खनिज प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्व है जिसकी एक निश्चित आंतरिक संरचना है। खनिज हमारे जीवन के अति महत्वपूर्ण भाग है छोटी सूई से लेकर इमारत तक सभी खनिजों से बने हैं। खनिज अयस्कों में पाए जाते हैं।
खनिजों का वर्गीकरण
धात्विक खनिज – (a) लौह धात्विक खनिज – लौह अयस्क, मैंगनीज, निकल व कोबाल्ट आदि
(b) अलौह धात्विक खनिज – बाॅक्साइट, ताँबा, सीसा, जस्ता आदि
अधात्विक खनिज – अभ्रक, चूना पत्थर, जिप्सम, संगमरमर, नमक, पोटाश, सल्फर आदि
ऊर्जा खनिज – कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस
परमाणु खनिज – यूरेनियम, थोरियम आदि
लौह अयस्क (Iron Ore) – लौह अयस्क औद्योगिक विकास की रीढ़ है।
लौह अयस्क चार प्रकार के होते है :- मैग्नेटाइट, हेमेटाइट, लिमोनाइट तथा साइडराइट।
मैग्नेटाइट सर्वोत्तम प्रकार का लौह अयस्क है जिसमें 70% से अधिक लोहांश पाया जाता है। यह भूरे काले रंग का होता है।
भारत में हेमेटाइट लौह अयस्क सर्वाधिक मात्रा में है इसमें 60% से 70% तक लोहांश होता है। यह लाल एवं गेरूए रंग का होता है।
लिमोनाइट पीले रंग का लौह अयस्क है इसमें 35 से 60% लोहांश पाया जाता है।
साइडराइट भूरे रंग का लौह अयस्क जिसमें न्यूनतम लोहांश होता है इसे निम्न श्रेणी का लौह अयस्क कहा जाता है।
इंडियन मिनरल्स इयरबुक 2021 के अनुसार लौह अयस्क के संचित भण्डार एवं उत्पादन में ओडिशा अग्रणी राज्य है।
मैंगनीज (Manganese) – मैंगनीज का मुख्य रूप से प्रयोग इस्पात के निर्माण में किया जाता है। इसके अलावा ब्लीचिंग पाउडर, रंगीन ईंटें, चीनी मिट्टी के बर्तनों को रंगने, कीटनाशक दवाए, शुष्क बैटरी निर्माण में, पेंट बनाने लोहे से मिश्र धातु एवं इस्पात निर्माण में किया जाता है।
Indian Minerals Yearbook 2020 के अनुसार मैंगनीज का संचित भण्डार की दृष्टि से ओडिशा में भारत के 40 प्रतिशत मैंगनीज का भण्डार है। मैंगनीज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है मध्यप्रदेश 33% , महाराष्ट्र 25%, ओडिशा 19% उत्पादन करता है।
मैंगनीज का प्रतीक चिन्ह – Mn
मैंगनीज का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 25
मैंगनीज का परमाणु भार (Atomic Weight) – 54.938
मैंगनीज का गलनाँक (Melting Point) – 1,246 °C
मैंगनीज का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,061 °C
ताँबा (Copper) – ताँबा पृथ्वी पर मानव द्वारा खोजी गई पहली धातु है। विद्युत तथा ऊष्मा का सुचालक होता है।
ताँबा का प्रतीक चिन्ह – Cu
ताँबा का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 29
ताँबा का परमाणु भार (Atomic Weight) – 63.546
ताँबा का गलनाँक (Melting Point) – 1,085 °C
ताँबा का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,562 °C
ताँबा और टिन को मिलाकर कांसा,
ताँबा और जिंक को मिलाकर पीतल
ताँबा, टिन और जिंक को मिलाकर गनमेटल
ताँबा, जिंक और निकल को मिलाकर जर्मन सिल्वर
ताँबा और जिंक को मिलाकर डच मेटल
ताॅबा और एल्युमिनय को मिलकर रोल्ड गोल्ड बनाया जाता है।
ताँबा बिजली उद्योग के लिए महत्वपूर्ण खनिज है। बिजली की मोटरें, ट्रांसफार्मर, जेनेरेटर्स में, आभूषणों को सुदूढ़ता प्रदान करने के लिए इसे सोने के साथ मिलाया जाता है।
