधारियों के 58, तथा सरीसृपों के 55 प्रजातियां पाये जाते हैं। रॉयल बंगाल टाइगर, घड़ियाल, मगरमच्छों, विलुप्त गैंडे और जंगली भैस आदि पाये जाते हैं।
सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – सुंदरबन का बायोस्फीयर भारत का तीसरा सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व है।
मानस बायोस्फीयर रिजर्व (Manas BR) के बारे में जाने
मानस बायोस्फीयर रिजर्व (Manas Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
भारत के पूर्वी पहाड़ियाँ के असम राज्य के कोकराझार, बोगाई गाँव, बरपेटा,नलबाड़ी, कामरूप व दारांग जिलों के हिस्से शामिल है।
मानस बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 14.03.1989
मानस बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में वर्तमान में शामिल नहीं है।
मानस बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 2837 वर्ग किलोमीटर
मानस बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ अर्ध सदाबहार वन तथा उपोष्णकटिबंधीय चौड़ी पत्ती वाले जंगल, नम और शुष्क पर्णपाती वन शामिल हैं। इस बायोस्फीयर रिजर्व में 543 पौधों की प्रजातियाँ है पाये जाते हैं।
मानस बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – जंगली जल भैसों, एशियाई हाथी, बाघ, हिसपिड खरगोश, सुनहरा, लंगूर, रूफ्ड कछुआ, इस बायोस्फीयर रिजर्व में दुनिया में पिग्मी हॉग की एकमात्र आबादी वाला भाग है। पक्षियों के 380, स्तनधारियों के 55 तथा सरीसृपों के 50 प्रजातियाँ पाये जाते हैं।
मानस बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – वर्ष 1985 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल तथा इसे मानस राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ मानस नदी प्रवाहित होती है।
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व (Great Nicobar BR) के बारे में जाने
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व (Great Nicobar Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सुदूर दक्षिण द्वीप जिसमें कैम्पबेल बे और गैलेथिया नेशनल पार्क शामिल है।
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 06.01.1989
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2013 में
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 885 वर्ग किलोमीटर
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय नम चौड़ी पत्ती वाले वन शामिल हैं।
ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – इस बायोस्फीयर रिजर्व में 1800 से अधिक प्रजातियाँ है जिनमें खारे पानी का मगरमच्छ, विशाल लेदरबैक समुद्री कछुआ, निकोबार ट्री शू आदि हैं।
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व के बारे में जाने
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व का क्षेत्र तथा राज्य
डेक्कन प्रायद्वीप के अंतर्गत भारत में ओडिशा राज्य के मयूरभंज जिले के सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान शामिल है।
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 21.06.1994
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2009 में
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 4374 वर्ग किलोमीटर
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ 1000 से अधिक प्रजातियों के पौधे पाए जातें हैं। उष्णकटिबंधीय नम चौड़ी पत्ती वाले जंगल, और उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती वन, साल के वन है। लाल यूकेलिप्टस तथा रेशमीकपास के पेड़ शामिल हैं।
सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – यहाँ पक्षियों के 242, स्तनधारी के 42 तथा सरीसृपों के 30 प्रजातियाँ पाई जाती है। गौर, बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, तेंदुआ, सांभर हिरण, जंगली बिल्ली, चौसिंघा (चार सिंग वाला मृग), पहाड़ी मैना, क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल, ग्रे हॉर्नबिल, सांप और कछुए शामिल है।
दिहांग-देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व (Dihang-Dibang BR) के बारे में जाने
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व (Dihang-Dibang Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पूर्वी हिमालय के अंतर्गत भारत में अरूणाचल प्रदेश के सियांग और दिबांग घाटी के मौलिंग राष्ट्रीय उद्यान और दिबांग वन्यजीव अभ्यारण्य इसमें शामिल है।
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 02.09.1998
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में शामिल नहीं।
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 5112 वर्ग किलोमीटर
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ उष्णकटिबंधीय चौड़ी पत्ती वाले जंगल, उपोष्णकटिबंधीय देवदार के जंगल, शीतोष्ण चौड़ी पत्ती वाले जंगल, अल्पाइन घास के मैदान शामिल हैं।
दिहांग देबाँग बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – मिशमी ताकिन, लाल गोरल, कस्तूरी मृग, एशियाई काला भालू पाए जाते हैं।
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व (Dibru-Saikhowa BR) के बारे में जाने
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व (Dibru-Saikhowa Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पूर्वी पहाड़ियाँ के अंतर्गत भारत में असम के डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों के भाग शामिल जिसमें डिब्रू सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान आता है।
