समान अर्थ बताने वाले शब्द को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। आंख के पर्यायवाची शब्द हैं नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु, दृग, अक्षि, अम्बक, विलोचन, दृष्टि, अक्षि आदि।
नीचे 1000 से अधिक पयार्यवाची शब्द दिए गए हैं।
| क्र. | पर्यायवाची शब्द |
|---|---|
| 1 | अनुपम - अनूठा, अद्वितीय, अद्भुत, अतुल, अनोखा, अपूर्व, श्रेष्ठ, अनन्य, अप्रतिम, विलक्षण, बेजोड़, उत्तम, सर्वोत्तम |
| 2 | अनुरोध - निवेदन, प्रार्थना, आग्रह, विनय, विनती, याचना, अभ्यर्थना |
| 3 | अनुमति - अनुमोदन, स्वीकृति, इजाजत, सहमति |
| 4 | अनुसरण - अनुगमन, अपनाना, अनुकृत, नकल |
| 5 | अनुक्रमाणिका - सारणी, सूचीपत्र, सूची तालिका |
| 6 | अगम - कठिन, दुष्कर, अगम्य, दुःसाध्य |
| 7 | अटल - अडिग, अचल, पक्का, निश्चल, दृढ़, स्थिर |
| 8 | अगाध - अथाह, गहरा, असीम, अपार, गहन |
| 9 | अरण्य - वन, जंगल, कानन, विपिन, अटवी, कान्तार |
| 10 | अलंकार - आभूषण, गहना, जेवर, भूषण, विभूषण |
| 11 | अग्रणी - अगुआ, सरदार, मुखिया, प्रधान, नायक |
| 12 | अग्नि - आग, अनल, पवक, दहन, ज्वाला, वैश्वानर, धूम्रकेतु, कृशानु, जातदेव, हुताशन, वायुसुख, विभावसु, वहनि, रोहिताश्व, हव्यवाहन |
| 13 | अनिवार्य - आवश्यक, अत्यावश्यक, अवश्यंभावी परमावश्यक, जरूरी, बाध्यकारी, अपरिहार्य |
| 14 | अभिनंदन - स्वागत, आवभगत, सत्कार, अभिवादन |
| 15 | अनूठा - अनोखा, अपूर्व, विलक्षण, अद्भुत |
| 16 | अनुज - कनिष्ठ, अनुभ्राता, छोटा भाई, अवरज |
| 17 | अनुरक्त - मग्न, व्यस्त, आसक्त, तल्लीन |
| 18 | अश्लील - असभ्य, अभद्र, अधिभ्रष्ट, बेशर्म |
| 19 | अनुभवी - जानकर, अनुभवप्राप्त, तजुर्बेकार |
| 20 | अनुचित - अनुपयुक्त, बेजा, गैरवाजिब, नाजायज, अयुत, नाजायज, अनैतिक, असंगत, बैजा, युक्तिहीन |
| 21 | अनुमान - अंदाजा, अटकल, कयास |
| 22 | अनुकम्पा - कृपा, मेहरबानी, दया |
| 23 | अनुरूप - अनुकूल, अनुसार, संगत, मुआफिक |
| 24 | अनुष्ठान - तप, तपस्या, योग, योगाभ्यास, साधना कार्यारंभ |
| 25 | अन्वेषण - खोज, अनुसंधान, जाँच, छानबीन, शोध, पूछताछ, गवेषण |
| 26 | अनाज - अन्न, खाद्यान्न, नाज, गल्ला, शस्य, धान्य |
| 27 | अनादर - तिरस्कार, अपमान, अवहेलना, परिभव, अवमानना, अवज्ञा, दूतक, निरादर, बेइज्जती, तौहीन |
| 28 | अनाड़ी - अपटु, अकुशल, अनभिज्ञ, नौसिखिया, अनजान, अज्ञानी, अदक्ष, अल्पज्ञ |
| 29 | अनार - मणिबीज, बीदाना, सुनील, वल्कफल, दाड़िम, दाडिंब |
| 30 | अनाथ - बेसहारा, अनाश्रित, तीम, लावारिस |
| 31 | अनपढ़ - निरक्षर, अपढ़, अशिक्षित |
| 32 | अनी - सेना, दल, कटक, फौज, अनीकिनी, चमू |
| 33 | अनबन - विवाद, तकरार, बखेड़ा, झगड़ा |
| 34 | अनंत - असंख्य, बेशुमार, अगणित, अपरिमित |
| 35 | अजनबी - अनजान, गैर, अनभिज्ञ, अज्ञात, अपरिचित, नावाकिफ |
| 36 | अर्जुन - पार्थ, सहस्रार्जुन, धनन्या, श्वेत कनेर, गुडाकेश |
| 37 | अजीब - अनोखा, विचित्र, विलक्षण, अद्भुत |
| 38 | अतीत - भूत, गत, विगत, भूतकाल, पूर्वकाल |
| 39 | अत्याचारी - आततायी, बर्बर, नृशंस, जालिम |
| 40 | अर्चना - पूजा, पूजन, अर्चन, आराधना, उपासना |