मध्यप्रदेश के बालाघाट खदानें देश का लगभग 52% ताँबा उत्पन्न करती है।
बाॅक्साइट (Bauxite) – सफेद गुलाबी रंग का दिखने वाला बाॅक्साइट हाइड्रेटेड एल्युमिनियम ऑक्साइड होता है। बाॅक्साइट एल्युमीनियम का सबसे महत्वपूर्ण अयस्क है। पृथ्वी की भूपर्पटी में मिलने वाले धातुओं में एल्युमिनियम 7 प्रतिशत है। बाॅक्साइट मुख्यतः टर्शियरी निक्षेपों में पाया जाता है तथा लैटराइट चट्टानों से संबद्ध है।
इसका उपयोग वायुयान निर्माण, बर्तन, बिजली के तार निर्माण में होता है। बाॅक्साइट को सिल्वर हीरे भी कहा जाता है।
ओडिशा भारत का सबसे बड़ा बाॅक्साइट उत्पादक राज्य है।
सोना (Gold) – सोना प्रीकैम्ब्रियन काल से बनी चट्टानों में अयस्क में पाया जाता है। सोना जंगरहित चमक कम नहीं होनी वाली एकमात्र पीली उत्कृष्ट धातु है। सोना मूल्यवान धातु है इसकी शुद्धता कैरेट (Carat) में मापी जाती है
कैरेट शुद्धता प्रतिशत
18K 75%
22K 91.7%
24K 99.9%
सोना का प्रतीक चिन्ह – Au
सोना का परमाणु संख्या (Atomic Number) 79
सोना का परमाणु भार (Atomic Weight) – 196.97
सोना का गलनाँक (Melting Point) – 1,064 °C
सोना का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,970 °C
सोना को कठोर बनाने के लिए उसमें ताँबा मिलाया जाता है। इसका उपयोग आभूषण, सिक्के बनाने, इलेक्ट्राॅनिक्स उद्योग में होता है।
चाँदी (Silver) – चाँदी नरम, सफेद, चमकदार धातु है। चाँदी पृथ्वी में शुद्ध मुक्त मौलिक रूप में सोने, अन्य धातुओं के साथ मिश्र धातु के रूप में पाई जाती है। चाँदी सभी धातुओं में विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक के साथ सर्वाधिक परावर्तक तत्व है।
चाँदी का प्रतीक चिन्ह – Ag
चाँदी का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 47
चाँदी का परमाणु भार (Atomic Weight) – 107.8682
चाँदी का गलनाँक (Melting Point) – 961.8 °C
चाँदी का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,162 °C
चाॅँदी का उपयोग आभूषण, चाँदी के बर्तन, इलेक्ट्रानिक्स उद्योग, मिश्र धातु, फोटोग्राफी व तार बनाने में होता है।
सिल्वर आयोडाइट का उपयोग कृत्रिम वर्षा कराने के लिए किया जाता है।
जस्ता (Zinc) – जस्ता यानि जिंक नीला सिल्वर ग्रे चमकदार धातु है।
जस्ता का प्रतीक चिन्ह – Zn
जस्ता का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 30
जस्ता का परमाणु भार (Atomic Weight) – 65.38
जस्ता का गलनाँक (Melting Point) – 419.53 °C
जस्ता का क्वथनाँक (Boiling Point) – 907 °C
जस्ता का उपयोग लौह इस्पात उद्योग, ऑटोमोबाइल उद्योग में, जंग रोधक मिश्र धातु के निर्माण में किया जाता है।
लोहे के बाद जिंक मानव शरीर में दूसरी सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाती है तथा यह एंजाइमों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है।
सीसा (Lead) – शुद्ध सीसा नीले रंग के साथ चमकीला चमकदार ग्रे होता है। सीसा नरम और लचीला होता है।
सीसा का प्रतीक चिन्ह – Pb
सीसा का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 82
