समान अर्थ वाले व्यक्त करने शब्दों को पयार्यवाची शब्द या समानार्थी शब्द कहते हैं। इस लेख में 1000 पर्यायवाची शब्द का संग्रह है।
- अनुपम – अनूठा, अद्वितीय, अद्भुत, अतुल, अनोखा, अपूर्व, श्रेष्ठ, अनन्य, अप्रतिम, विलक्षण, बेजोड़, उत्तम, सर्वोत्तम
- अनुरोध – निवेदन, प्रार्थना, आग्रह, विनय, विनती, याचना, अभ्यर्थना
- अनुमति – अनुमोदन, स्वीकृति, इजाजत, सहमति
- अनुसरण – अनुगमन, अपनाना, अनुकृत, नकल
- अनुक्रमाणिका – सारणी, सूचीपत्र, सूची तालिका
- अगम – कठिन, दुष्कर, अगम्य, दुःसाध्य
- अटल – अडिग, अचल, पक्का, निश्चल, दृढ़, स्थिर
- अगाध – अथाह, गहरा, असीम, अपार, गहन
- अरण्य – वन, जंगल, कानन, विपिन, अटवी, कान्तार
- अलंकार – आभूषण, गहना, जेवर, भूषण, विभूषण
- अग्रणी – अगुआ, सरदार, मुखिया, प्रधान, नायक
- अग्नि – आग, अनल, पवक, दहन, ज्वाला, वैश्वानर, धूम्रकेतु, कृशानु, जातदेव, हुताशन, वायुसुख, विभावसु, वहनि, रोहिताश्व, हव्यवाहन
- अनिवार्य – आवश्यक, अत्यावश्यक, अवश्यंभावी परमावश्यक, जरूरी, बाध्यकारी, अपरिहार्य
- अभिनंदन – स्वागत, आवभगत, सत्कार, अभिवादन
- अनूठा – अनोखा, अपूर्व, विलक्षण, अद्भुत
- अनुज – कनिष्ठ, अनुभ्राता, छोटा भाई, अवरज
- अनुरक्त – मग्न, व्यस्त, आसक्त, तल्लीन
- अश्लील – असभ्य, अभद्र, अधिभ्रष्ट, बेशर्म
- अनुभवी – जानकर, अनुभवप्राप्त, तजुर्बेकार
- अनुचित – अनुपयुक्त, बेजा, गैरवाजिब, नाजायज, अयुत, नाजायज, अनैतिक, असंगत, बैजा, युक्तिहीन
- अनुमान – अंदाजा, अटकल, कयास
- अनुकम्पा – कृपा, मेहरबानी, दया
- अनुरूप – अनुकूल, अनुसार, संगत, मुआफिक
- अनुष्ठान – तप, तपस्या, योग, योगाभ्यास, साधना कार्यारंभ
- अन्वेषण – खोज, अनुसंधान, जाँच, छानबीन, शोध, पूछताछ, गवेषण
- अनाज – अन्न, खाद्यान्न, नाज, गल्ला, शस्य, धान्य
- अनादर – तिरस्कार, अपमान, अवहेलना, परिभव, अवमानना, अवज्ञा, दूतक, निरादर, बेइज्जती, तौहीन
- अनाड़ी – अपटु, अकुशल, अनभिज्ञ, नौसिखिया, अनजान, अज्ञानी, अदक्ष, अल्पज्ञ
- अनार – मणिबीज, बीदाना, सुनील, वल्कफल, दाड़िम, दाडिंब
- अनाथ – बेसहारा, अनाश्रित, तीम, लावारिस
- अनपढ़ – निरक्षर, अपढ़, अशिक्षित
- अनी – सेना, दल, कटक, फौज, अनीकिनी, चमू
- अनबन – विवाद, तकरार, बखेड़ा, झगड़ा
- अनंत – असंख्य, बेशुमार, अगणित, अपरिमित
- अजनबी – अनजान, गैर, अनभिज्ञ, अज्ञात, अपरिचित, नावाकिफ
- अर्जुन – पार्थ, सहस्रार्जुन, धनन्या, श्वेत कनेर, गुडाकेश
- अजीब – अनोखा, विचित्र, विलक्षण, अद्भुत
- अतीत – भूत, गत, विगत, भूतकाल, पूर्वकाल
- अत्याचारी – आततायी, बर्बर, नृशंस, जालिम
- अर्चना – पूजा, पूजन, अर्चन, आराधना, उपासना
- अर्जून – धनंजय, परतंप, पार्थ, सव्यसांची
- अच्छा – उपयुक्त, उचित, चोखा, बेहतर, ठीक, सही, बढ़िया
- अवनति – गिराव, घटाव, अपकर्ष
- अश्व – घोड़ा, तुरंग, हय, घोटक, सैन्धव, वाजि, बछेड़ा
- अदालत – न्यायालय, कचहरी, दंडालय, कोर्ट
- अदृश्य – निरोहित, ओझल, लुप्त, अंतर्धान
- अड़ंगा – बाधा, व्यवधान, रूकावट, विघ्न, अवरोध
- असत्य – झूठ, मिथ्या, असत, मृषा
- असुर – राक्षस, दानव, दैत्य, दनुज, निशाचर, रजनीचर, यातुधान, निशिचर, तमचर, रात्रिचर, सुरारि, इन्द्रारि, तमीचर
- असीम – अनंत, अपार, अकृत, असीमित, अपरिमित
- अज्ञानी – अनजान, मुर्ख, मूढ़, अनभिज्ञ
- अपवाह – जनश्रुति, किंवदंती, गप्प, जनप्रवाद
- अप्सरा – परी, देवकन्या, देवांगना, स्वर्वेश्या, सुखदनिता, देववधू, स्वर्गवधू, अरूणाप्रिया
- अपराधी – मुलजिम, कसूरवार, गुनहगार, सदोष, दोषी
- अपवित्र – दूषित, अशुद्ध, नापाक, अस्वच्छ
- अपकार – अनिष्ट, अहित, अमंगल
- अपकीर्ति – निंदा, अकीर्ति, बदनामी, अपयश
- अभागा – भाग्यहीन, बदकिस्मत, कर्महीन, बदनसीब
- अभाव – कमी, तंगी, अपूर्ति, न्यूनता
- अभय – निर्भय, साहसी, निडर, निर्भीक, निश्चिंत
- अभ्यास – दोहराना, मश्क, पुनरावृत्ति, रियाज
- अहसान – उपकार, भलाई, आभार, अनुग्रह, कृतज्ञता
- अनिश्चित – भ्रामक, संदिग्ध, अनिर्णीत
- अनियमित – असमान, अनियमी, अनियत, बेकायदा, नियमविरूद्ध
- अनिष्ट – बुरा, नुकसान, हानि, अमंगल, अहित, अपकार
- अतिथि – मेहमान, आगन्तुक, अभ्यागत, पहँुना
- अर्थ – दौलत, मुद्रा, वित्त, द्रव्य, पैसा, धन, अभिप्राय, प्रयोजन, फल, अभिलाषा
- अभिजात – कुलीन, खानदानी, सुजात, उच्च, पूज्य, श्रेष्ठ
- अभिवादन – नमस्कार, नमस्ते, प्रणाम, राम-राम
- अभिज्ञ – ज्ञाता, परिचित, विज्ञ, जानकार
- अभिप्राय – प्रयोजन, मकसद, लक्ष्य, आशय, मंशा, उद्देश्य, तात्पर्य, हेतु, साधन, मतलब
- अभिमान – अहंकार, अहं, अहंभाव, गर्व, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, मिथ्याभिमान, अस्मिता, गौरव, नाज, स्वाभिमान
- अभियोग – कसूर, अपराध, गलती, दोषारोपण
- अधिकार – हक, सामर्थ्य, अर्हता, क्षमता, योग्यता
- अधिकारिक – राजकीय, सरकारी, शासकीय, सार्वजनिक
- अमूल्य – अनमोल, बहुमूल्य, बेशकीमती, मूल्यवान
- अमन – शांति, सुकून, अमन-चैन, सुख-चैन
- अमर – अक्षय, अक्षर, अनश्वर, मृत्युंजय, अविनाशी, चिरंजीवी
- अमीर – धनवान, रईस, धनी, दौलतमंद, धनाढ्य, सम्पन्न, पैसेवाला
- अमृत – सोम, सुधा, अमिय, मधु, पीयूष, सुरभोग, अमी, जीवनोदक
- अक्ल – बुद्धि, विवेक, मेधा, प्रज्ञा, मति
- अकाल – दुर्भिक्ष, दुष्काल, कुकाल, काल, भुखमरी
- अठखेली – हँसी मजाक, कौतुक, खेलकूद, चुलबुलापन, उछलकूद, क्रीड़ा
- अंग – अंश, हिस्सा, भाग, अवयव, भाग, खण्ड, उपांश, घटक, टुकड़ा
- अंजाम – परिणाम, नतीजा, फल
- अंतर – फर्क, भेद, भिन्नता, असमानता
- अंतरिक्ष – गगनमंडल, आकाशमंडल, नभमंडल, खगोल
- अंतर्धान – अदृश्य, गायब, ओझल, लुप्त
- अंत – समाप्ति, समापन, इति, अवसान, इतिश्री
- अंचल – छोर, किनारा, अंत, क्षेत्र, पल्लू, क्षेत्र, प्रदेश, आँचल
- अंदाज – अटकल, कयास, अनुमान, अंदाजा
- अंदर – भीतर, अंदरूनी, अभ्यंतर, आंतरिक
- अंशुमान – रवि, सूर्य, सूरज, भास्कर, दिवाकर, प्रभाकर, दिनकर
- अंशु – किरण, मयूख, मरीचि, रश्मि
- अंकूर – कलिका, नवोद्भिद्, कोंपल, अँखुवा, कल्ला, कली, अंकुड़ा
- अंकुश – रोक, प्रतिबंध, नियत्रंण, दबाव, रूकावट, पाबंदी
- अंक – संख्या, गिनती, क्रमांक, चिन्ह, छाप, निशान
- अंबुज – कमल, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम, पंकज
- अंबुद – बादल, मेघ, घन, घटा, घनश्याम, अंबुधर
- अंबुनिधि – सागर, समुद्र, सिंधु, जलधि, जलेश, उदधि, समुंदर
- अंबु – जल, पानी, नीर, सलिल, क्षीर, वारि
- अंबर – आकाश, आसमान, नभ, गगन, फलक, व्योम
- अंधा – नेत्रहीन, दृष्टिहीन, आंधरा, सूरदास
- अंधकार – तम, तिमिर, तमस, अंधियारा, तमिस्र, अँधेरा, ध्वान्त, अंधियारा
- अखंड – समूचा, पूरा, संपूर्ण, समस्त, पूर्व, अविभक्त
- अयोग्य – बेकार, व्यर्थ, अनर्ह, नालायक, योग्यताहीन
- अरूण – मजीठ, गरूड़, लालरंग, तड़का
- अधीन – मातहत, आश्रित, परतंत्र, पराश्रित, परवश, निर्भर, पराधीन
- अधीर – जल्दी, आतुर, धैर्यहीन, व्यग्र, उतावला, उद्विग्न, आकुल
- अध्ययन – पढ़ना, पढ़ाई, पठनपाठन, पठन, अनुशीलन, पारायण
- आलसी – सुस्त, निकम्मा, काहिल, ठलुआ
- आलोचना – समीक्षा, निरूपण, गुण-दोष, नुक्ताचीनी, टीका-टिप्पणी, टीका
- आगे – पहले, अग्र, सम्मुख, प्रथम, पूर्व, पहले, सामने