| 41 | अर्जून - धनंजय, परतंप, पार्थ, सव्यसांची |
| 42 | अच्छा - उपयुक्त, उचित, चोखा, बेहतर, ठीक, सही, बढ़िया |
| 43 | अवनति - गिराव, घटाव, अपकर्ष |
| 44 | अश्व - घोड़ा, तुरंग, हय, घोटक, सैन्धव, वाजि, बछेड़ा |
| 45 | अदालत - न्यायालय, कचहरी, दंडालय, कोर्ट |
| 46 | अदृश्य - निरोहित, ओझल, लुप्त, अंतर्धान |
| 47 | अड़ंगा - बाधा, व्यवधान, रूकावट, विघ्न, अवरोध |
| 48 | असत्य - झूठ, मिथ्या, असत, मृषा |
| 49 | असुर - राक्षस, दानव, दैत्य, दनुज, निशाचर, रजनीचर, यातुधान, निशिचर, तमचर, रात्रिचर, सुरारि, इन्द्रारि, तमीचर |
| 50 | असीम - अनंत, अपार, अकृत, असीमित, अपरिमित |
| 51 | अज्ञानी - अनजान, मुर्ख, मूढ़, अनभिज्ञ |
| 52 | अपवाह - जनश्रुति, किंवदंती, गप्प, जनप्रवाद |
| 53 | अप्सरा - परी, देवकन्या, देवांगना, स्वर्वेश्या, सुखदनिता, देववधू, स्वर्गवधू, अरूणाप्रिया |
| 54 | अपराधी - मुलजिम, कसूरवार, गुनहगार, सदोष, दोषी |
| 55 | अपवित्र - दूषित, अशुद्ध, नापाक, अस्वच्छ |
| 56 | अपकार - अनिष्ट, अहित, अमंगल |
| 57 | अपकीर्ति - निंदा, अकीर्ति, बदनामी, अपयश |
| 58 | अभागा - भाग्यहीन, बदकिस्मत, कर्महीन, बदनसीब |
| 59 | अभाव - कमी, तंगी, अपूर्ति, न्यूनता |
| 60 | अभय - निर्भय, साहसी, निडर, निर्भीक, निश्चिंत |
| 61 | अभ्यास - दोहराना, मश्क, पुनरावृत्ति, रियाज |
| 62 | अहसान - उपकार, भलाई, आभार, अनुग्रह, कृतज्ञता |
| 63 | अनिश्चित - भ्रामक, संदिग्ध, अनिर्णीत |
| 64 | अनियमित - असमान, अनियमी, अनियत, बेकायदा, नियमविरूद्ध |
| 65 | अनिष्ट - बुरा, नुकसान, हानि, अमंगल, अहित, अपकार |
| 66 | अतिथि - मेहमान, आगन्तुक, अभ्यागत, पहुंना |
| 67 | अर्थ - दौलत, मुद्रा, वित्त, द्रव्य, पैसा, धन, अभिप्राय, प्रयोजन, फल, अभिलाषा |
| 68 | अभिजात - कुलीन, खानदानी, सुजात, उच्च, पूज्य, श्रेष्ठ |
| 69 | अभिवादन - नमस्कार, नमस्ते, प्रणाम, राम-राम |
| 70 | अभिज्ञ - ज्ञाता, परिचित, विज्ञ, जानकार |
| 71 | अभिप्राय - प्रयोजन, मकसद, लक्ष्य, आशय, मंशा, उद्देश्य, तात्पर्य, उद्देश्य, तात्पर्य, हेतु, साधन, मतलब |
| 72 | अभिमान - अहंकार, अहं, अहंभाव, गर्व, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, मिथ्याभिमान, अस्मिता, गौरव, नाज, स्वाभिमान |
| 73 | अभियोग - कसूर, अपराध, गलती, दोषारोपण |
| 74 | अधिकार - हक, सामर्थ्य, अर्हता, क्षमता, योग्यता |
| 75 | अधिकारिक - राजकीय, सरकारी, शासकीय, सार्वजनिक |
| 76 | अमूल्य - अनमोल, बहुमूल्य, बेशकीमती, मूल्यवान |
| 77 | अमन - शांति, सुकून, अमन-चैन, सुख-चैन |
| 78 | अमर - अक्षय, अक्षर, अनश्वर, मृत्युंजय, अविनाशी, चिरंजीवी |
| 79 | अमीर - धनवान, रईस, धनी, दौलतमंद, धनाढ्य, सम्पन्न, पैसेवाला |
| 80 | अमृत - सोम, सुधा, अमिय, मधु, पीयूष, सुरभोग, अमी, जीवनोदक |
| 81 | अक्ल - बुद्धि, विवेक, मेधा, प्रज्ञा, मति |
| 82 | अकाल - दुर्भिक्ष, दुष्काल, कुकाल, काल, भुखमरी |
| 83 | अठखेली - हँसी मजाक, कौतुक, खेलकूद, चुलबुलापन, उछलकूद, क्रीड़ा |
| 84 | अंग - अंश, हिस्सा, भाग, अवयव, भाग, खण्ड, उपांश, घटक, टुकड़ा |
| 85 | अंजाम - परिणाम, नतीजा, फल |