सीसा का परमाणु भार (Atomic Weight) – 207.2
सीसा का गलनाँक (Melting Point) – 327.46 °C
सीसा का क्वथनाँक (Boiling Point) – 1,749 °C
सीसा का उपयोग मिश्र धातु बनाने में, रिचार्जेबल बैटरियों में होता है। सीसा अत्याधिक विषैला होता है।
निकेल (Nickel) – निकेल हल्के सुनहरे रंग के साथ सफेद चमकदार धातु है। शुद्ध निकेल चाँदी के समान कठोर होता है। पृथ्वी कीे कोर में सबसे अधिक निकेल पाया जाता है।
निकेल का प्रतीक चिन्ह – Ni
निकेल का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 28
निकेल का परमाणु भार (Atomic Weight) – 58.6934
निकेल का गलनाँक (Melting Point) – 1,455 °C
निकेल का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,913 °C
निकेल का उपयोग जंगरहित इस्पात के निर्माण, सिक्कें बनाने में किया जाता है।
अभ्रक (Mica) – अभ्रक पारदर्शी, काले, सफेद, हरे और भूरे रंगों में यह अधात्विक खनिज है जो प्लेटों अथवा पत्रण क्रम में पाया जाता है।
ताप विद्युत निरोधक अभ्रक एक बहु उपयोगी खनिज है। इसका उपयोग इलेक्ट्राॅनिक उद्योगों में किया जाता है।
अभ्रक उत्पादन में भारत का विश्व में प्रथम स्थान है।
जिप्सम (Gypsum) – चूना पत्थर, बलुआ पत्थर व शैल चट्टानों में पाया जाने वाला जिप्सम कैल्शियम का हाइड्रेटेड सल्फाइड होता है। जिप्सम मिट्टी की लवणीयता तथा क्षारीयता कम करता है।
इसका उपयोग उर्वरक बनाने, सीमेंट उद्योग, अमोनिया सल्फेट बनाने में किया जाता है।
राजस्थान इसका सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
चूना पत्थर (Lime Stone) – चूना पत्थर अवासादीय शैलों में पाया जाता है।
चूना पत्थर का सर्वाधिक उपयोग सीमेंट उद्योग में होता है।
इसके अतिरिक्त लौह अयस्क को गलाने के लिएए रसायन उद्योग, रसायन तथा फैरा मैग्नीज, कागज उद्योग में भी इसका उपयोग होता है।
भारत में इसका सर्वाधिक भंडार आंध्र प्रदेश में है।
डोलोमाइट (Dolomite) – डोलोमाइट चूना पत्थर का ही एक स्वरूप है। जब मैग्नीशियम की मात्रा चूना पत्थर में 45 प्रतिषत से ज्यादा होती है तब वह डोलोमाइट कहलाता है।
यह मैग्नीशियम एवं कैल्शियम का कार्बोनेंट होता है।
डोलोमाइट का उपयोग लौह इस्पात उद्योग, उर्वरक उद्योग, तापसह ईंटों के निर्माण में होता है।
हीरा (Diamond) – किम्बरलाईट चट्टानों में पाया जाता है।
हीरा कार्बन का अपरूप है।
हीरा विद्युत का कुचालक है।
हीरा का घनत्व 3.52, तथा इसका अपर्वनांक 2.418 है।
टिन (Tin) – कैसेटेराईट चट्टान में पाया जाता है। टिन नरम सिल्वर ग्रे धातु है। यह बहुत लचीला होता है।
टिन का प्रतीक चिन्ह – Sn
टिन का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 50
टिन का परमाणु भार (Atomic Weight) – 118.710
टिन का गलनाँक (Melting Point) – 231.93 °C
टिन का क्वथनाँक (Boiling Point) – 2,602 °C
काँसा में 88 प्रतिशत ताँबा और 12 प्रतिशत टिन होता है।
टिन का उपयोग मिश्रधातु, पाईपों को जोड़ने, अस्त्र-शस्त्र उद्योग में होता है।
छत्तीसगढ़ भारत में एकमात्र टिन उत्पादक राज्य है।