- आगामी – आनेवाला, भविष्य, भविष्यत
- आनंद – सुख, हर्ष, प्रसन्नता, आमोद, मोद, उल्लास, प्रमोद, आह्लाद
- आनंद – खुशी, हर्ष, प्रसन्नता, उल्लास
- आजादी – स्वाधीनता, मुक्ति, स्वतंत्रता
- आजीविका – व्यवसाय, रोजी-रोटी, धंधा, वृत्ति
- आतुर – आकुल, बेचैन, अधीर, उद्विग्न
- आत्मा – चैतन्य, जीव, देव, चेतनतत्व, अंतःकरण, रूह, जीवात्मा, अंतरात्मा
- अशुद्ध – गंदा, दूषित, अपवित्र, अशुचि
- आचार्य – शिक्षक, अध्यापक, गुरू, प्राध्यापक, टीचर, अवबोधक, व्याख्याता, प्रोफेसर
- आचरण – व्यवहार, चरित्र, बर्ताव, चाल-चलन, आदत
- आश्चर्य – विस्मय, ताज्जुब, अचरज, अचम्भा
- आवेग – जोश, स्फूर्ति, तेजी, त्वरा, चपलता
- आवेदन – निवेदन, प्रार्थना, याचना, दरख्वास्त
- आक्रोश – क्रोध, रोष, कोप, खीझ, रिष
- आश्वासन – धीरज, सांत्वना, ढाढ़स, दिलासा, तसल्ली
- आवास – घर, निवास, मकान, निलय, निवास-स्थान, निकेत
- आक्रमण – हमला, वार, चढ़ाई, प्रहार, धावा, आघात
- आदेश – निर्देश, अध्यादेश, आज्ञा, फरमान, हुक्म, हिदायत, अनुदेश
- आदत – स्वभाव, प्रकृति, प्रवृत्ति
- आदर्श – प्रमिमान, प्रतिरूप, मानक, स्टैंडर्ड
- आदरणीय – माननीय, पूल्य, श्रद्धेय, पूजनीय, मान्य, सम्मानीय, अभिनंदनीय
- आदमी – मावन, इंसान, मनुज, मनुष्य, मानुष
- आडम्बर – दिखावा, प्रपंच, ढोंग, ढकोसला, पाखंड
- आस्था – मान, महत्व, आदर, कदर, विश्वास, श्रद्धा
- अशोक – पिण्डपुष्पक, कर्णपूरक, हेमपुष्पक, ताम्रपल्लव, रक्तपल्लव, अँगनाप्रिय
- आज्ञा – आदेश, हुक्म, फरमान, निदेश
- आशा – आस, तवक्का, उम्मीद
- आशीर्वाद – आशीष, दुआ, शुभाशीष, शुभकामना, आर्शीवचन, धन्यवाद
- आराम – विश्राम, सुख, चैन, विश्रांति, करार, चैन, शांति
- आश्रम – मठ, विहार, अखाड़ा, कुटी, संघ
- आरंभ – शुरूआत, प्रारंभ, शुभारंभ, समारंभ, श्रीगणेश, सूत्रपात, उपक्रम, शुरू, आगाज, आविर्भाव
- आश्रय – सहारा, आधार, प्रश्रय, भरोसा, अवलंब
- आपत्ति – आपदा, विपत्ति, मुसीबत, विपदा
- आभूषण – गहना, अलंकार, भूषण, जेवर
- आहार – खाना, भोजन, खुराक, भक्ष्य
- आदि – प्रथम, पहला, आदिम, आरंभिक
- आश्रित – निर्भर, अधीनस्थ, अधीन, मातहत, शरणागत
- आखिरकार – अंततः, अंततोगात्वा, फलतः शेषतः
- आखिर – अंत, समाप्त, अंतिम, उपसंहार, नतीजा, समाप्ति, खत्म
- आम – आम्र, रसाल, अतिसौरभ, अमृतफल, सहकार, पिकबन्धु, फलराज
- आकुल – बेकल, बेचैन, व्यग्र, क्षुब्ध
- आकाश – गगन, नभ, आसमान, अम्बर, व्योम, अतंरिक्ष, शून्य, दिव, पुष्कर, अनंत, अर्श, पुष्कर, अभ्र, द्यौ, तारापथ, फलक
- आकाश गंगा – मंदाकिनी, स्वर्गनदी, नभगंगा, सुरदीर्घिका, आकाशनदी
- आकस्मिक – अचानक, अप्रत्याशित, आपाती, अकारण, औपलक्षणिक
- आकृति – चेहरा-मोहरा, आकार, डीलडौल, नैननक्श, बनावट, ढाँचा, आकार, अनुकृति, प्रतिरूप
- आबंटन – वितरण, विभाजन, बाँटा, वंटन
- आईना – दर्पण, शीश, आरसी, मुकुर,
- आंसू – अश्रु, चक्षुजल, नयनजल, नेत्रजल
- आँगन – अँगना, अजिर, प्रांगण, बगर, बाखर
- आँख – नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु, दृग, अक्षि, अम्बक, विलोचन, दृष्टि, अक्षि
- आँधी – तूफान, झंझावत, अंधड़, बवंडर, प्रभंजन
- आक्षेप – आरोप, दोषारोपण, इल्जाम, अभियोग, कटुभाषण
- आखेटक – शिकारी, बहेलिया, व्याध, अहेरी, लुब्धक
- आख्यान – कथा, किस्सा, वृतांत, कहानी, गाथा
- आयु – उम्र, जीवनकाल, वय
- आयुष्मान – चिरंजीवी, चिरायु, दीर्घायु, दीर्घजीवी, शतायु
- आधुनिक – नूतन, नव्य, अर्वाचीन, वर्तमानकालीन
- इलजाम – आरोप, अभियोग, दोषारोपण, लांछन
- इन्द्राणि – इन्द्रवधू, शची, शतावरी, पौलोमी, मधवानी, महेंद्री, इन्द्रा
- इन्द्रधनुष – इन्द्रधनु, सुरचाप, शक्रचाप, सप्तवर्णधनु
- इन्द्र – देवराज, सुरपति, महेन्द्र, पुरन्दर, सुरेश, देवेन्द्र, सुरेन्द्र पाकरिपु, पाकशासन, मेघवाहन, मधवा, शचीपति, यासव, पुरहूत, अमरपति, वज्रधर, वज्री, वृषा, शचीश
- इनाम – पुरस्कार, बख्शीश, पारितोषिक
- इज्जत – आदर, मान, प्रतिष्ठा, आबरू
- इजाजत – अनुमति, स्वीकृति मंजूरी
- इच्छुक – आतुर, उत्कंठित, लालायित, अभिलाषी
- इच्छा – कामना, अभिलाषा, चाह, मनोरथ, आकांक्षा, स्पृहा, चाह, वासना, ईहा, लालसा, वांछा, ईप्सा, अभीष्ट, ख्वाहिश, मनोकामना
- इशारा – संकेत, निर्देश, इंगित
- इठलाना – ऐंठना, इतराना, अकड़ना, शान दिखाना, टशन करना
- इंतकाल – निधन, मृत्यु, अंतकाल, देहांत
- इंदु – चन्द्रमा, चाँद, राकेश, मयंक, महताब, शशि, चंदा
- इंसान – आदमी, मानुष, मनुष्य, मानव
- इंसाफ – न्याय, अद्ल, फेसला
- इंदिरा – लक्ष्मी, रमा, कमला, श्री
- इंकार – अस्वीकृति, निषेध, प्रत्याख्यान
- ईश्वर – परमात्मा, भगवान, परमेश्वर, जगदीश, अगोचर, अनंत, जगन्नाथ, परमेश, जगतप्रभु, प्रभु, ईश, परमपिता, विधाता, अलख, अनादि, अज
- ईसा – ईसामसीह, मसीहा, यीशु
- ईहा – मनोकामना, अभिलाषा, आंकाक्षा, कामना, इच्छा
- ईमानदार – सत्यनिष्ठ, सच्चा, सत्यपरायण, नेकनीयत, निष्कपट,
- ईख – गन्ना, ऊख, इक्षु, रसडंड, रसाल, रसद, पेंडी
- ईर्ष्या – जलन, विद्वेष, कुढ़न, ढाह, मत्सर
- उल्लू – उलूक, कौशिक, लक्ष्मीवाहन
- उलझन – दुविधा, असमंजस, अनिश्चय, संभम्र
- उग्र – प्रचंड, तेज, तीव्र, विकट, महादेव, उत्कट
- उन्नति – विकास, प्रगति, उत्कर्ष, तरक्की, उत्थान, अभ्युदय
- उजला – सफेद, श्वेत, धवल, उज्जवल
- उजड्ड – असभ्य, निरंकुश, अशिष्ट, जंगली, गँवार, देहाती, उद्दंड, अविनीत
- उजाला – चाँदनी, रोशनी, प्रकाश, आलोक, प्रभा, ज्योति
- उजाड़ – जंगल, वन, बियावान
- उत्सव – आयोजन, पर्व, समारोह
- उत्साह – उमंग, जोश, हौसला, उबाल, जोश-खरोश, उछाह, उत्तेजना, अध्यवसाय
- उत्पात – उपद्रव, दंगा, फसाद, हुड़दंग, ऊधम
- उत्पति – जन्म, उदय, आविर्भाव, उद्भव, उद्गम, पैदाइश, सृष्टि
- उत्थान – प्रगति, उत्कर्ष, उन्नयन, उठान, आरोह, उत्क्रमण
- उत्कोच – रिश्वत, घूस
- उत्कृष्ट – श्रेष्ठ, अच्छा, उत्तम, उन्नत, उम्दा, बढ़िया, प्रकृष्ट, प्रवर
- उत्कर्ष – प्रगति, उन्नति, समृद्धि, बढ़ती, प्रशंसा, उठान, उत्थान, अभ्युदय, उन्मेष
- उच्छृंखल – उद्दंड, अक्खड़, निरकुंश, मनमर्जी, अंडबंड, स्वेच्छाचारी
- उदासीन – अनासक्त, वीताराग, निर्लिप्त, विरक्त
- उदार – दानी, दानशील, दरियादिल, क्षीरनिधि, फराखदिल, सदय, उदात्त
- उदाहरण – दृष्टांत, नजीर, मिसाल, नमूना, कथा-प्रसंग
- उर – दिल, वक्षस्थल, ह्दय
- उपजाऊ – उर्वर, जरखेज, फलप्रद, उर्वरा
- उपेक्षा – विराग, अनासक्ति, विरक्ति, उदासीनता
- उपवास – व्रत, फाका, लंघन, निराहार
- उपासना – पूजा, अर्चना, आराधना, सेवा
- उपाय – यत्न, प्रयत्न, युक्ति, साधन, तरकीब, तद्बीर, ढंग, तरीका
- उपहास – मजाक, खिल्ली, परिहास
- उपहार – तोहफा, नजराना, भेंट, सौगात, पुरस्कार
- उपस्थित – हाजिर, प्रस्तुत, विद्यमान
- उपमा – तुलना, सादृश्य, मिलान, समानता
- उपयुक्त – ठीक, वाजिब, मुनासिब, वांछनीय, उचित
- उपयोगी – उपयुक्त, लाभप्रद, कार्यसाधक, कारगर, फायदेमंद, हितकर, व्यावहारिक
- उपयोग – प्रयोग, प्रयोजन, काम में लाना, इस्तेमाल
- उचित – ठीक, मुनासिब, समुचित, युक्तिसंगत, तर्कसंगत, न्यायसंगत, वाजिब, योग्य, सम्यक, सही, उपयुक्त
- उक्ति – कथन, वचन, सूक्ति
- उमा – पार्वती, गिरिजा, गौरी, शैलजा, अपर्णा