| 86 | अंतर - फर्क, भेद, भिन्नता, असमानता |
| 87 | अंतरिक्ष - गगनमंडल, आकाशमंडल, नभमंडल, खगोल |
| 88 | अंतर्धान - अदृश्य, गायब, ओझल, लुप्त |
| 89 | अंत - समाप्ति, समापन, इति, अवसान, इतिश्री |
| 90 | अंचल - छोर, किनारा, अंत, क्षेत्र, पल्लू, क्षेत्र, प्रदेश, आँचल |
| 91 | अंदाज - अटकल, कयास, अनुमान, अंदाजा |
| 92 | अंदर - भीतर, अंदरूनी, अभ्यंतर, आंतरिक |
| 93 | अंशुमान - रवि, सूर्य, सूरज, भास्कर, दिवाकर, प्रभाकर, दिनकर |
| 94 | अंशु - किरण, मयूख, मरीचि, रश्मि |
| 95 | अंकूर - कलिका, नवोद्भिद्, कोंपल, अँखुवा, कल्ला, कली, अंकुड़ा |
| 96 | अंकुश - रोक, प्रतिबंध, नियत्रंण, दबाव, रूकावट, पाबंदी |
| 97 | अंक - संख्या, गिनती, क्रमांक, चिन्ह, छाप, निशान |
| 98 | अंबुज - कमल, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम, पंकज |
| 99 | अंबुद - बादल, मेघ, घन, घटा, घनश्याम, अंबुधर |
| 100 | अंबुनिधि - सागर, समुद्र, सिंधु, जलधि, जलेश, उदधि, समुंदर |
| 101 | अंबु - जल, पानी, नीर, सलिल, क्षीर, वारि |
| 102 | अंबर - आकाश, आसमान, नभ, गगन, फलक, व्योम |
| 103 | अंधा - नेत्रहीन, दृष्टिहीन, आंधरा, सूरदास |
| 104 | अंधकार - तम, तिमिर, तमस, अंधियारा, तमिस्र, अँधेरा, ध्वान्त, अंधियारा |
| 105 | अखंड - समूचा, पूरा, संपूर्ण, समस्त, पूर्व, अविभक्त |
| 106 | अयोग्य - बेकार, व्यर्थ, अनर्ह, नालायक, योग्यताहीन |
| 107 | अरूण - मजीठ, गरूड़, लालरंग, तड़का |
| 108 | अधीन - मातहत, आश्रित, परतंत्र, पराश्रित, परवश, निर्भर, पराधीन |
| 109 | अधीर - जल्दी, आतुर, धैर्यहीन, व्यग्र, उतावला, उद्विग्न, आकुल |
| 110 | अध्ययन - पढ़ना, पढ़ाई, पठनपाठन, पठन, अनुशीलन, पारायण |
| 111 | आलसी - सुस्त, निकम्मा, काहिल, ठलुआ |
| 112 | आलोचना - समीक्षा, निरूपण, गुण-दोष, नुक्ताचीनी, टीका-टिप्पणी, टीका |
| 113 | आगे - पहले, अग्र, सम्मुख, प्रथम, पूर्व, पहले, सामने |
| 114 | आगामी - आनेवाला, भविष्य, भविष्यत |
| 115 | आनंद - सुख, हर्ष, प्रसन्नता, आमोद, मोद, उल्लास, प्रमोद, आह्लाद |
| 116 | आनंद - खुशी, हर्ष, प्रसन्नता, उल्लास |
| 117 | आजादी - स्वाधीनता, मुक्ति, स्वतंत्रता |
| 118 | आजीविका - व्यवसाय, रोजी-रोटी, धंधा, वृत्ति |
| 119 | आतुर - आकुल, बेचैन, अधीर, उद्विग्न |
| 120 | आत्मा - चैतन्य, जीव, देव, चेतनतत्व, अंतःकरण, रूह, जीवात्मा, अंतरात्मा |
| 121 | अशुद्ध - गंदा, दूषित, अपवित्र, अशुचि |
| 122 | आचार्य - शिक्षक, अध्यापक, गुरू, प्राध्यापक, टीचर, अवबोधक, व्याख्याता, प्रोफेसर |
| 123 | आचरण - व्यवहार, चरित्र, बर्ताव, चाल-चलन, आदत |
| 124 | आश्चर्य - विस्मय, ताज्जुब, अचरज, अचम्भा |
| 125 | आवेग - जोश, स्फूर्ति, तेजी, त्वरा, चपलता |
| 126 | आवेदन - निवेदन, प्रार्थना, याचना, दरख्वास्त |
| 127 | आक्रोश - क्रोध, रोष, कोप, खीझ, रिष |
| 128 | आश्वासन - धीरज, सांत्वना, ढाढ़स, दिलासा, तसल्ली |
| 129 | आवास - घर, निवास, मकान, निलय, निवास-स्थान, निकेत |
| 130 | आक्रमण - हमला, वार, चढ़ाई, प्रहार, धावा, आघात |
| 131 | आदेश - निर्देश, अध्यादेश, आज्ञा, फरमान, हुक्म, हिदायत, अनुदेश |