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 28.07.1997
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में शामिल नहीं है।
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 765 वर्ग किलोमीटर
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ नम मिश्रित अर्ध सदाबहार वन, नम मिश्रित पर्णपाती वन, घास के मैदान, पूर्वी भारत का सबसे बड़ा सैलिक्स दलदली जंगल शामिल हैं।
डिब्रू-साईकोवा बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – सफेद पंखों वाला बत्तख, जल भैंसा, काली छाती वाला तोता बिल, टोपीदार लंगूर, बंगाल टाइगर, स्लो लोरिस, तेंदुआ, पक्षियों में ग्रेटर एडजुटैंट, जेर्डन बैबलर, सांप और कछुए की प्रजातियाँ पाए जाते हैं।
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व (Pachmarhi BR) के बारे में जाने
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व (Pachmarhi Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
मध्यप्रदेश राज्य के बैतूल, होशंगाबाद और छिंदवाड़ा जिलों के सतपुड़ा रेंज का भाग है।
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 03.03.1999
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2009 में
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 4981.72 वर्ग किलोमीटर
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ सागौन, साल, जंगली आम, सिल्वर फर्न, अर्जून, जामुन पाए जाते हैं।
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – यहाँ बाघ, तेंदुआ, भालू, गौर, सांभर हिरण, चीतल हिरण, भारतीय भेड़िया, नीलगाय और विशाल गिलहरी पाए जाते हैं।
कंजनजंगा बायोस्फीयर रिजर्व (Khangchendzonga National Park BR) के बारे में जाने
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व (Khangchendzonga National Park Biosphere Reserves) का क्षेत्र तथा राज्य
पूर्वी हिमालय के अंतर्गत भारत में सिक्किम राज्य के कंजनजंगा राष्ट्रीय उद्यान शामिल है।
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 07.02.2000
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2018 में
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 2620 वर्ग किलोमीटर
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ समशीतोष्ण चौड़ी पत्ती और मिश्रित वन जिनमें देवदार, ओक, मेपल, विलो, संटी शामिल हैं।
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु -यहाँ पक्षियों के 500 से अधिक प्रजातियाँ है। जिनमें रक्त तीतर, हिमालयन ग्रिफॉन, ओस्प्रे इम्पेयन तीतर, कोयल, सनबर्ड शामिल है। हिम तेंदुआ, ढोल पाए जाते हैं।
कंजनाजंगा बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – 2016 में यूनेस्को के विष्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया। इसका नाम दूनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी कंजनजंगा पर्वत (8586 मीटर) पर रखा गया है।
भारत के सभी राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जाने
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व (Agasthyamalai BR) के बारे में जाने
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व (Agasthyamalai Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पश्चिमी घाट के अंतर्गत भारत में केरल और तमिलनाडु राज्य के केरल में अगस्त्यथीमलाई पहाड़ियाँ जिसके अंतर्गत नेय्यर, पेप्पारा और शेंडुरूनी वन्यजीव अभ्यारण्य, कलक्कड़ मुंडनथुराई टाइगर रिजर्व शामिल है।
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 12.11.2001
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2016 में
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 3500.08 वर्ग किलोमीटर
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन, दक्षिण पश्चिमी घाट में नम पर्णपाती वन, पर्ववतीय वर्षा वन शामिल हैं।
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु –बंगाल टाइगर, नीलगिरि तहर, एशियाई हाथी पाए जाते हैं।
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व (Achanakmar-Amarkantak BR) के बारे में जाने
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व (Achanakmar-Amarkantak Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
मैकाल पहाड़ियाँ के अंतर्गत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य मध्य प्रदेश के अनूपपुर, डिंडोरी तथा छत्तीसगढ़ मरवाही गौरेला पेंड्रा जिले तथा मुंगेली तथा बिलासपुर जिले के अचानकमार वन्यजीव अभ्यारण्य के भाग शामिल है।
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 30.03.2005
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2012 में
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 3835.51 वर्ग किलोमीटर
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ उष्णकटिबंधीय पर्णपाती,नम पर्णपाती, मिश्रित पर्णपाती, साल, साजा, बीजा शामिल हैं।
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – बंगाल टाइगर, तेंदुआ, सांभर, चीतल, गौर, भारतीय काला हिरन, सुनहरा सियार, जंगली सूअर, चार सिंग वाले मृग, विशाल गिलहरी शामिल है।
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व (Great Rann of Kutch BR) के बारे में जाने