- उम्मीद – आशा, भरोसा, आस
- उद्यान – बाग, बगीचा, वाटिका, उपवन, गुलशन
- उद्धार – निस्तार, रिहाई, छुटकारा, मुक्ति, अपमोचन
- उषा – भोर, सुबह, भिनसार
- ऊर्जा – शक्ति, ओज, स्फूर्ति
- ऊसर – बंजर, अनुपजाऊ, अनुर्वर, वंध्य, सस्यहीन
- ऊँट – उष्ट्र, करभ, साँड़िया, लंबोष्ठ
- ऊँचा – बुलंद, गगनस्पर्शी, उच्च, तुंग, शीर्षस्थ, उतुंग
- ऊधम – उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग, उपद्रव, धमाचौकड़ी
- ऊष्मा – तपन, ताप, गर्मी, उष्णता
- ऋतुराज – वसंत, मधुमास, मधुऋतु, ऋतुपति, बहार
- ऋषि – साधु, मुनि, सन्यासी, यती, तपस्वी, महात्मा, योगी, मनीषी, संत
- ऋक्ष – रीछ, भल्लूक, भालू, भीलूक, भल्लाट
- ऋण – उधार, कर्ज
- ऋषभ – बैल, वृष, गोनाथ, पुंगव, बलीवर्द, वृषभ
- ऋष्यकेतु – मकरध्वज, मदन, मनोज, मन्मथ, कामदेव, मकरकेतु
- एतबार – यकीन, भरोसा, विश्वाास
- एहसान – अनुग्रह, उपकार, कृपा, आभार, कृतज्ञता
- एकता – एकत्व, सहमति, एका
- एकतंत्र – राजतं, तानाशाही, अधिनायकतंत्र, एकछत्र
- एकदं त- गजानन, गणेश, लंबोदर, विनायक, वक्रतुंड, विघ्नेश
- एकांत – सूनसान, निर्जन, वीरान, सूना, तनहा, शून्य, एकाकी, अकेला
- एषणा – आकांक्षा, कामना, अभिलाषा, इच्छा, हसरत
- ऐश्वर्य – समृद्धि, विभूति, वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि
- ऐश – सुखचैन, विलास, ऐय्याशी
- ऐच्छिक- वैकल्पिक, स्वैच्छिक, इच्छानुसार, इच्छा से, स्वेच्छाकृत, अख्तियारी
- ऐक्य – एकता, मेल, एकत्व, एका
- ऐब – कमी, अवगुण, खराबी, खामी
- ओला – हिमोपल, उपल, करका, हिमगुलिका
- ओज – बल, तेज, वीर्य, शक्ति, चमक, दीप्ति, कांति, दम, जोर, पराक्रम
- ओस – शबनम, नीहार, तुहिन
- ओहार – परदा, आच्छादन, आवरण
- ओठ – होंठ, लब, अधर, ओष्ठ, छद, रदन, रदपुट
- औलाद – संतान, बाल बच्चे, आसऔलाद, संतति
- औचक – सहसा, एकाएक, अचानक, अनायास, अकस्मात, संयोगवश
- औरत – स्त्री, वनिता, घरवाली, जोरू, घरनी, नारी, महिला, मानवी, तिरिया
- औचित्य – तर्कसंगत, तर्कसंगति, उपयुक्तता
- औषधालय – दवाखाना, अस्पताल, चिकित्सालय, चिकित्सा भवन, शफाखाना
- औषध – दवाई, दवा, औषधि, भेषज
- क्रोध – गुस्सा, रोष, आक्रोश, अमर्ष, कोप, कोह, प्रतिघात, ताव
- किला – दुर्ग, शिविर, गढ़, कोट
- किन्तु – लेकिन, परंतु, मगर, क्योंकि, मुला, पर
- किनारा – तट, तीर, कगार, कूल, साहिल, पुलिन, मुहाना, छोर, सिरा
- किताब – पुस्तक, ग्रंथ, पोथी
- किश्ती – नाव, नौका, नैया, कश्ती, तरणि, तरी
- किसान – कृषक, अन्नदाता, हलधर, भूमिपुत्र, खेतिहर, काश्तकार, जोतकार
- किस्मत – भाग्य, विधि, होनी, नियति
- किरीट – मुकुट, ताज, शिरोभूषण
- किरण – ज्योति, दीप्ति, प्रभा, रश्मि, मयूख, मरीचि, अंशु, कर, गभस्ति, पुंज
- कल्पवृक्ष – कल्पद्रुम, कल्पपादप, कल्पशाल, कल्पतरू
- कली – कलिका, कोरक, नवपल्लव, कोपल, अँखुवा, जालक, मुकुल, ताम्रपल्लव, कुडमल
- कलह – विवाद, झगड़ा, बखेड़ा
- कलंक – दाग, धब्बा, लाछंन, दोष
- कल्याण – भलाई, उपकार, भला, परहित, मंगल, शुभ, योगक्षेम
- कटाक्ष – व्यंग, ताना, छींटाकशी, आक्षेप
- कन्या – बालिका, बाला, किशोरी, कुमारिका
- कर्ज – उधार, कर्जा, उधारी, ऋण, कुसीद
- केला – कदली, वारण, रम्भा, अशुमत्फला, काष्ठीला
- केतन – ध्वजा, झंडा, परचम, पताका
- केवट – मल्लाह, खेवैया, नाविक, माँझी, धीवर
- केसरी – वनराज, मृगराज, मृगेंद्रा, नाहर, सिंह, शेर
- कुत्ता – श्वान, श्वा, शुनक, कुक्कुर, सारमेव
- कुसुम – फूल, पुष्प, प्रसून, पुहुप
- कुशल – दक्ष, चतुर, प्रवीण, निपुण
- कुटिल – कपटी, छली, धोखेबाज, चालबाज
- कुमुदनी – कुमुद, इन्दुकमल, चन्द्रप्रिया, कैरव, नलिनी
- कुबेर – धनाधिप, यक्षराज, अनद, किन्नरेश, राजराज, धनद, धनेश, अलंकेश
- कुंभ – घड़ा, गागर, कलश, घट
- कुरूप – बदसूरत, असुंदर, भद्दा, बेडौल
- कुद्ध – नाराज, क्रोधित, क्रोधी, कुपित
- कच – बाल, चिकुर, अलक, रोम, कुन्तल, शिरोरूह
- कद्र – प्रतिष्ठा, मान, सम्मान, इज्जत
- कछुआ – कूर्म, कमठ, कच्छप
- कड़वा – तीखा, कटु, तीक्ष्ण, तेज
- कस्तुरी – मृगनाभि, मृगमद, मदलता
- कसक – टीस, दुःख, पीड़ा, दर्द
- काला – साँवला, स्याह, श्याम, कलूटा
- काल्पनिक – कल्पित, मनगढ़ंत
- काल – समय, वक्त, बेला
- कान – कर्ण, श्रुतिपुट, श्रोत, श्रवण, श्रुतिपटल
- कौशल – कला, फन, हुनर
- कोविद – विद्वान, पंडित, विशारद
- कोकिल – कोकिला, परभूत, पिक, कोयला, बसंतदूत
- कोमल- नाजुक, नर्म, सुकुमार, मृदुल
- कोयल – पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कोकिला, वनप्रिया, श्यामा, मदनशलाका
- कार्तिकेय – स्कन्ध, षडानन, कुमार, शरभव, षडानन, मयूरवाहन, शिवसुत, षड्वदन, पार्वतीनंदन
- कातिल – खूनी, हत्यारा, घातक
- कामुकता – भोगासक्तिख् व्यभिचारिता, विषयासक्ति, इंद्रियलोलुपता
- कामदेव – मनोज, काम, मदन, अनंग, रतिपति, मनसिज, स्मर, मीनकेतु, मकरध्वज, मयन, पंचशर, कंदर्प, दर्पक, पुष्पधन्वा, मन्मथ, अतनु, मकरकेतु
- कामी – कामुक, विषयी, कामासक्त
- कामधेनु – सुरधेनु, सुरसुरभि, सुरभि
- काक – काग, करठ, वायस, कौआ, कागा, काण
- कायर – डरपोक, बुजदिल, कापुरूष, भीरू, कातर
- कपड़ा – अम्बर, चीर, वस्त्र, पट, वसन, मयुख, परिधान, चैल
- कपाट – दरवाजा, द्वार, किवाड़, पट, पल्ला,
- कपोत – कबूतर, रक्तलोचन, हारीत
- कीर्ति – यश, प्रतिष्ठा, शोहरत, प्रसिद्धि, ख्याति
- कीमत – मूल्य, लागत, दाम
- कलिका – मुकुल, पंखुड़ी, कोरक, कली
- कथन – विचार, मत, बयान, वक्तव्य
- कशिश – सम्मोहित, आकर्षित करना, वशीभूत करना
- कठिन – जटिल, दुरूह, दुर्बोध, किलिष्ट, संकुल
- कर्म – काम, काज, कार्य, कृत्य, क्रिया
- कमला – रमा, लक्ष्मी, इंदिरा, लोकमाता, विष्णुप्रिय, श्री, सिंधुजा, हरिप्रिय, भार्गवी, पद्मा
- कमल – कमल, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम, पंकज, अंबुज, इंदीवर, राजीव, उत्पल, अरविंद, तामरस, कंज, शतदल, पुण्डरीक, अम्भोज, उत्पल, नलिन, अम्बोज, कुवलय, अम्भोरूह, सरोरूह, अब्ज
- कमजोर – दुर्बल, बलहील, निर्बल, मरियल, शक्तिहीन, अशक्त, क्षीण
- कबूतर – कपोत, रक्तलोचन, कलरव, हारिल, पारावत, हारीत
- कठोर – कड़ा, परूष, निष्ठुर, कर्कश
- कंगाल – गरीब, रंक, धनहीन, निर्धन, अकिंचन
- कंटक – सूल, खार, काँटा
- कंचन – सोना, कनक, स्वर्ण, हिरण्य, कुंदन
- कंदरा – गुफा, विवर, गुहा, खोह
- कंठ – गला, गर्दन, ग्रीवा, शिरोधरा
- कृतज्ञ – उपकृत, आभारी, अनुगृहीत, ऋणी, कृतार्थ
- कृपा – दया, अनुकम्पा, अनुग्रह, प्रसाद, करूणा, मेहरबानी
- कृत्रिम – झूठा, बनावटी, दिखावटी, अवास्तविक, नकली
- कृषि – खेती, किसानी, काश्तकारी, खेतीबाड़ी
- कृष्ण – गोपाल, मोहन, मुरारी, केशव, वासुदेव, दामोदर, गोपीनाथ, मुरलीधर, द्वारिकाधीश, यदुनंदन, रणछोड़, बंशीधर, गिरिधर, राधारमण, ब्रजवल्लभव, कंसारि, कन्हैया, माधव, नंदकिशोर, बिहारी, जनार्दन, नंदकुमार
- कर्ण – रविसुत, राधेय, अर्कनंदन, सूर्यसुत, अंकराज, आदित्यनंदन
- कष्ट – दुःख, तकलीफ, पीड़ा, वेदना
- खल – दुष्ट, धूर्त, कुटिल, दुर्जन, नालायक, अधम, शठ
- खग – पक्षी, चिड़िया, पंछी, विहंग, शकुनि, पखेरू, द्विज, विहग, अंडज
- खून – रक्त, रूधिर, शोणित, लहू
- खूबसूरत – मनोज्ञ, रूपवान, सुंदर