| 132 | आदत - स्वभाव, प्रकृति, प्रवृत्ति |
| 133 | आदर्श - प्रमिमान, प्रतिरूप, मानक, स्टैंडर्ड |
| 134 | आदरणीय - माननीय, पूल्य, श्रद्धेय, पूजनीय, मान्य, सम्मानीय, अभिनंदनीय |
| 135 | आदमी - मावन, इंसान, मनुज, मनुष्य, मानुष |
| 136 | आडम्बर - दिखावा, प्रपंच, ढोंग, ढकोसला, पाखंड |
| 137 | आस्था - मान, महत्व, आदर, कदर, विश्वास, श्रद्धा |
| 138 | अशोक - पिण्डपुष्पक, कर्णपूरक, हेमपुष्पक, ताम्रपल्लव, रक्तपल्लव, अँगनाप्रिय |
| 139 | आज्ञा - आदेश, हुक्म, फरमान, निदेश |
| 140 | आशा - आस, तवक्का, उम्मीद |
| 141 | आशीर्वाद - आशीष, दुआ, शुभाशीष, शुभकामना, आर्शीवचन, धन्यवाद |
| 142 | आराम - विश्राम, सुख, चैन, विश्रांति, करार, चैन, शांति |
| 143 | आश्रम - मठ, विहार, अखाड़ा, कुटी, संघ |
| 144 | आरंभ - शुरूआत, प्रारंभ, शुभारंभ, समारंभ, श्रीगणेश, सूत्रपात, उपक्रम, शुरू, आगाज, आविर्भाव |
| 145 | आश्रय - सहारा, आधार, प्रश्रय, भरोसा, अवलंब |
| 146 | आपत्ति - आपदा, विपत्ति, मुसीबत, विपदा |
| 147 | आभूषण - गहना, अलंकार, भूषण, जेवर |
| 148 | आहार - खाना, भोजन, खुराक, भक्ष्य |
| 149 | आदि - प्रथम, पहला, आदिम, आरंभिक |
| 150 | आश्रित - निर्भर, अधीनस्थ, अधीन, मातहत, शरणागत |
| 151 | आखिरकार - अंततः, अंततोगात्वा, फलतः शेषतः |
| 152 | आखिर - अंत, समाप्त, अंतिम, उपसंहार, नतीजा, समाप्ति, खत्म |
| 153 | आम - आम्र, रसाल, अतिसौरभ, अमृतफल, सहकार, पिकबन्धु, फलराज |
| 154 | आकुल - बेकल, बेचैन, व्यग्र, क्षुब्ध |
| 155 | आकाश - गगन, नभ, आसमान, अम्बर, व्योम, अतंरिक्ष, शून्य, दिव, पुष्कर, अनंत, अर्श, पुष्कर, अभ्र, द्यौ, तारापथ, फलक |
| 156 | आकाश गंगा - मंदाकिनी, स्वर्गनदी, नभगंगा, सुरदीर्घिका, आकाशनदी |
| 157 | आकस्मिक - अचानक, अप्रत्याशित, आपाती, अकारण, औपलक्षणिक |
| 158 | आकृति - चेहरा-मोहरा, आकार, डीलडौल, नैननक्श, बनावट, ढाँचा, आकार, अनुकृति, प्रतिरूप |
| 159 | आबंटन - वितरण, विभाजन, बाँटा, वंटन |
| 160 | आईना - दर्पण, शीश, आरसी, मुकुर, |
| 161 | आंसू - अश्रु, चक्षुजल, नयनजल, नेत्रजल |
| 162 | आँगन - अँगना, अजिर, प्रांगण, बगर, बाखर |
| 163 | आँख - नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु, दृग, अक्षि, अम्बक, विलोचन, दृष्टि, अक्षि |
| 164 | आँधी - तूफान, झंझावत, अंधड़, बवंडर, प्रभंजन |
| 165 | आक्षेप - आरोप, दोषारोपण, इल्जाम, अभियोग, कटुभाषण |
| 166 | आखेटक - शिकारी, बहेलिया, व्याध, अहेरी, लुब्धक |
| 167 | आख्यान - कथा, किस्सा, वृतांत, कहानी, गाथा |
| 168 | आयु - उम्र, जीवनकाल, वय |
| 169 | आयुष्मान - चिरंजीवी, चिरायु, दीर्घायु, दीर्घजीवी, शतायु |
| 170 | आधुनिक - नूतन, नव्य, अर्वाचीन, वर्तमानकालीन |
| 171 | इलजाम - आरोप, अभियोग, दोषारोपण, लांछन |
| 172 | इन्द्राणि - इन्द्रवधू, शची, शतावरी, पौलोमी, मधवानी, महेंद्री, इन्द्रा, |
| 173 | इन्द्रधनुष - इन्द्रधनु, सुरचाप, शक्रचाप, सप्तवर्णधनु |
| 174 | इन्द्र - देवराज, सुरपति, महेन्द्र, पुरन्दर, सुरेश, देवेन्द्र, सुरेन्द्र पाकरिपु, पाकशासन, मेघवाहन, मधवा, शचीपति, यासव, पुरहूत, अमरपति, वज्रधर, वज्री, वृषा, शचीश |