कोयला (Coal) – कोयला लाखों वर्ष पूर्व विशाल फर्न के पृथ्वी के परतों में दबने से बना। कोयला को अंतर्हित धूप के रूप में जाना जाता है। भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं का लगभग 60 प्रतिषत से अधिक भाग कोयले द्वारा प्राप्त होता है। कोयला मुख्य रूप से दो भूगर्भिक कालों की शैल क्रमों गोंडवाना शैल और टर्शियरी निक्षेप में पाया जाता है।
कार्बन की मात्रा के अनुसार कोयला को चार प्रकारों में विभाजित किया जाता है। एन्थ्रेसाइट-कार्बन की मात्रा 80-90 प्रतिशत, बिटुमिनस-कार्बन की मात्रा 75-80 प्रतिशत, लिग्नाइट-कार्बन की मात्रा 50 प्रतिशत तक, पीट-कार्बन की मात्रा 50 प्रतिशत से कम
कोयला का मुख्य उपयोग ताप विद्युत उत्पादन लोहा अयस्क के प्रगलन, में किया जाता है कोयले से प्राप्त विद्युत को तापीय ऊर्जा कहा जाता है।
खनिज तेल (Crude Oil) – पेट्रोलियम लैटिन शब्द पेट्रा अर्थात् शैल ओलियम अर्थात् तेल पेट्रोलियम को शैल तेल भी कहा जाता है। शैलों की परतों के मध्य पाया जाता है।
इन तेलों को वेधन कर परिष्करण कर पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल, मोम, प्लास्टिक और स्नेहक तैयार किए जाते हैं। इसे काला सोना भी कहा जाता है। इसका भंडार भारत के तटीय तथा अपतटीय क्षेत्रों में मिलता है।
प्राकृतिक गैस (Natural Gas) – प्राकृतिक गैस पेट्रोलियम निक्षेपों के साथ प्राकृतिक गैस पायी जाती है। भारत में प्राकृतिक गैस अपतटीय भंडार में अधिक है। इसका उपयोग ईधन के रूप, उर्वरक उद्योग में किया जाता है।
परमाणु खनिज
यूरेनियम (Uranium) – यूरेनियम दुनिया का दुर्लभ खनिजों में से एक है।
यूरेनियम सबसे भारी तत्व है।
इसे आशा धातु भी कहा जाता है।
यह एक चमकदार सफेद रंग का परमाणु खनिज है।
यूरेनियम का प्रतीक चिन्ह – U
यूरेनियम का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 92
यूरेनियम का परमाणु भार (Atomic Weight) – 238.03
यूरेनियम का गलनाँक (Melting Point) – 1132.2 °C
यूरेनियम का क्वथनाँक (Boiling Point) – 4,131 °C
भारत का लगभग 80% यूरेनियम झारखंड के सिंहभूमि से प्राप्त होता है।
थोरियम (Thorium) – थोरियम मुख्य रूप से मोनाजाइट तथा इल्मेनाइट तटवर्ती मृदा में पाए जाते हैं।
थोरियम का प्रतीक चिन्ह – Th
थोरियम का परमाणु संख्या (Atomic Number) – 90
थोरियम का परमाणु भार (Atomic Weight) – 232.03806
थोरियम का गलनाँक (Melting Point) – 1750 °C
थोरियम का क्वथनाँक (Boiling Point) – 4,788 °C
थोरियम चांदी जैसी सफेद धातु है। थरोनियम का उपयोग परमाणु रिएक्टरों में ईधन के रूप में किया जाता है। थोरियम सीसे के समान प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। टंगस्टन तार को कोट करने के लिए मिश्र धातु के रूप में किया जाता है।
भारत में प्रमुख खनिजों का भण्डार एवं उत्पादक शीर्ष राज्यों की सूची Minerals Production in India State Wise (Indian Minerals Yearbook 2019 to 2021)
क्रमांक | खनिज का प्रकार | खनिज | उत्पादन में शीर्ष राज्य | संचित भण्डार में शीर्ष राज्य | प्राप्ति स्थान |
---|---|---|---|---|---|