- खतरा – आशंका, भय, डर, अंदेश
- खत – पत्र, पाती, चिट्ठी
- खुला – प्रत्यक्ष, जाहिर, स्पष्ट
- खुशी – आनंद, सुख, हर्ष, प्रसन्नता, आमोद, मोद, उल्लास, प्रमोद
- खाना – भोजन, आहार, वस्तु, भोज्य, सामग्री, खाद्यय
- खोटा – नकली, झूठा, कृत्रिम, अशुद्ध
- खोज – शोध, अनुसंधान, आविष्कार, अन्वेषण
- खौफ – डर, भय, भीति, दहशत
- खादिम – अनुचर, चाकर, भृत्य, नौकर
- खामोश – चुप, शांत, नीरव, मौन
- खराबी – बुराई, दोष, अवगुण, विकार
- खरा – निर्मल, स्वच्छ, साफ, शुद्ध
- खीझ – झल्लाहट, झंुझलाहट, चिढ़ना, खीझना
- खबर – सूचना, समाचार, जानकारी, संदेश
- खंजन – सारंग, कलकंठ, नीलकंठ
- खंड – अंश, भाग, हिस्सा, टुकड़ा
- खंभा – स्तूप, खंभ, स्तम्भ
- क्षिप्र – तेज, शीघ्र, तुरंत, तीव्र, दु्रत
- खिड़की – झरोखा, वातायन, अंतद्वार, गवाक्ष
- ग्राह – मगरमच्छ, मगर, झषराज, घड़ियाल
- ग्रामीण – ग्रामवासी, देहाती, ग्राम्य
- गज – हाथी, वितुण्ड, कुम्भी, मातंग, हस्ती, सिंधुर, कुंजर, द्विप
- गेहूँ – गोधूम, कनक, गंदुम
- गुलामी – दासता, परतंत्रता, परवशता
- गुलाब – शतपत्र, सुमना, स्ािलकमल, पाटल, वृन्तपुष्प
- गुनाह – अपराध, अधर्म, गलती, त्रुटि, ककर्म, दोष
- गुस्सा – क्षोभ, कोप, रोष, क्रोध
- गुप्त – गूढ़, अज्ञात, अप्रकट, निभृत
- गुरू – आचार्य, शिक्षक, अध्यापक
- गर्व – अभिमान, अहंकार, अहं, अहंभाव, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, अस्मिता, गौरव, अकड़
- गोदाम – भंडार, कोठा, मालखाना, गोडाउन
- गौरव – मान, सम्मान, बड़प्पन, महत्व
- गोधूलि – संध्या, शाम, सांयकाल, साँझ
- गाथा – कथा, किस्सा, दास्तान, कहानी
- गाँव – ग्राम, टोला, देहात, खेड़ा, पुरवा
- गाय – सुरभि, धेनु, गौ, कल्याणी, पयस्विनी, गौरी, भद्रा, दौग्धी
- गरीब – निर्धन, दीन, कंगाल, अकिंचन
- गीदड़ – सियार, श्रृगाल, जम्बुक
- गहन – दुर्गम, अच्छेद, अभेद, अथाह, अगाध, गहरा
- गति – चाल, दशा, हाल, रफ्तार, अवस्था, स्थिति
- गंगा – मंदाकिनी, विष्णुपदी, देवसरिता, त्रिपथगा, देवापगा, भागीरथी, सुरसरि, पापछालिका, अमरतरंगिनी, जान्हवी, नदीश्वरी
- गंभीर – अतल, अथाह, गहरा
- गरूड़ – खगपति, खगेश, उरगारि, हरियान, वातनेय, सुपर्ण, विषमुख
- गधा – गदहा, धूसर, चक्रीवाहन, रासभ, लम्बकर्ण, खर, वैशाखनंदन, वेशर
- गणेश – एकदंत, गजानन, गणेश, लंबोदर, विनायक, वक्रतुंड, विघ्नेश, मूषकवाहन, मोदकप्रिय, हेरम्ब, जगवन्द्य, भवानीनंदन, गजबदन, गणपति, गौरीसुत, गणनायक, गौरीनंदन
- गिरिराज – हिमालय, शैलेन्द्र, गिरीश, गिरींद्र, पर्वतराज, पर्वतेश्वर
- गिरि – पहाड़, शैल, मेरू, महीधर, भूधर, धराधर
- घट – गागर, कलश, घड़ा, कुम्भ, गगरी, निप
- घन – बादल, वारिद, जलधर, अंबुधर
- घुड़सवार – अश्वरोही, तुरंगी, तुरंगारूढ़
- घाटा – हानि, टोटा, नुकसान
- घास – दुर्वा, दूब, कुश, शाद, तृण
- घर – मकान, आवास, आलय, निवास, कुटी, हवेली, सदन, लाज, भवन, गृह, महल, गेह, निकेतन, ओक
- घी – हवि, घृत, अमृत, नवनीत
- घृणा – घिन, वीभत्स, अरूचि, जुगुप्सा
- चूहा – मूषक, मुसटा, उंदुर, मूसा
- चन्द्रमा – सोम, राकेश, शशि, हिमकर, कलाधर, इन्दु, मृगांक, द्विजराज, राकापति, सुधांशु, सुधाकर, रजनीपति, निशापति, तारापति, हिमांशु, सारंग, चाँद
- चेला – शिष्य, विद्यार्थी, शार्गिद
- चेतना – ज्ञान, होश, एहसास, सुधबुध
- चेहरा – मुख, मुखड़ा, शक्ल, आनन
- चतुरानन – विधाता, सृष्टा, ब्रम्हा, सृष्टिकर्ता
- चतुर – दक्ष, कुशल, प्रवीण, योग्य, निपुण, विज्ञ, नागर, पटु, होशियार, चालाक, सयाना
- चुगलखोर – पिशुन, पैशुनिक, चवाई, कनफुसका, कर्णीजप
- चक्र – चाक, चक्का, पहिया
- चाटुकारी – चापलूसी, मिथ्या प्रशंसा, चिरौरी, चमचागिरी, खुशमद
- चोटी – शीश, श्रृंग, सानु, मूर्धा, शिखर, परकोटि
- चोर – कभिज, खनक, मोषक, तस्कर, रजनीचर
- चौमासा – वर्षाऋतु, बरसात, वर्षाकाल
- चौकीदार – प्रहरी, गारद, पहरेदार
- चावल – धान, भात, तंदुल
- चारबाग – उपवन, बगीचा, बाग, उद्यान
- चाँदी – रजत, सौध, रूपक, रौप्य, चन्द्रहास, रूपा
- चरण – पद, पग, पाँव, पाद, पैर
- चपलता – चंचलता, चुलबुलापन, अधीरता
- चपला – बिजली, विद्युत, चंचला, तड़ित, दामिनी
- चन्द्रिका – कौमुदी, ज्योत्सना, कौमुदी, चाँदनी, कुमुदकला, जुन्हाई, अमृतवर्षिणी, चन्द्रातप
- चरित्र – आचार, सदाचार, आचरण, शील
- चर्मकार – मोची, पादुकाकार, चमार
- चश्मा – ऐनक, सहनेत्र, उपनेत्र
- चमक – आभा, दीप्ति, द्युति, कांति
- चंद्रशेखर – शिव, महादेव, शंभु, शंकर, महेश्वर, नीलकंठ, आशुतोष
- चंदन – मलयज, गंधराज, मंगल्य, गंधसार
- चंडी – दुर्गा, काली, कालिका, जगदंबिका, भगवती, अंबा
- चिट्ठी – पत्र, खत, पाती
- चिन्ह – प्रतीक, निशान, पहचान, संकेत, लक्षण
- चिराग – दीया, दीपक, दीप, शमा
- चिकित्सा – उपचार, इलाज, दवादारू
- चिंता – सोच, ऊहापोह, फ्रिक
- छलांग – उछाल, फांद, उछलकूद, चौकड़ी
- छली – छलिया, धोखेबाज, कपटी
- छल – फरेब, झाँसा, प्रपंच, कपट
- दूध – दुग्ध, गौरस, क्षीर, पय, पीयूष, दोहज, स्तन्य
- छटा – चमक, आभा, कांति
- छेला – सजीला, शौकीन, बाँका
- छानबीन – जाँच, पूछताछ, शोध, अन्वेषण, खोज, गवेषण, तहकीकात
- छोर – किनारा, सिरा, कोर, नोक
- छाती – सीना, वक्ष, उर, वक्षस्थल
- छात्र – विद्यार्थी, शिष्य, शिक्षार्थी
- छाया – साया, परछाई, प्रतिबिम्ब, छाँव
- छँटनी – छँटाई, कटौती, कांट-छांट
- जलाशय – सरोवर, पोखर, ताल, तलैया, तालाब
- जल – पानी, नीर, अमृत, तोय, सलिल, अम्बु, वारिय, उदक, जीवक, रस, अप
- जग – दुनिया, संसार, विश्व, भुवन, मृत्युलोक
- जन्नत – स्वर्ग, बैकुंठ, सुरलो, हरिधाम, सुरधाम
- जननी – माता, अम्बा, माँ, अम्मा
- जेवर – गहना, भूषण, आभरण, मंडल, अलंकार, आभूषण
- जत्था – दल, गुट, समूह, टोली, गिरोह
- जुलाहा – बुनकर, कोली, कोरी
- जुगनू – पटबीजना, प्रभाकीट, खद्योत
- जवानी – युवावस्था, तारूण्य, यौवन, तरूणाई
- जवान – युवक, किशोर, तरूण, युवा, नौजवान
- जानकारी – बोध, ज्ञान, विज्ञता
- जानकी – सीता, वैदेही, जनकसुता, जनकात्मजा, जनकतनया, रामप्रिया, जनकनंदिनी
- जोश – आवेश, उबाल, उफान, हौसला, उत्साह, साहस
- जासूस – गुप्तचर, खुफिया, भेदिया
- जाई – बेटी, पुत्री, लकड़ी, कन्या
- जाँघ – जंघा, रान, जानु, उरू, जघन
- जरठ – बूढ़ा, वृद्ध, बुड्ढा
- जीव – प्राणी, देहधारी, जीवधारी
- जीभ – रसना, जिव्हा, रसिका, वाणि, वाचा, जबान,
- जीविका – रोजी, रोटी, वृति, आजीविका
- जहन्नुम – नरक, दोजख, यमलोक, यमपुरी
- जहाज – जलयान, पोत, विमान, जलवाहन
- जहर – विष, गरल, कालकूट, माहुर
- जहीन – बुद्विमानी, मेधावी, तीक्ष्ण, बुद्धि, अक्लमंद
- जटिल – कठिन, दुर्बोध, दुरूह, पेचीदा, किलिष्ट
- जमाई – दामाद, जँवाई, जामाता
- जमीन – धरती, भू, भूमि, पृथ्वी, धरा, वसुंधरा
- जम्हूरियत – लोकतंत्र, प्रजातंत्र, लोकशाही, जनताशासन
- जंगल – वन, अरण्य, कानन, विपिन, बीहड़, विटप
- जंग – रण, युद्ध, संग्राम, समर
- ज्योति – आभा, दीप्ति, प्रभा, रूचि, रोचि, द्युति, छवि
- ज्योतिषी – गणक, दैवज्ञ, भविष्यवक्ता
- जय – जीत, विजय, फतह
- जिल्लत – अपमान, तिरस्कार, तौहीन, बेइज्जती, अनादर
- जिद्दी – हठी, दुराग्रही, हठीला, दुर्दान्त
- जिस्म – देह, काया, शरीर, बदन, वपु