| 175 | इनाम - पुरस्कार, बख्शीश, पारितोषिक |
| 176 | इज्जत - आदर, मान, प्रतिष्ठा, आबरू |
| 177 | इजाजत - अनुमति, स्वीकृति मंजूरी |
| 178 | इच्छुक - आतुर, उत्कंठित, लालायित, अभिलाषी |
| 179 | इच्छा - कामना, अभिलाषा, चाह, मनोरथ, आकांक्षा, स्पृहा, चाह, वासना, ईहा, लालसा, वांछा, ईप्सा, अभीष्ट, ख्वाहिश, मनोकामना |
| 180 | इशारा - संकेत, निर्देश, इंगित |
| 181 | इठलाना - ऐंठना, इतराना, अकड़ना, शान दिखाना, टशन करना |
| 182 | इंतकाल - निधन, मृत्यु, अंतकाल, देहांत |
| 183 | इंदु - चन्द्रमा, चाँद, राकेश, मयंक, महताब, शशि, चंदा |
| 184 | इंसान - आदमी, मानुष, मनुष्य, मानव |
| 185 | इंसाफ - न्याय, अद्ल, फेसला |
| 186 | इंदिरा - लक्ष्मी, रमा, कमला, श्री |
| 187 | इंकार - अस्वीकृति, निषेध, प्रत्याख्यान |
| 188 | ईश्वर - परमात्मा, भगवान, परमेश्वर, जगदीश, अगोचर, अनंत, जगन्नाथ, परमेश, जगतप्रभु, प्रभु, ईश, परमपिता, विधाता, अलख, अनादि, अज |
| 189 | ईसा - ईसामसीह, मसीहा, यीशु |
| 190 | ईहा - मनोकामना, अभिलाषा, आंकाक्षा, कामना, इच्छा |
| 191 | ईमानदार - सत्यनिष्ठ, सच्चा, सत्यपरायण, नेकनीयत, निष्कपट, |
| 192 | ईख - गन्ना, ऊख, इक्षु, रसडंड, रसाल, रसद, पेंडी |
| 193 | ईर्ष्या - जलन, विद्वेष, कुढ़न, ढाह, मत्सर |
| 194 | उल्लू - उलूक, कौशिक, लक्ष्मीवाहन |
| 195 | उलझन - दुविधा, असमंजस, अनिश्चय, संभम्र |
| 196 | उग्र - प्रचंड, तेज, तीव्र, विकट, महादेव, उत्कट |
| 197 | उन्नति - विकास, प्रगति, उत्कर्ष, तरक्की, उत्थान, अभ्युदय |
| 198 | उजला - सफेद, श्वेत, धवल, उज्जवल |
| 199 | उजड्ड - असभ्य, निरंकुश, अशिष्ट, जंगली, गँवार, देहाती, उद्दंड, अविनीत |
| 200 | उजाला - चाँदनी, रोशनी, प्रकाश, आलोक, प्रभा, ज्योति |
| 201 | उजाड़ - जंगल, वन, बियावान |
| 202 | उत्सव - आयोजन, पर्व, समारोह |
| 203 | उत्साह - उमंग, जोश, हौसला, उबाल, जोश-खरोश, उछाह, उत्तेजना, अध्यवसाय |
| 204 | उत्पात - उपद्रव, दंगा, फसाद, हुड़दंग, ऊधम |
| 205 | उत्पति - जन्म, उदय, आविर्भाव, उद्भव, उद्गम, पैदाइश, सृष्टि |
| 206 | उत्थान - प्रगति, उत्कर्ष, उन्नयन, उठान, आरोह, उत्क्रमण |
| 207 | उत्कोच - रिश्वत, घूस |
| 208 | उत्कृष्ट - श्रेष्ठ, अच्छा, उत्तम, उन्नत, उम्दा, बढ़िया, प्रकृष्ट, प्रवर |
| 209 | उत्कर्ष - प्रगति, उन्नति, समृद्धि, बढ़ती, प्रशंसा, उठान, उत्थान, अभ्युदय, उन्मेष |
| 210 | उच्छृंखल - उद्दंड, अक्खड़, निरकुंश, मनमर्जी, अंडबंड, स्वेच्छाचारी |
| 211 | उदासीन - अनासक्त, वीताराग, निर्लिप्त, विरक्त |
| 212 | उदार - दानी, दानशील, दरियादिल, क्षीरनिधि, फराखदिल, सदय, उदात्त |
| 213 | उदाहरण - दृष्टांत, नजीर, मिसाल, नमूना, कथा-प्रसंग |
| 214 | उर - दिल, वक्षस्थल, ह्दय |
| 215 | उपजाऊ - उर्वर, जरखेज, फलप्रद, उर्वरा |
| 216 | उपेक्षा - विराग, अनासक्ति, विरक्ति, उदासीनता |
| 217 | उपवास - व्रत, फाका, लंघन, निराहार |
| 218 | उपासना - पूजा, अर्चना, आराधना, सेवा |
| 219 | उपाय - यत्न, प्रयत्न, युक्ति, साधन, तरकीब, तद्बीर, ढंग, तरीका |