1 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | लौह अयस्क (Iron Ore) | 1.ओडिशा 2.छत्तीसगढ़ 3. कर्नाटक | 1.ओडिशा 2. झारखण्ड 3.छत्तीसगढ़ | ओडिशा (सुंदरगढ़ क्योंझर, मयूरभंज, नबरंगपुर) कर्नाटक (बेल्लारी, चिकमंगलुर, चीतल दुर्ग) छत्तीसगढ़ (बलोद- दल्ली राजहरा डौंडीलोहारा, दंतेवाड़ा-बैलाडीला किरंदुल बचेली, कांकेर-रावघाट भानुप्रतापपुर, चारगांव चारामा, कबीरधाम-एकलामा चेलिकलामा) |
2 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | मैंगनीज (Manganese) | 1. मध्यप्रदेश 2. महाराष्ट्र 3. ओडिशा | 1.ओडिश 2.कर्नाटक 3. मध्यप्रदेश | ओडिशा (सुंदरगढ़, रायगढ़, कालाहांडी, मयूरभंज, क्योंझर) कर्नाटक (शिमोगा, बेलारी, चित्रदुर्ग, बीजापुर) मध्य प्रदेश (बालाघाट, छिंदवाड़ा) |
3 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | ताँबा (Copper) | 1.मध्य प्रदेश 2. राजस्थान 3. झारखण्ड | 1.राजस्थान 2. झारखण्ड 3. मध्य प्रदेश | राजस्थान (झुंझुनू, खेतड़ी) झारखण्ड (सिंहभूमि, हजारीबाग) मध्य प्रदेश (बालाघाट मलाजखंड) |
4 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | बाॅक्साइट (Bauxite) | 1.ओडिशा 2. झारखण्ड 3. गुजरात | 1.ओडिशा 2. आंध्रप्रदेश 3. गुजरात | ओडिशा (कोरापुट) झारखंड (कोडरमा, हजारीबाग) गुजरात (कच्छ, जामनागोर) |
5 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | सोना (Gold) | 1.कर्नाटक 2. आंध्र प्रदेश 3. झारखण्ड | 1.कर्नाटक 2. राजस्थान 3. बिहार | कर्नाटक (कोलार, हुट्टी खान, चित्रदुर्ग) आंध्र प्रदेश (अनंतपुर-रामागिरी खान, चित्तुर, पालाच्चूर) झारखंड (सिंहभूमि, सोनापट घाटी) |
6 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | चाँदी (Silver) | 1.राजस्थान 2.कर्नाटक | 1.राजस्थान 2. मध्य प्रदेश 3. उत्तराखंड | राजस्थान (सिंदेसर खुर्द खान) कर्नाटक (रायचूर कोलार, हुट्टी खान) |
7 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | जस्ता (Zinc) | राजस्थान | 1 राजस्थान 2. महाराष्ट्र 3. मध्य प्रदेश | राजस्थान (उदयपुर के जावर खान भीलवाड़ा – रामपुरा अगुचा खान) |
8 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | सीसा (Lead) | राजस्थान | 1 राजस्थान 2. आंध्र प्रदेश 3. गुजरात | राजस्थान (उदयपुर के जावर खान भीलवाड़ा – रामपुरा अगुचा खान, राजसंमद-रजपुरा दरीबा ) |
9 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | क्रोमाइट (Chromite) | ओडिशा | 1. ओडिशा 2. मणिपुर 3. नागालैंड | ओडिशा (जाजपुर, केंदुझार एवं ढेनकनाल) |
10 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | निकेल (Nickel) | ओडिशा | 1. ओडिशा 2. झारखण्ड 3. नागालैंड | ओडिशा (कटक, मयूरभंज) |
11 | धात्विक खनिज (Metallic Minerals) | टिन (Tin) | छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ (1. दंतेवाड़ा-बचेली, कटेकल्याण, टेकनार, तोंगपाल 2. सुकमा-कोंटा, गोविंदपाल, चित्तलनार, मुण्डपाल) |
12 | अधात्विक खनिज (Non Metallic Minerals) | अभ्रक (Mica) | 1.आंध्र प्रदेश 2. राजस्थान 3. ओडिशा | 1.आंध्र प्रदेश 2. राजस्थान 3. ओडिशा | आंध्र प्रदेश (नेल्लोर) राजस्थान (अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, सीकर) ओडिशा (कोरापुट) |