- जिज्ञासा – उत्कंठा, उत्सकुता, कुतूहल
- जिंदगी – जीवन, जिंदगानी, हयात
- झूठ – असत्य, अनृत, मिथ्या, मृषा
- झुकाव – प्रवृत्ति, रूझान, प्रवणता, उन्मुखता
- झुंड – समूह, मंडली, पुंज, जत्था
- झोपड़ी – कुटी, पर्णकुटी, कुंज, कुटिया
- झाँसा – दगा, फरेब, ठगी, धोखा
- झरना – प्रपात, निर्झर, स्त्रोत, उत्स, जलप्रपात
- झींगुर – झिल्ली, जंजीरा, झिल्लिका, घुरघुरा
- झंडा – ध्वजा, पताका, केतु, निसान
- झंझा – तूफान, झंझावात, बवंडर, आँधी, अंधड़
- टीस – कसक, शूल, शूक्त, दर्द, पीड़ा
- टीका – व्याखा, वृृत्ति, विवृति, भाष्य, तिलक, चिन्ह, दाग, धब्बा
- टहनी – डाल, डाली, वृंत, प्रशाखा, उपशाखा
- टक्कर – समाघात, ठोकर, संघट्ट, भिडं़त, मुकाबला, मुठभेड़
- टोल – समूह, मण्डली, जत्था, झुण्ड
- टाँग – पैर, पाँव, टंक
- ठंड – सर्दी, जाड़ा, ठंडक, ठिठुरन, शीत
- ठिठोली – मजाक, परिहास, ठइोली, दिल्लगी, ठट्ठा
- ठिंगना – बौना, वामन, नाटा
- ठौर – ठिकाना, जगह, स्थल
- ठीक – उचित, मुनासिब, उपयुक्त
- ठहाका – खिलखिलाना, अट्टहास, कहकहा
- ठग – वंचक, प्रतारक, प्रवंचक, जालसाज, छली, धूर्त, धोखेबाज
- ठेस – आघात, चोट, धक्का, ठोकर
- डंडा – छड़ी, लाठी, सोंटा
- डोली – पालकी, मियाना, डोला
- डोर – रस्सी, तंतु, डोरी, रज्जु, तांत
- डाह – ईर्ष्या, जलन, कुढ़न
- डर – भय, आतंक, खौफ, दहशत, भीति, त्रास
- डगर – मार्ग, राह, रास्ता, पगहा, तंतु, रज्जु
- डेरा – खेमा, शिविर, पड़ाव
- डकैत – डाकू, लुटेरा, बटमार
- ढेर – समूह, अम्बार, झुण्ड, घौद
- ढोल – ढोलकी, ढोलक, प्रणव, पटह
- ढोर – चौपाया, मवेशी
- ढोंग – पाखण्ड, स्वाँग, कपट, छल
- ढील – शिथिलता, सुस्ती, अतत्परता
- ढंग – तरीका, विधि, पद्धति, रीति, प्रणाली
- तलवार – कृपाण, करवाल, खडग, शमशीर, चन्द्रहास, असि, सिरोही, करौली
- तट – किनारा, तीर, कूल, कगार, साहिल
- तन्मय – मग्न, लीन, तल्लीन, ध्यानमग्न
- तन – काया, शरीर, बदन, तनु, देह, जिस्म
- तत्पर – तैयार, उद्यत, कटिबद्ध, सन्नद्ध
- तुला – तराजू, काँटा, धर्मकाँटा
- तुरंत – तत्काल, शीघ्र, अविलम्ब, जल्दी, तत्क्षण, सत्वर
- त्वचा – चमड़ी, खाल, चर्म, चमड़ा
- तदबीर – उपाय, युक्ति, तरकीब
- तड़ाग – सरोवर, तालाब, पोखर, जलाशय
- तालाब – सरोवर, सर, पोखरा, जलाशय, पुष्कर, पद्याकर, सरसी,
- तोता – शुक, सुआ, कीर, सुग्गा, रक्ततुण्ड, दाड़िमप्रिय
- तारीफ – बढ़ाई, प्रशंसा, गुणगान, प्रशस्ति, सराहना
- तारीख – दिनांक, तिथि, मिती
- तामरस – कमल, नीरज, पंकज, सरसिज, पुण्डरीक, इन्दीवर
- ताकना – झांकना, निरखन, देखना, निहारना
- तरनी – नाव, किश्ती, नैया, नौका
- तरकस – तूण, तूणीर, निषंग, इषुधी, त्रोण
- तरकारी – सब्जी, भाजी, शाक
- तरंग – लहर, उर्मि, मौज, वीचि, हिलोर
- तपस्या – तप, साधना, योग, अनुष्ठान
- तीर – बाण, विशिख, अनी, सायक, शिलीमुख, शर
- तहजीब – सभ्यता, तमद्दुन, संस्कृति
- तटिनी – सरिता, नदी, दरिया, तरंगिणी, सलिला
- तड़ित – बिजली, विद्युत, दामिनी, गाज, सौदामिनी
- तथागत – गौतम, सिद्धार्थ, बुद्ध, बोधिसत्व
- तमा – रात, निशा, रात्रि, रजनी
- तम – अँधेरा, तिमिर, अँधियारा, अंधकार
- तकलीफ – रोग, अस्वस्थता, रूग्णता
- तकदीर – नसीब, भाग्य, प्रारब्ध, किस्मत, मुकद्दर
- तबाह – नष्ट, ध्वस्त, बरबाद
- तंज – ताना, व्यंग, कटाक्ष, छीटाकशी, फबती
- तंदुल – चावल, अक्षत, चाउर, धान
- त्योहार – उत्सव, पर्व, समारोह
- तरूवर – वृक्ष, पेड़, तरू, विटप, रूख, पादम, दु्रम
- तरूण – युवा, युवक, नौजवान, जवान
- तरू – पेड़, विटप, पादप, वृक्ष, द्रुम
- तिजारत – व्यापार, सौदागरी, व्यवसाय
- तिरस्कार – अपमान, उपेक्षा, निरादर, अवमानना
- तिरिया – महिला, स्त्री, औरत, ललना
- तिमिर – अंधकार, अंधेरा, तम, तमिस्त्रा
- थल – स्थल, भूमि, जगह, स्थान
- थवई – मिस्त्री, राजमिस्त्री, राज, राजगीर
- थोड़ा – कम, अल्प, न्यून, जरा, स्वल्प
- थोथा – खोखला, खाली, सारहीन
- थाती – धरोहर, अमानत, जमापूँजी
- थाह – छोर, सिरा, सीना, अंत
- थप्पड़ – झापड़, तमाचा
- थकान – थकावट, क्लांति, श्रांति, क्लान्ति
- देवता – सुर, देव, आदित्य, निर्जर, वसु, त्रिदश, अदितिनंदन, अमर्त्य, दैवत, आदितेय
- देवालय – मंदिर, देवस्थान, देवमंदिर
- देशाटन – यात्रा, पर्यटन, देशभम्रण, विहार
- देश – राष्ट्र, मुल्क, वतन
- छेरी – बकरी, अजा, छागी
- देह – काया, शरीर, तन, गात, वपु
- छतरी – छत्र, छाता, छत्ता
- दुर्लभ – अप्राप्य, दुष्प्राप्य, अलम्भ, नायाब, विरल
- दुर्गम – कठिन, दुस्तर, विकट, अगम्य
- दुर्गुण – अवगुण, बुराई, ऐब, खामी
- दुर्गा – सिंहवाहिनी, कालिका, भवानी, चण्डिका, कल्याणी, सुभद्रा, अजा, चामुण्डा
- छुटकारा – मुक्ति, निजात, रिहाई
- दुर्जन – दुष्ट, शठ, असज्जन, खल
- दुनिया – जग, संसार, जगत, विश्व, भव, जहान, खलक
- दुविधा – असमंजस, अनिश्चय, कशमकश, पेशोपेश
- दुर्भिक्ष – अकाल, सूखा, दुकाल, दुष्काल
- दुश्मन – शत्रु, बैरी, अरि, वैरी, रिपु
- दुःख – कष्ट, पीड़ा, संताप, क्लेश, यातना, वेदना, व्यथा, खेद, विषाद, क्षोभ, यंत्रणा
- दुष्ट – खल, पिशुन, नीच, दुर्जन
- दुष्कर – कठिन, दूभर, मुश्किल, दुसाध्य
- दस्तूर – प्रथा, परंपरा, चलन, रीति-रिवाज
- दस्तावेज – अधिकारपत्र, कागज, प्रलेख, प्रपत्र, अभिलेख, प्रलेख
- दर्शन – मुलाकात, भेंट, साक्षात्कार
- दौलत – सम्पत्ति, धन, द्रव्य, वित्त, विभूति, सम्पदा
- दोस्त – मित्र, सखा, स्नेही, सहचर, हितैषी, अंतरंग, यार
- दावानल – दवाग्नि, वनाग्नि, वन्याग्नि, वन्यानल, जंगल की आग, दावाग्नि
- दादा – पितामह, आजा, बाबा
- छाछ – मठा, मही, मठ्ठा, छाछी, लस्सी
- दास – नौकर, सेवक, परिचारक, अनुचर, भृत्य, चाकर
- दशा – हालत, स्थिति, अवस्था
- दरीचा – झरोखा, खिड़की, गवाझ
- दरमियान – बीच, मध्य
- दरख्त – पेड़, वृक्ष, विटप, दु्रम
- दर – भाव, कीमत, रेट
- दीपक – दिया, दीप, प्रदीप
- दीर्घ – लंबा, बड़ा, विशाल
- दहशत – भय, डर, खौफ, आतंक
- छवि – कांति, प्रभा, शोभा, सौंदर्य
- दरिद्रता – गरीबी, कंगाली, अभावग्रस्तता, निर्धनता
- दरियादिल – दानी, उदार, दानशील, फराखदिल
- दमन – अवरोध, रोक, वश, नियंत्रण, निग्रह
- दम – ताकत, शक्ति, बल, दमखम
- दक्ष – प्रवीण, चतुर, कुशल, होशियार, निपुण
- दृढ़ – पक्का, तगड़ा, मजबूत, पुष्ट
- दयानिधान – ईश्वर, दयालु पुरूष, दयावान व्यक्ति
- दया – अनुकंपा, करूणा, कृपा, प्रसाद, संवेदना, सहानुभूति, सांत्वना, अनुग्रह, तरस, रहम
- दिलेर – साहसी, वीर, शूर, बहादुर
- दिनकर – रवि, दिवेश, भास्कर, सूर्य, सूरज, भानु, दिवाकर
- दिन – दिवस, वार, याम, दिवा, वासर, प्रमान
- दिवंगत – मृत, स्वर्गीय, मरहूम, मृतक, परलोकवासी
- द्वैत – युग, युति, जोड़ा, युगल, द्वय, यमल
- द्वेष – दुश्मनी, बैर, शत्रुता, खार
- ध्वस्त – नष्ट, भग्न, खंडित, भ्रष्ट
- ध्वनि – स्वर, ताल, आवाज, रव, नाद
- धूल – रज, मिट्टी, गर्द, धूलि, खेह
- धनुर्धर – तीरंदाज, धन्वी, धनुषाधारी, निषंगी
- धन्यवाद – आभार, शुक्रिया, मेहरबानी, कृतज्ञता
- धन – संपत्ति, दौलात, वित्त, सम्पदा
- धेनु – गाय, गैया, गौ, गोमाता, सुरभि
- ध्रुव – अटल, स्थिर, दृढ़, निश्चित, अविचल, अडिग, अचल, पक्का
- धुंध – कुहासा, कुहरा, नीहार