| 220 | उपहास - मजाक, खिल्ली, परिहास |
| 221 | उपहार - तोहफा, नजराना, भेंट, सौगात, पुरस्कार |
| 222 | उपस्थित - हाजिर, प्रस्तुत, विद्यमान |
| 223 | उपमा - तुलना, सादृश्य, मिलान, समानता |
| 224 | उपयुक्त - ठीक, वाजिब, मुनासिब, वांछनीय, उचित |
| 225 | उपयोगी - उपयुक्त, लाभप्रद, कार्यसाधक, कारगर, फायदेमंद, हितकर, व्यावहारिक |
| 226 | उपयोग - प्रयोग, प्रयोजन, काम में लाना, इस्तेमाल |
| 227 | उचित - ठीक, मुनासिब, समुचित, युक्तिसंगत, तर्कसंगत, न्यायसंगत, वाजिब, योग्य, सम्यक, सही, उपयुक्त |
| 228 | उक्ति - कथन, वचन, सूक्ति |
| 229 | उमा - पार्वती, गिरिजा, गौरी, शैलजा, अपर्णा |
| 230 | उम्मीद - आशा, भरोसा, आस |
| 231 | उद्यान - बाग, बगीचा, वाटिका, उपवन, गुलशन |
| 232 | उद्धार - निस्तार, रिहाई, छुटकारा, मुक्ति, अपमोचन |
| 233 | उषा - भोर, सुबह, भिनसार |
| 234 | ऊर्जा - शक्ति, ओज, स्फूर्ति |
| 235 | ऊसर - बंजर, अनुपजाऊ, अनुर्वर, वंध्य, सस्यहीन |
| 236 | ऊँट - उष्ट्र, करभ, साँड़िया, लंबोष्ठ |
| 237 | ऊँचा - बुलंद, गगनस्पर्शी, उच्च, तुंग, शीर्षस्थ, उतुंग |
| 238 | ऊधम - उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग, उपद्रव, धमाचौकड़ी |
| 239 | ऊष्मा - तपन, ताप, गर्मी, उष्णता |
| 240 | ऋतुराज - वसंत, मधुमास, मधुऋतु, ऋतुपति, बहार |
| 241 | ऋषि - साधु, मुनि, सन्यासी, यती, तपस्वी, महात्मा, योगी, मनीषी, संत |
| 242 | ऋक्ष - रीछ, भल्लूक, भालू, भीलूक, भल्लाट |
| 243 | ऋण - उधार, कर्ज |
| 244 | ऋषभ - बैल, वृष, गोनाथ, पुंगव, बलीवर्द, वृषभ |
| 245 | ऋष्यकेतु - मकरध्वज, मदन, मनोज, मन्मथ, कामदेव, मकरकेतु |
| 246 | एतबार - यकीन, भरोसा, विश्वाास |
| 247 | एहसान - अनुग्रह, उपकार, कृपा, आभार, कृतज्ञता |
| 248 | एकता - एकत्व, सहमति, एका |
| 249 | एकतंत्र - राजतं, तानाशाही, अधिनायकतंत्र, एकछत्र |
| 250 | एकदं त- गजानन, गणेश, लंबोदर, विनायक, वक्रतुंड, विघ्नेश |
| 251 | एकांत - सूनसान, निर्जन, वीरान, सूना, तनहा, शून्य, एकाकी, अकेला |
| 252 | एषणा - आकांक्षा, कामना, अभिलाषा, इच्छा, हसरत |
| 253 | ऐश्वर्य - समृद्धि, विभूति, वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि |
| 254 | ऐश - सुखचैन, विलास, ऐय्याशी |
| 255 | ऐच्छिक- वैकल्पिक, स्वैच्छिक, इच्छानुसार, इच्छा से, स्वेच्छाकृत, अख्तियारी |
| 256 | ऐक्य - एकता, मेल, एकत्व, एका |
| 257 | ऐब - कमी, अवगुण, खराबी, खामी |
| 258 | ओला - हिमोपल, उपल, करका, हिमगुलिका |
| 259 | ओज - बल, तेज, वीर्य, शक्ति, चमक, दीप्ति, कांति, दम, जोर, पराक्रम |
| 260 | ओस - शबनम, नीहार, तुहिन |
| 261 | ओहार - परदा, आच्छादन, आवरण |
| 262 | ओठ - होंठ, लब, अधर, ओष्ठ, छद, रदन, रदपुट |
| 263 | औलाद - संतान, बाल बच्चे, आसऔलाद, संतति |
| 264 | औचक - सहसा, एकाएक, अचानक, अनायास, अकस्मात, संयोगवश |
| 265 | औरत - स्त्री, वनिता, घरवाली, जोरू, घरनी, नारी, महिला, मानवी, तिरिया |
| 266 | औचित्य - तर्कसंगत, तर्कसंगति, उपयुक्तता |
| 267 | औषधालय - दवाखाना, अस्पताल, चिकित्सालय, चिकित्सा भवन, शफाखाना |