13 | अधात्विक खनिज (Non Metallic Minerals) | हीरा (Diamond) | मध्य प्रदेश | 1. मध्य प्रदेश 2. आंध्र प्रदेश 3. छत्तीसगढ़ | मध्य प्रदेश (पन्ना) |
14 | अधात्विक खनिज (Non Metallic Minerals) | चूना पत्थर (Lime Stone) | 1.राजस्थान 2.मध्य प्रदेश 3.छत्तीसगढ़ | 1.कर्नाटक 2. राजस्थान 3. आंध्र प्रदेश | राजस्थान (चित्तौड़गढ़, अलवार, जैसलमेर, बूंदी, उदयपुर, जोधपुर, नागौर, पाली) मध्य प्रदेश (नीमच, रीवा, सतना, सीधी, कटनी) छत्तीसगढ़ (रायपुर-तिल्दा मांढर बैकुंठ, बलौदाबाजार भाटापारा-झीपनकरही हिरमी, रवान, जांजगीर चांपा-अकलता आरसमेटा, बिलासपुर-चिल्हाटी, दुर्ग-नंदिनीखुदिनी ) |
15 | अधात्विक खनिज (Non Metallic Minerals) | डोलोमाइट (Dolomite) | 1.छत्तीसगढ़ 2. ओडिशा | 1.मध्य प्रदेश 2. आंध्र प्रदेश 3. छत्तीसगढ़ | ओडिशा (सुंदरगढ़, गंगापुर, कोरापुट, संबलपुल) छत्तीसगढ़ (बलौदाबाजार-भाटापारा पाटपर, बेमेतरा-कोदवा मोहभट्टा, बिलासपुर-बेलपाना हिर्री, जांजगीर चांपा-सक्ती छीतापडरिया बाराद्वार, रायगढ़-कटंगपाली) |
16 | अधात्विक खनिज (Non Metallic Minerals) | कायनाइट (Kyanite) | महाराष्ट्र | 1.आंध्र प्रदेश 2. कर्नाटक 3. झारखंड | महाराष्ट्र (भंडारा) |
17 | उर्वरक खनिज (Fertilizer Minerals) | जिप्सम (Gypsum) | राजस्थान | 1.राजस्थान 2. जम्मू एवं कश्मीर 3. तमिलनाडु | राजस्थान (बाड़मेर, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर) |
18 | ईंधन खनिज (Fuel Minerals) | कोयला (Coal) | 1.छत्तीसगढ़ 2.झारखण्ड 3. उड़ीसा | 1.झारखण्ड 2. ओडिशा 3. छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ (कोरबा-दीपका गेवरा मुकुंदघाट बलरामपुर-तातापानी, तारा, शंकरगढ़, सरगुजा-लखनपुर, सोड़िया, गोटान, सूरजपुर-रामकोल विश्रामपुर, कोरिया-सोनहट चिरमिरी झगराखंड झिलमिली, रायगढ़-धरमजयगढ़, मांडघाटी, घरघोड़ा) झारखण्ड (धनबाद जिले के झारिया कोयला क्षेत्र, गिरीडीह क्षेत्र हजारीबाग -बोकारो क्षेत्र, करनपुरा क्षेत्र) ओडिशा (तालचेर संबलपुर क्षेत्र) |
19 | ईंधन खनिज (Fuel Minerals) | कच्चा तेल एवं प्राकृतिक गैस (Crude Oil & Natural Gas) | 1. असम 2. राजस्थान 3. महाराष्ट्र | 1. पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र (बाॅम्बे हाई, बसीन, एलियाबेट) 2. पूर्वी अपतटीय क्षेत्र (गोदावरी कृष्णा नदी बेसिन) 3. तटवर्ती क्षेत्र (असम, तमिलनाडु, राजस्थान) | असम (डिग्बोई, सूरमा घाटी) राजस्थान (बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरू) महाराष्ट्र (बाॅम्बे हाई) |
20 | परमाणु खनिज (Atomic Minerals) | यूरेनियम (Uranium) | 1.झारखंड 2.आंध्र प्रदेश | 1.आंध्र प्रदेश 2. झारखंड 3. मेघालय | झारखंड (सिंहभूमि – जादूगोड़ा खान, भाटिन, तुरामडीह, बागजाता, बंधुहुरंग, मोहुलडीह) आंध प्रदेश (कुड़प्पा – तुम्मलापल्ले, लंबापुर पेद्दागट्टू, सेरीपल्ली) मेघालय (डोमियासियाट) |
21 | परमाणु खनिज (Atomic Minerals) | मोनाजाइट (थोरियम) (Monazite-Thorium) | 1.केरल 2. आंध्रप्रदेश 3 ओडिशा | 1.आंध्र प्रदेश 2. तमिलनाडु 3. ओडिशा | केरल (कोल्लम, पलक्क्ड़), ओडिशा (महानदी डेल्टाई क्षेत्र) |
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