- धवल – सफेद, उजला, श्वेत
- धाम – घर, सदन, निकेतन, मकान, गृह
- धाक – रोब, धौंस, दबदबा
- धरती – धरा, पृथ्वी, भूमि, भू, धरणी, वसुंधरा, मही, वसुधा, अचला, रत्नगर्भा, रत्नावती, जमीन, क्षिति, अवनी, मेदिनी
- धराधर – पर्वत, शैल, मेरू, महीधर, भूधर, पहाड़
- धीरज – संतोष, सब्र, तसल्ली, धैर्य, दिलासा, धीरत्व, धृति, धीरता
- धंधा – व्यवसाय, कामधंधा, उद्योग, आजीविका, रोजगार, व्यापार, कारोबार
- ध्येय – प्रयोजन, लक्ष्य, मकसद, उद्देश्य, अभिप्राय
- ध्यान – एकाग्रता, तन्मयता, मनोयोग, तल्लीनता
- नग्न – नंगा, निर्वस्त्र, दिगम्बर, अनावृत
- नूर – आभा, चमक, तेज, प्रकाश, कांति, आलोक
- नजीर – उदाहरण, मिसाल, दृष्टांत
- नेकी – भलाई, अच्छा, उपकार, भला
- नेत्र – चक्षु, नयन, लोचन, आँख, चख, अक्षि
- नवल – विलक्षण, अनोखा, अद्भुत, विचित्र
- नश्वर – नाशवान, मर्त्य, क्षर, क्षयी, भंगुर, फानी
- नदी – सरिता, तरंगिनी, तटनी, आपगा, वाहिनी, निम्नगा, निर्झरिणी, कल्लोनी, प्रवाहिणी, दरिया, तनूजा, स्त्रोतस्विनी, सारंग, तरंगिणी, कूलंकषा
- नसीहत – शिक्षा, उपदेश, सीख
- नाग – भुजंग, उरग, विषधर, फणीश, सारंग, अहि, सर्प, व्याल, साँप, फणी, व्याल
- नाश – विनाश, संहार, ध्वंस, समाप्ति, नष्ट-भ्रष्ट, अवसान
- नारी – वनिता, स्त्री, महिला, मानवी, औरत, रमणी, वामा, कामिनी, कांता, ललना
- नायक – अभिनेता, हीरो, कलाकार, अगुवा, प्रमुख पात्र, सितारा
- नरेश – राजा, भूपाल, भूपति, नरेन्द्र, नरपति
- नर – मानव, मनुष्य, पुरूष, मनुज, मर्त्य, जन
- नीलकमल – उत्पल, सौगन्धित, नीलसरोज, कुवलय, इंदीवर, असितकमल, नीलाम्बुज
- नीरव – मौन, शांत, चुप, खामोश
- नीरस – रसहीन, फीका, स्वादहीन, सूखा, बेजायका, बेरस, अस्वाद
- नम्र – विनीत, शिष्ट, विनयशील, सुशील
- नमक – लवण, नोन, रामरस
- नर्क – यमलोक, यमपुर, यमालय, नरक
- नंदकुमार – नंदनंदन, मोहन, मुरारी, नंदलाल, नंदकिशोर, कृष्ण
- नंदिनी – पुत्री, दुहिला, सुता, धी, बेटी, तनुजा, अंगजा
- नक्षत्र – तारक, सितारा, तारा, खद्योत
- न्यौता – निमंत्रण, बुलावा, आमंत्रण
- नया – नवीन, नूतन, नव्य, अभिनव, ताजा, नव, आधुनिक, अर्वाचीन, नवल
- नित्य – सदा, शाश्वत, हमेशा, रोज, सनातन, सदैव, चिरंतन
- निवेदन – विनती, प्रार्थना, गुजारिश, इल्तजा, विनय, अनुनय
- निशा – रात्रि, रात, निशि, रैन, विभावरी
- निरर्थक – व्यर्थ, अर्थहीन, बेमानी, बेकार
- निरक्षर – अनपढ़, अशिक्षित, अपढ़, लाइल्म
- निर्भय – निडर, बेधड़क, नि-शंक, दिलेर
- निभृत – वीरान, सुनसान, निर्जन, जनशून्य, एकांत
- निमित – ध्येय, प्रयोजन, हेतु, उद्देश्य
- निधि – भंडार, खजाना, कोष
- निकट – समीप, पास, करीब, आसन्न
- निकम्मा – निठल्ला, बेकार, निखट्टू, अकर्मण्य
- निंदा – बुराई, दोषारोपण, फटकार, भर्त्सना, अपयश, बदगोई, बदनामी
- नियति – भाग्य, होनी, प्रारब्ध
- नियम – कानून, रीति, ढंग, विधि, विधान, तरीका, उसूल, सिद्धांत
- निधान – आधार, अवलम्ब
- निर्णय – परिणाम, फैसला, निष्कर्ष
- निष्पक्ष – निरपेक्ष, अलग, उदासीन, तटस्थ
- निष्ठुर – बेरहम, बेदर्द, निर्मम, निर्दयी क्रूर, कठोर, संगदिल
- निष्ठा – आस्था, विश्वास, श्रद्धा
- पलटन – सेना, फौज, लश्कर, आर्मी, वाहिनी, सैन्य
- पल – लम्हा, दम, क्षण
- पूजा – आराधना, अर्चना, उपासना
- पूर्ण – सम्पूर्ण, अखण्ड, समग्र, निखिल
- पट – दरवाजा, कपाट
- पैर – पाँव, चरण, पाद, गोड़, टाँग, पगु, पद, पग
- पत्नी – अर्धागिनी, वामांगिनी, सहचरी, गृहिणी, त्रिया, जोरू, गृहलक्ष्मी, सहधर्मिणी, दुलहिन, वनिता, बेगम, प्राणप्रिया, भार्या
- पत्ता – पर्ण, पल्लव, पत्ती, पात, पाती
- पताका – ध्वज, निशान, झंडा
- पत्थर – प्रस्तर, उपल, पाषाण, पाहन
- पुरातन – प्राचीन, पुराना, पूर्वकालीन
- पुकार – फरियाद, गुहार, दुहाई
- पुत्री – बेटी, तनया, आत्मजा, लड़की, दुहिता, नंदिनी, सुता, तनूजा
- पुत्र – बेटा, तनय, आत्मज, लड़का, सुत, नंदन, औरस, पूत, वत्स, तनुज, नंद
- पुरूष – नर, आदमी, मनुष्य, मानव, जन, मानुष, मर्द
- पुष्प – सुमन, फूल, मंजरी, पुहुप, प्रसून, कुसुम, गुल
- पर्वत – पहाड़, अचल, शैल, गिरी, भूमिधर, धरणीधर, भूधर, मेरू, तुंग, महीधर, नग, धराधर
- पवन – वायु, समीर, हवा, मारूत, बयार, पवमान, अनिल, वात
- पाला – हिम, नीहार, तुषार, प्रालेय
- पागल – विक्षिप्त, उन्मत्त, दीवाना
- पानी – जल, सलिल, नीर, पयस, वारि, पय, अंबु, सारंग, मेघपुष्प, उदक, तोय
- पान – पर्णलता, ताम्बूल, नागबल्ली, नागरबेल, नागिनीपत्र, सप्तशिला
- पश्चाताप – ग्लानि, संताप, पछतावा, अनुताप
- पार्वती – गौरी, अभया, उमा, अपर्णा, अंबिका, आर्या, सती, शिवप्रिया, रूद्राणी, गिरिजा, भवानी, शिवा, शैलसुता
- पावस – बारिश, वर्षाकाल, वर्षाऋतु
- पादप – दु्रम, तरू, वृक्ष, पेड़, रूक्ष
- पाप – गुनाह, अपकर्म, पातक
- पाहुना – मेहमान, पाहुन, अभ्यागत, अतिथि
- पाठशाला – स्कूल, विद्यालय, मदरसा, विद्यापीठ
- पाखंड – ढोंग, स्वांग, ढकोसला, आडम्बर, प्रपंच
- पर्याय – एकार्थवाची, एकार्थी, समानार्थी
- परतंत्र – पराधीन, पराश्रित, परवश
- परछाई – साया, प्रतिच्छाया, छाया, प्रतिबिम्ब
- परोपकार – नेकी, परकाज, परार्थ, परहित, भलाई, परमार्थ
- पराक्रम – ताकत, शक्ति, पुरूषार्थ
- पराजित – परास्त, विजित, पराभूत
- परामर्श – राय, सम्मति, सलाह, विचार विमर्श, विचार विनिमय
- परमार्थ – उपकार, भलाई, परोपकार
- परख – जाँच, छानबीन, पहचान, परीक्षण
- पीड़ा – दर्द, वेदना, यंत्रणा, व्यथा
- पति – स्वामी, कांत, प्राणप्रिय, वल्लभ, आयुपुत्र, प्राणेश, भर्ता, प्राणधार, भर्तार, भर्त्ता, ईश
- पवित्र – शुद्ध, स्वच्छ, साफ, पुनीत, पाव, शुचि
- पथ – राह, मार्ग, रास्ता, मग, पंथ
- परिवर्तन – बदलाव, फेरबदल, हेरफेर, तबदीली
- परिवार – कुल, घराना, खानदान, कुनबा, कुटुंबा
- परिणाम – नतीजा, कल, परिपाक
- परिणति – अंजाम, नतीजा, परिणाम, फल
- परिणय – विवाह, शादी, ब्याह, पाणिग्रहण
- परिष्कृत – शुद्ध, परिमर्जित, प्रांजल
- पथिक – पंथी, राही, बटोही, मुसाफिर, बटाऊ, यात्री
- पंगु – अपाहिज, अपंग, लंगड़ा, विकलांग
- पंडित – ज्ञानी, प्रज्ञ, कोविद, विद्वान, सुधी, धीर, मनीषी, विचक्षण
- पंथ – पथ, मार्ग, डगर, राह, रास्ता
- पंकज – कमल, नलिन, राजीव, पद्म, जलज, वारिज, अम्बुज
- पंक – कीचड़, चहला, कीच, कर्दम
- पंख – पखौटा, पाँख, डेना, पक्ष
- पक्षी – विहग, निहंग, शकुन्त, खग, परिन्दा, अण्डज, चिड़िया, गगनचर, विहंग, पखेरू, द्रविज, पंछी, पतंग, नभचर
- पृथ्वी – वसुधा, धरा, भूमि, जमीन, क्षिति, वसुधा, मही, भू, इला, उर्वी, धरती, धात्री, मेदिनी, धरित्री, अवनि, वसुन्धरा
- पृष्ठ – पन्ना, पेज, वर्क, सपहा, सफा
- पिता – जनक, पितृ, वालिद, बाप, तात
- प्रलय – कल्पान्त, विप्लव, कयामत
- प्रजा – जनता, रिआया, रैयत, परजा
- प्रेम – प्रणय, अनुराग, प्रीति, स्नेह, ममता, लाड़-प्यार, दुलार
- प्रेक्षागृह – नाट्यशाला, रंगशाला, रंगस्थली, रंगभूमि, नाट्यगृह, छविगृह, अभिनयशाला
- प्रताप – प्रभाव, इकबाल, बोलबाला, धाक
- प्रफुल्ल – हर्षित, प्रसन्न, प्रसन्नचित, उल्लासमय
- प्रचुर – बहुत, भरपुर, पर्याप्त, यथेष्ट
- प्रचंड – भयंकर, भीषण,उग्र
- प्रवाद – किंवदंती, जनश्रुति, अफवाह