| 268 | औषध - दवाई, दवा, औषधि, भेषज |
| 269 | क्रोध - गुस्सा, रोष, आक्रोश, अमर्ष, कोप, कोह, प्रतिघात, ताव |
| 270 | किला - दुर्ग, शिविर, गढ़, कोट |
| 271 | किन्तु - लेकिन, परंतु, मगर, क्योंकि, मुला, पर |
| 272 | किनारा - तट, तीर, कगार, कूल, साहिल, पुलिन, मुहाना, छोर, सिरा |
| 273 | किताब - पुस्तक, ग्रंथ, पोथी |
| 274 | किश्ती - नाव, नौका, नैया, कश्ती, तरणि, तरी |
| 275 | किसान - कृषक, अन्नदाता, हलधर, भूमिपुत्र, खेतिहर, काश्तकार, जोतकार |
| 276 | किस्मत - भाग्य, विधि, होनी, नियति |
| 277 | किरीट - मुकुट, ताज, शिरोभूषण |
| 278 | किरण - ज्योति, दीप्ति, प्रभा, रश्मि, मयूख, मरीचि, अंशु, कर, गभस्ति, पुंज |
| 279 | कल्पवृक्ष - कल्पद्रुम, कल्पपादप, कल्पशाल, कल्पतरू |
| 280 | कली - कलिका, कोरक, नवपल्लव, कोपल, अँखुवा, जालक, मुकुल, ताम्रपल्लव, कुडमल |
| 281 | कलह - विवाद, झगड़ा, बखेड़ा |
| 282 | कलंक - दाग, धब्बा, लाछंन, दोष |
| 283 | कल्याण - भलाई, उपकार, भला, परहित, मंगल, शुभ, योगक्षेम |
| 284 | कटाक्ष - व्यंग, ताना, छींटाकशी, आक्षेप |
| 285 | कन्या - बालिका, बाला, किशोरी, कुमारिका |
| 286 | कर्ज - उधार, कर्जा, उधारी, ऋण, कुसीद |
| 287 | केला - कदली, वारण, रम्भा, अशुमत्फला, काष्ठीला |
| 288 | केतन - ध्वजा, झंडा, परचम, पताका |
| 289 | केवट - मल्लाह, खेवैया, नाविक, माँझी, धीवर |
| 290 | केसरी - वनराज, मृगराज, मृगेंद्रा, नाहर, सिंह, शेर |
| 291 | कुत्ता - श्वान, श्वा, शुनक, कुक्कुर, सारमेव |
| 292 | कुसुम - फूल, पुष्प, प्रसून, पुहुप |
| 293 | कुशल - दक्ष, चतुर, प्रवीण, निपुण |
| 294 | कुटिल - कपटी, छली, धोखेबाज, चालबाज |
| 295 | कुमुदनी - कुमुद, इन्दुकमल, चन्द्रप्रिया, कैरव, नलिनी |
| 296 | कुबेर - धनाधिप, यक्षराज, अनद, किन्नरेश, राजराज, धनद, धनेश, अलंकेश |
| 297 | कुंभ - घड़ा, गागर, कलश, घट |
| 298 | कुरूप - बदसूरत, असुंदर, भद्दा, बेडौल |
| 299 | कुद्ध - नाराज, क्रोधित, क्रोधी, कुपित |
| 300 | कच - बाल, चिकुर, अलक, रोम, कुन्तल, शिरोरूह |
| 301 | कद्र - प्रतिष्ठा, मान, सम्मान, इज्जत |
| 302 | कछुआ - कूर्म, कमठ, कच्छप |
| 303 | कड़वा - तीखा, कटु, तीक्ष्ण, तेज |
| 304 | कस्तुरी - मृगनाभि, मृगमद, मदलता |
| 305 | कसक - टीस, दुःख, पीड़ा, दर्द |
| 306 | काला - साँवला, स्याह, श्याम, कलूटा |
| 307 | काल्पनिक - कल्पित, मनगढ़ंत |
| 308 | काल - समय, वक्त, बेला |
| 309 | कान - कर्ण, श्रुतिपुट, श्रोत, श्रवण, श्रुतिपटल |
| 310 | कौशल - कला, फन, हुनर |
| 311 | कोविद - विद्वान, पंडित, विशारद |
| 312 | कोकिल - कोकिला, परभूत, पिक, कोयला, बसंतदूत |
| 313 | कोमल- नाजुक, नर्म, सुकुमार, मृदुल |
| 314 | कोयल - पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कोकिला, वनप्रिया, श्यामा, मदनशलाका |
| 315 | कार्तिकेय - स्कन्ध, षडानन, कुमार, शरभव, षडानन, मयूरवाहन, शिवसुत, षड्वदन, पार्वतीनंदन |
| 316 | कातिल - खूनी, हत्यारा, घातक |
| 317 | कामुकता - भोगासक्तिख् व्यभिचारिता, विषयासक्ति, इंद्रियलोलुपता |