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व (Great Rann of Kutch Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
गुजरात राज्य के कच्छ का भाग, गुजरात के राजकोट, सुंदरनगर और पाटन जिलों का हिस्सा है।
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 29.01.2008
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में शामिल नहीं है।
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 12454 वर्ग किलोमीटर
कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु -भारतीय जंगली गधा
कोल्ड डेजर्ट (ठंडा रेगिस्तान) बायोस्फीयर रिजर्व (Cold Desert BR) के बारे में जाने
ठंडा रेगिस्तान बायोस्फीयर रिजर्व (Cold Desert Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पश्चिमी हिमालय के अंतर्गत भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के पिन वैली राष्ट्रीय उद्यान और आसपास, चंद्रताल और सारचू एवं किब्बर वन्यजीव अभ्यारण्य शामिल है।
कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 28.08.2009
कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में शामिल नहीं है।
ठंडा रेगिस्तान बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 7770 वर्ग किलोमीटर
कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ 500 से अधिक पौधों के प्रजातियाँ पाए जाते हैं। जिनमें अर्नेबिया यूक्रोमा, जेरार्डियाना, फेरूला जैशकेना आदि शामिल हैं।
कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – हिम तेंदुआ, तिब्बती मृग, हिमालयी भेड़िया, हिमालयन काला और भूरा भालू, लाल लोमड़ी, नीला रॉक कबूतर, लामर्जियर, हिमालयन नीली भेड़ पाए जाते हैं।
भारत के सभी टाइगर रिजर्व के बारे में जाने
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व (Seshachalam Hills BR) के बारे में जाने
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व (Seshachalam Hills Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
पूर्वी पहाड़ियाँ के अंतर्गत भारत में आंध्र प्रदेश राज्य के पूर्वी घाट में शेषाचलम पर्वत श्रृंखला तथा आंध्र प्रदेश में चित्तूर तथा कड़प्पा जिलों के भाग शामिल है।
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 20.09.2010
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में शामिल नहीं है।
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 4755.99 वर्ग किलोमीटर
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व में जीव-जंतु – पतला लोरिस, विशाल गिलहरी आदि पाए जाते हैं।
शेषाचलम हिल्स बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – आंध्र प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है।
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व (Panna BR) के बारे में जाने
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व (Panna Biosphere Reserve) का क्षेत्र तथा राज्य
मध्य प्रदेश राज्य के पन्ना और छतरपुर जिलों के हिस्से में स्थित पन्ना राष्ट्रीय उद्याान शामिल है।
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को भारत सरकार द्वारा कब नामित किया गया – 25.08.2011
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व वर्ल्ड नेटवर्क में कब शामिल किया गया – वर्ष 2020 में
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल – 2998.98 वर्ग किलोमीटर
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व के वनस्पति – यहाँ नम पर्णपाती वन शामिल हैं।
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व में पक्षी, जीव-जंतु – बंगाल टाइगर, नीलगाय, सांभर, चीतल, एशियाई पाम सिवेट तथा पक्षियों के 200 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है, जिनमें क्रेस्टेड हनी बजर्ड, रेड हेडेड वल्चर, चेंजेबल हॉक ईगल, भारतीय गिद्ध शमिल है।
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य – भारत का 22वां और मध्य प्रदेश का 5वां टाइगर रिजर्व है।
भारत में बायोस्फीयर रिजर्व FAQs
1- भारत में कितने बायोस्फीयर रिजर्व है?
भारत में 18 बायोस्फीयर रिजर्व है।
2- भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व कौन सा है?
भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व कच्छ रण का बायोस्फीयर रिजर्व है जो गुजरात राज्य में स्थित है यह 12454 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में विस्तृत है। वर्तमान में इस बायोस्फीयर रिजर्व को यूनेस्को के बायोस्फीयर सूची में नामांकित है।
3- यूनेस्को द्वारा नामित भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व कौन सा है?
यूनेस्को द्वारा 2001 में नामित मन्नार की खाड़ी का बायोस्फीयर रिजर्व 10500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत UNESCO MAB सूची में शामिल में भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व है।
4- भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व कौन सा है?
केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य में स्थित नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है। जिसे 01.08.1986 को नामित किया गया था।
5- भारत का सबसे छोटा बायोस्फीयर रिजर्व कौन सा है?
असम राज्य में स्थित डिब्रू सैखोवा बायोस्फीयर रिजर्व भारत का सबसे छोटा बायोस्फीयर रिजर्व है यह मात्र 765 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में स्थित है।