- प्रस्तावना – भूमिका, आमुख, प्राक्कथन, पुरोवचन
- प्रासाद – राजमहल, राजभवन, राजनिवास, महल
- प्रारब्ध – नसीब, भाग्य, तकदीर, किस्मत
- प्रार्थना – अर्चना, अनुनय, विनती, अनुरोध, स्तुति, विनय, अभ्यर्थना, निवेदन
- प्रभात – भोर, सुबह, प्रातःकाल, सवेरा, ऊषाकाल, विहान
- प्रभा – आभा, छवि, दीप्ति, द्युति
- प्रहरी – प्रतिहारी, पहरेदार, द्वारपाल, चौकीदार, दरबान
- प्रतिज्ञा – वचन, प्रण, वायदा
- प्रतिदिन – हर-दिन, हर-रोज, रोज-रोज, रोजाना, रोज
- प्रतियोगिता – प्रतिस्पर्धा, स्पर्धा, होड़, मुकाबला
- प्रतिष्ठा – सम्मान, आबरू, कीर्ति, यश, गौरव, महानता, इज्जत
- प्रसिद्ध – विख्यात, प्रख्यात, यशस्वी, ख्यात, नामी, मशहूर, नामवर
- प्रथा – परम्परा, रीति, रिवाज, चलन, प्रचलन, रूढ़ि, परिपाटी
- प्रकाश – ज्योति, तेज, चमक, आलोक, द्युति, दीप्ति
- प्रबंध – व्यवस्था, बन्दोबस्त, इन्तजाम
- प्रिया – प्रेयसी, प्यारी, प्रियतमा, सजनी, दिलरूबा
- फलक – आसमान, आकाश, नभ, गगन, व्योम
- फूल – सुमन, गुल, प्रसून, पुष्प, कुसुम
- फतह – विजय, जीत, जफर, सफलता
- फसल – उपज, पैदावार, शस्य
- फसाद – दंगा, बलवा, उत्पाद
- फौरन – तत्काल, तुरंत, तत्क्षण
- फरमान – राजादेश, हुक्म, राजाज्ञा
- फितरत – स्वभाव, प्रवृत्ति, प्रकृति, मिजाज, मनोवृत्ति
- बिगाड़ – खराबी, दोष, विकार
- बिजली – दामिनी, विद्युत, सौदामिनी, चंचला, बीजुरी, तड़ित, ऐरावती, क्षणप्रभा, बीजुरी, चपला, घनप्रिय, इन्द्रवज्र, सौदामनी, घनवल्ली
- ब्राम्हण – विप्र, द्विज, अग्रजन्मा, द्विजाति, भूमिसुर, भूमिदेव, महीदेव, भूदेव
- बलराम – हलधर, बलभद्र, हली, रेवतीरमण, श्यामबंधु, बलवीर
- बगावत – विद्रोह, गदर, विप्लव
- बजरंगबली – हनुमान, वायुपुत्र, बज्रांगी, महावीर, केसरीनंदन, मारूतिनंदन, तेजप्रताप, पवनपुत्र
- बैल – वृषभ, वृष, वलीवर्द, ऋषभ
- बेमिसाल – लाजवाब, अनोखा, लासानी, बेजोड़, अतुलनीय
- बसंत – माधव, कुसुमाकर, मधुमास, ऋतुराज
- बालू – बालुका, सैकत, रेत
- बाल – केश, रोम, शिरोरूह, चिकुर, कुतंल, अलक
- बाग – वाटिका, उद्यान, निकुंज, फुलवाड़ी, उपवन
- बादल – मेघ, जलधर, घन, वारिद, नीरद, पयोधर, बलाहक, जीमूत, अम्बुद, सारंग, जलद
- बारिश – वर्षा, पावस, बरसात, वृष्टि, वर्षण, चौैमासा
- बाण – तीर, सर, विशिख, आशुग, इषु, सायक, शिलीमुख, नाराच
- बहेलिया – शिकारी, व्याद्य, लुब्धक, अहेरी
- बहुत – अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत, अमित, अत्यंत, अनेक, अपार, असंख्य
- बहादुर – वीर, शूर, सूरमा
- बलिदान – जीवनदान, कुर्बानी, आत्मोत्सर्ग
- बर्बर – अशिष्ट, उद्धत, जंगली, असभ्य
- बंजर – ऊसर, अनुर्वर, पड़ती, अनुपजाऊ
- बंदर – कपि, बानर, कीश, मर्कट, शाखामृग
- भूषण – गहना, अलंकार, जेवर, आभूषण
- भेद – अंतर, फर्क, विषमता, भिन्नता
- भुजा – बाँह, बाहु, भुज, बाजू
- भुवन – दुनिया, संसार, जगत, विश्व
- भव – संसार, जग, दुनिया, जहाँ, खल्क, विश्व, खलक
- भद्र – शालीन, कुलीन, शिष्ट, सभ्य, बासलीका, सलीकेदार
- भाला – बरछा, नेजा, बर्छा, शलाका, कुंत
- भाल – माथा, कपाल, मस्तक, ललाट
- भोला – सीधा, निश्छल, सरल, निष्कपट
- भोजन – आहार, खाना, सामग्री, खाद्य, भोज्य
- भौंरा – मधुकर, मधुप, भ्रमर, षट्पद, अलि, द्विरेप, भृंग
- भाव – आशय, तात्पर्य, अर्थ, अभिप्राय
- भारती – सरस्वती, शारदा, वीणावादिनी, विद्यादेवी, ब्राम्ही, वाग्देवी, वागेश्वरी, वागीशा, विमला
- भाई – भ्राता, सहोदर, बन्धु, अग्रज, अनुज, तात, भइया, भ्रातृ
- भरतखंड – आर्यावर्त, भारत, हिंदुस्तान, हिंदोस्ताँ, भारतवर्ष, इंडिया
- भरोसा – प्रश्रय, आश्रय, सहारा, अवलम्ब, ऐतबार, विश्वास, अकीदा, यकीन
- भगिनी – बहन, बहना, अग्रजा, दीदी, जीजी, बहिन, स्वसा
- भविष्य – अनागत, भावी, भविष्यद, मुस्तकबिल, भविष्यतकाल
- भक्त – आराधक, पुजारी, पूजक, उपासक, अर्चक
- भंगुर – अनित्य, क्षर, नाशवान, मर्त्य, विनश्वर, नश्वर
- भंवरा – मधुकर, मधुप, अलि, भृंग, भौंरा, भ्रमर, मिलिंद, अलिंद
- भय – खौफ, भीति, डर, श्रास, विभीषिका
- मनुष्य – आदमी, नर, मानव, मानुष, मनुज, जन
- मनीषा – मेधा, विचार, मति, प्रज्ञा, बुद्धि
- मैना – सारी, सारिका, कलहप्रिया, मधुरालाषा, त्रिलोचना
- मेघ – अम्बुद, पयोधर, बादल, जलधर, नीरद, घन, वारिधर, पयोद, अभ्र
- मतभेद – असम्मति, मातद्वैध, असहमति
- मत – धारणा, मंतव्य, सम्मति
- मुलायम – नर्म, मृदु, कोमल, स्निग्ध
- मुर्गा – ताम्रचूड़, कुक्कुट, अरूणशिखा, तमचूक, ताम्रशिखी
- मुनि – वैरागी, संन्यासी, संत, भिक्षु, यती, तापस, साधु, महात्मा
- मुक्ति – मोक्ष, अमृतत्व, निर्वाण, परमपद, अपवर्ग, कैवल्य, सद्गति, परमधाम
- मुँह – मुख, आनन, चेहरा
- मुर्ख – अज्ञानी, अपढ़, जड़, गँवार, अल्पमति, बेवकूफ, मूढ़, अज्ञ
- मछली – मीन, मत्स्य, झख, सफरी, जलजीव
- मानव – इंसान, आदमी, मनुष्य, मनुज
- मानक – प्रतिमान, मानदंड, आदर्श
- मोती – शशिप्रभा, मुक्ता, सीपज, मौक्तिक
- मोर – शिखी, मयूर, शिखण्डी, कलापी, केकी
- माता – माँ, अंबा, जननी, अम्मा, जनयत्री, अम्बिका, धात्री, प्रसू
- मार्मिक – ह्दयस्पर्शी, मर्मभेदी, मर्मांतक, मर्मस्पर्शी
- माया – छल, प्रपंच, प्रतारण, छलना
- माधुरी – मिठास, मधुरता, माधुर्य
- महात्मा – महाशय, महापुरूष, महामना, महानुभाव
- महावीर – हनुमान, मारूति, कपीश्वर, रामदूत, अंजनीपुत्र, केशरीनंदन, बजरंगबली, मारूततनय, पवनकुमार, पवनसूत
- महादेव – शिव, शंकर, भोलेनाथ, पशुपति, शंभु, ईश, चन्द्रशेखर, भूतेश, महेश्वर, गिरीश, आशुतोष, त्रिलोचन, कैलाशनाथ, केदार, उमापति
- महक – खुशबू, सुवास, परिमल, वास, सौरभ, सुगंधि
- मदिरा – शराब, मधु, आसव, हाला, सुरा, मद, वारूणी, मद्य
- मंजुल – मनोहर, आकर्षक, मोहक, सुंदर, शोभनीय
- मंतव्य – सम्मति, राय, सलाह, अभिमत, विचार
- मृत्यु – निधन, पंचत्व, देहावसान, देहांत, निधान, स्वर्गवास, मौत, अंत, इंतकाल, मरण, निर्वाण, दिवंगत, मृत
- मधु – शहद, कुसुमासव, रसा
- यत्न – प्रयत्न, उद्यम, चेष्टा
- यतीम – बेसहारा, अनाथ
- युग – काल, कल्प, जमाना, जुग, दौर, मन्वंतर
- युवती – रमणी, प्रमदा, तरूणी, सुंदरी, श्यामा, किशोरी, नवयौवना
- युद्धभूमि – रणभूमि, रणक्षेत्र, संग्रामभूमि, संग्रामक्षेत्र, युद्धस्थल
- युद्ध – संग्राम, लड़ाई, समर, संघर्ष, द्वंद्व, रण
- योग्य – कुशल, काबिल, सक्षम, कार्यक्षम
- याद – स्मृति, ख्याल, स्मरण, सुधि, सुध, स्मरणशक्ति
- यशस्वी – विख्यात, नामवर, कीर्तिवान, ख्यातिवान, मशहूर
- यज्ञोपवीत – जनेऊ, ब्रम्हासूत्र, उपवीत
- यामिनी – विभावारी, राका, रजनी, निशा, रैन, रात, रात्रि
- याम – पहर, बेला, जून, वेला, प्रहर
- यात्रा – भ्रमण, घूमना, सफर, पर्यटन, देशाटन
- यश – ख्याति, कीर्ति, प्रसिद्धि
- यमुना – तूनजा, तरणि, अर्कजा, कालिन्दी, रवितनया, रविजा, सूर्यसुता, तरणिजा, भानुजा, कृष्णप्रिया
- यम – धर्मराज, यमराज, सूर्यपुत्र, दण्डधर, यमुनाभ्राता, शमन, कीनाश, कृतांत, श्राद्धदेव, जीवितेश, अंतक
- यकीन – आस्था, विश्वास, भरोसा, ऐतबार
- यकृत – जिगर, पित्ताशय, कलेजा
- यंत्रणा – वेदना, यातना, पीड़ा, तकलीफ, व्यथा
- यक्ष्मा – तपेदिक, टीबी, क्षय, राजरोग
- राजा – नरेश, नृप, भूपाल, राव, नरेन्द्र, भूप, नरपाल, नरनाह, नृपति, नरपति, महीपति, सम्राट
- रोना – विलाप, रूदन, क्रंदन, रोदन, विलपन
- रोचक – मनोहर, दिलचस्प, लुभावना
- रावण – लोकेश, दशकंठ, दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश, दशकंध, दैत्येन्द्र, दशमुख
- रात्रि – निश, रैन, रात, शर्वरी, तमस्विनी, विभावरी, यामिनी
- राम – राघव, अमिताभ, रघुराज, रघुनाथ, कौशल्यानंदन, दशरथनंदन, सीतापति, रघुवर, अवधेश, रामचन्द्र, जनकीवल्लभ, कमलेन्द्र
- राय – मत, सलाह, मंत्रणा, परामर्श, सम्मति
- राधा – राधिका, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा
- रमा – लक्ष्मी, पद्मा, इंदिरा, चंचला, हरिप्रिया, समुद्रजा, क्षीरोदतनया, श्रीभार्गवी, पद्मासना, कमलासना
- रमणीय – मनोहर, ललित, मनभावन, सुंदर
- रक्त – लहू, रूधिर, लोहित, रोहित, शोणित, खून
- रक्षा – बचाव, देखरेख, हिफाजत, संरक्षण
- रिपु – बैरी, दुश्मन, विरोधी, विपक्षी, अमित्र, शत्रु, प्रतिवादी
- लगातार – निरंतर, अनवरत, अजस्त्र, सतत्
- लज्जा – शर्म, हया, लाज, व्रीडा
- लता – बल्ली, बल्लरी, बेली, लतिका, प्रतान, बेल, वीरूध
- लुटेरा – डाकू, अपहर्ता, डकैत, बटमार
- लड़ाई – झगड़ा, अनबन, खटपट, मनमुटाव, रण, संग्राम, जंग, युद्ध
- लड़का – बालक, किशोर, कुमार, सुत
- लड़की – बालिका, किशोरी, बाला, कुमारी, सुता, कन्या
- लालसा – अभिलाषा, लिप्सा, लालच, तृष्णा
- लोलुप – लालची, लोभ, तृष्णालु
- लौह – लोहा, अयस, सार
- लहर – हिलोर, तरंग, उर्मि, लहरी
- लक्ष्मण – लखन, सौमित्र, दशरथनंदन, अनंत, शेषावतार, रामानुज, शेष
- वर्ग – समुदाय, कोटि, श्रेणी, समूह, सम्प्रदाय
- वन – कानन, अरण्य, जंगल, कांतार, विपिन, अटवी
- वज्र – अशनि, दभोलि, कुलिस, पवि
- वसन – अम्बर, पट, परिधान, वस्त्र, चीर
- वायु – हवा, पवन, समीर, अनिल, मारूत, वात, पवमान, प्रकंपन, समी
- वपु – बदन, तन, काया, देह
- वीर्य – शुक्र, बीज, सार, जीवन, तेज
- वक्ष – सीना, वक्षस्थल, उदरस्थल, छाती
- वृक्ष – विटप, पेड़, पादम, तरू, दु्रम, शाखी, गाछ, अमग, दरख्त
- व्यसन – लत, टेक, आसक्ति, वान
- वर्ष – साल, वत्सर, बरस
- वर्षा – बरसात, वर्षाकाल, चौमासा, वर्षाऋतु, पावस, मेह
- विलास – भोग, वासना, संतुष्टि, आनंद
- विलक्षण – अनूठा, विचित्र, निराला, अद्भूत
- विफल – निरर्थक, व्यर्थ, निष्फल, बेकार
- विवेचना – वर्णन, टीका, व्याखा
- विवाह – शादी, परिणय, व्याह, गठबंधन, पाणिग्रहण
- विश्व – जग, दुनिया, संसार, लोक, जगत, भव
- विस्मय – आश्चर्य, हैरानी, अचरज
- विशाल – बड़ा, विराट, महा, महान, वृहत्, दीर्घ
- विशारद – ज्ञानी, विशेषज्ञ, सुधी, पंडित
- विप्र – ब्राम्हण, पुरोहित, महीसुर, भूदेव
- विभोर – मग्न, लीन, मस्त, मुग्ध
- विभा – आभा, शोभा, कांति, प्रभा
- विविध – नाना, विभिन्न, प्रकीर्ण
- विधि – तरीका, रीति, नियम, शैली, चाल, प्रणाली, पद्धति
- विमल – पवित्र, विशुद्ध, स्वच्छ, निर्मल, पावन
- विमान – हवाईजहाज, खग, वायुयान, उड़नखटोला
- विकार – बुराई, दोष, बिगाड़, विकृति
- विद्या – शिक्षा, ज्ञान, गुण, सरस्वती, इल्म
- विष – जहर, गरल, हलाहल, कालकूट
- विष्णु – पीताम्बर, नारायण, मधुरिपु, उपेन्द्र, चक्रपाणि, जनार्दन, विशम्भर, दोमादर, चतुर्भुज, लक्ष्मीपति, मुकुंद, कमलापति
- श्वेत – सफेद, सित, धवल
- शेर – केशरी, नाहर, मृगेन्द्र, केहरि, वनराज
- शुभचिंतक – हितैषी, शुभाकांक्षी, शुभचिंतक, उपकारक, हितचिंतक
- शुभ – मंगल, शुभकर, कल्याणकारी
- शस्य – फसल, उपज, पैदावार
- शायद – सभ्मवतः स्यात्, कदाचित
- शराब – मदिरा, हाला, मद्य, अमृता, वीरा, अम्रता
- शरीर – देह, काया, वपु, तन, गात, कलेवर, गात्र, अंग
- शरण – आश्रय, संश्रय, रक्षा, त्राण
- शपथ – प्रतिज्ञा, कसम, सौगंध, सौ, हलफ
- शहद – मधु, पुष्पासव, मकरंद, पुष्परस, आसव, रस
- शब्दार्थिका – शब्द संग्रह, शब्द संकलन, शब्दावली, शब्दकोश
- शब्द – रव, घोष, नाद, ध्वनि, मुखर, आश्व
- शिरा – नस, धमनी, नाड़ी
- शिक्षा – नसीहत, तालीम, सीख, ज्ञान, शिक्षण, प्रशिक्षण, उपदेश
- शिष्ट – शलीन, सौम्य, भद्र, संभ्रान्त
- षंडाली – तालाब, ताल
- षडयंत्र – साजिश, कूट रचना, कुचक्र
- षडानन – षटमुख, षाण्मातुर, कार्तिकेय
- सूची – तालिका, सारिणी, सरणी, फेहरिस्त
- सूर्य – दिनकर, रवि, भास्कर, दिवाकर, कमलबंधु, आदित्य, मार्तण्ड, प्रभाकर, अर्क, तरणि, पतंग, अंशुमाली
- सन्नद्ध – तैयार, प्रस्तुत, तत्पर, कटिबद्ध
- स्नेह – प्रीति, अनुराग, प्यार, प्रेम, इश्क, मोहब्बत
- सजग – सतर्क, चौकन्ना, सावधान, चौकस
- सज्जन – भद्र, साधु, सभ्य, कुलीन, पुंगव
- सेना – दल, चमू, अनीक, ऊनी, कटक, अनीकिनी
- सत्य – सच, सही, ठीक, वास्तविक, शुद्ध
- सुन्दरी – कामिनी, सुनयना, विलासिनी, सुनेत्रा, ललिता
- सुन्दर – रम्य, मनोहर, कलित, सुहावना, रमणिक, कमनीय, उत्कृष्ट, सुरभ्य, उत्तम, मंजुल, रूचिर, चारू, चित्ताकर्षक
- सुरभि – सुघान्दी, तर्पण, इष्टगंध, सौरभ, सुंगध, महक, खुशबू
- सुबोध – सुगम, सरल, सुस्पष्ट, बोधगम्य
- सर्वकालिक – चिरस्थायी, लगातार, अविरत, शाश्वत, निरंतर, सदैव
- स्वर्ग – बैकुंठ, परलोक, दिव, द्युलोक, सुरलोक, देवलोक, ब्रम्हाधाम, द्यौ, दिव्यधाम
- स्वच्छन्द – निर्बंध, स्वतंत्र, निरंकुश
- स्वागत – खातिरदारी, सत्कार, सम्मान, मेहमाननवाजी, आदर आतित्य, मेहमानदारी
- स्वावलंबन – स्वाश्रय, आत्माश्रय, आत्मानिर्भरता
- स्वर्ण – कनक, सोना, हिरण्य, हेम, सुवर्ण, हारक, तामरस, कंचन
- सदन – घर, गृह, आवास, निकेतन
- सद्भाव – मेल-मिलाप, मेलजोल, समन्वय
- सागर – समुद्र, नदीश, रत्नाकर, वारीश, पारावार, उदधि, अर्णव, पयोधि, सिन्धु, जलधि, अब्धि, अम्बुधि, सरित्पति, नीरनिधि, पयोनिधि, तोयनिधि, अब्धि, नीरधि
- सरस्वती – वीणापाणि, वाणी, श्री, भाष्, हंसवाहिनी, ज्ञानदायिनी, भारती, शारदा, वाक् वाग्देवी, वागीश, वागेश्वरी
- सर्प – भुजंग, नाग, अहि, सांप, उरग, व्याल, फणी, विषधर, हेन, सारंग
- सभा – बैठक, महासभा, अधिवेशन, संगीति, परिषद
- सीमा – वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकनन्दिनी, रामप्रिया, जनकतनया
- सभ्यता – भद्रता, शीलवत्ता, शिष्टाचार, शिष्टता
- सहेली – सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री, आली
- समूह – समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, गण, वृन्द, दल, समुच्चय, संघ
- समसामयिक – समकालीन, समव्यस्क, समकालिक
- सम्पूर्ण – सारा, पूरा, समग्र, पूर्ण
- सम्पर्क – मिलन, भेंट, मुलाकात, संयोग
- समीप – आसन्न, निकट, पास, सन्निकट
- समीक्षा – मीमांसा, आलोचना, निरूपण, विवेचना
- सब – सम्पूर्ण, सारा, सर्व, समग्र, निखिल, अखिल, सकल, समस्त
- संग्रह – संचय, जमाव, संकलन
- संन्यासी – विरत, बैरागी, दंडी, परिव्राजक
- संवेदना – हमदर्दी, सहानुभूति, दया, सहभावना, अनुकंपा, करूणा
- संसार – लोक, जग, जगत, विश्व, जहान
- संहार – अंत, ध्वंस, समाप्ति, नाश
- संकल्प – प्रतिज्ञा, प्रण, वृत, निश्चय, दृढ़
- संध्या – शाम, साँझ, प्रदोषकाल, सांयकाल, गोधूलि
- स्त्री – महिला, ललना, सुंदरी, कांता, कलत्र, रमणी, वनिता
- सखी – सहेली, सहचरी, सैरंध्री
- सिंह – केशरी, नखायुध, बहुबल, व्याघ्र, मृगराज, केशरी, मृगेन्द्र, केहरि, शेर