| 318 | कामदेव - मनोज, काम, मदन, अनंग, रतिपति, मनसिज, स्मर, मीनकेतु, मकरध्वज, मयन, पंचशर, कंदर्प, दर्पक, पुष्पधन्वा, मन्मथ, अतनु, मकरकेतु |
| 319 | कामी - कामुक, विषयी, कामासक्त |
| 320 | कामधेनु - सुरधेनु, सुरसुरभि, सुरभि |
| 321 | काक - काग, करठ, वायस, कौआ, कागा, काण |
| 322 | कायर - डरपोक, बुजदिल, कापुरूष, भीरू, कातर |
| 323 | कपड़ा - अम्बर, चीर, वस्त्र, पट, वसन, मयुख, परिधान, चैल |
| 324 | कपाट - दरवाजा, द्वार, किवाड़, पट, पल्ला, |
| 325 | कपोत - कबूतर, रक्तलोचन, हारीत |
| 326 | कीर्ति - यश, प्रतिष्ठा, शोहरत, प्रसिद्धि, ख्याति |
| 327 | कीमत - मूल्य, लागत, दाम |
| 328 | कलिका - मुकुल, पंखुड़ी, कोरक, कली |
| 329 | कथन - विचार, मत, बयान, वक्तव्य |
| 330 | कशिश - सम्मोहित, आकर्षित करना, वशीभूत करना |
| 331 | कठिन - जटिल, दुरूह, दुर्बोध, किलिष्ट, संकुल |
| 332 | कर्म - काम, काज, कार्य, कृत्य, क्रिया |
| 333 | कमला - रमा, लक्ष्मी, इंदिरा, लोकमाता, विष्णुप्रिय, श्री, सिंधुजा, हरिप्रिय, भार्गवी, पद्मा |
| 334 | कमल - कमल, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम, पंकज, अंबुज, इंदीवर, राजीव, उत्पल, अरविंद, तामरस, कंज, शतदल, पुण्डरीक, अम्भोज, उत्पल, नलिन, अम्बोज, कुवलय, अम्भोरूह, सरोरूह, अब्ज |
| 335 | कमजोर - दुर्बल, बलहील, निर्बल, मरियल, शक्तिहीन, अशक्त, क्षीण |
| 336 | कबूतर - कपोत, रक्तलोचन, कलरव, हारिल, पारावत, हारीत |
| 337 | कठोर - कड़ा, परूष, निष्ठुर, कर्कश |
| 338 | कंगाल - गरीब, रंक, धनहीन, निर्धन, अकिंचन |
| 339 | कंटक - सूल, खार, काँटा |
| 340 | कंचन - सोना, कनक, स्वर्ण, हिरण्य, कुंदन |
| 341 | कंदरा - गुफा, विवर, गुहा, खोह |
| 342 | कंठ - गला, गर्दन, ग्रीवा, शिरोधरा |
| 343 | कृतज्ञ - उपकृत, आभारी, अनुगृहीत, ऋणी, कृतार्थ |
| 344 | कृपा - दया, अनुकम्पा, अनुग्रह, प्रसाद, करूणा, मेहरबानी |
| 345 | कृत्रिम - झूठा, बनावटी, दिखावटी, अवास्तविक, नकली |
| 346 | कृषि - खेती, किसानी, काश्तकारी, खेतीबाड़ी |
| 347 | कृष्ण - गोपाल, मोहन, मुरारी, केशव, वासुदेव, दामोदर, गोपीनाथ, मुरलीधर, द्वारिकाधीश, यदुनंदन, रणछोड़, बंशीधर, गिरिधर, राधारमण, ब्रजवल्लभव, कंसारि, कन्हैया, माधव, नंदकिशोर, बिहारी, जनार्दन, नंदकुमार |
| 348 | कर्ण - रविसुत, राधेय, अर्कनंदन, सूर्यसुत, अंकराज, आदित्यनंदन |
| 349 | कष्ट - दुःख, तकलीफ, पीड़ा, वेदना |
| 350 | खल - दुष्ट, धूर्त, कुटिल, दुर्जन, नालायक, अधम, शठ |
| 351 | खग - पक्षी, चिड़िया, पंछी, विहंग, शकुनि, पखेरू, द्विज, विहग, अंडज |
| 352 | खून - रक्त, रूधिर, शोणित, लहू |
| 353 | खूबसूरत - मनोज्ञ, रूपवान, सुंदर |
| 354 | खतरा - आशंका, भय, डर, अंदेश |
| 355 | खत - पत्र, पाती, चिट्ठी |
| 356 | खुला - प्रत्यक्ष, जाहिर, स्पष्ट |
| 357 | खुशी - आनंद, सुख, हर्ष, प्रसन्नता, आमोद, मोद, उल्लास, प्रमोद |
| 358 | खाना - भोजन, आहार, वस्तु, भोज्य, सामग्री, खाद्यय |
| 359 | खोटा - नकली, झूठा, कृत्रिम, अशुद्ध |
| 360 | खोज - शोध, अनुसंधान, आविष्कार, अन्वेषण |
| 361 | खौफ - डर, भय, भीति, दहशत |
| 362 | खादिम - अनुचर, चाकर, भृत्य, नौकर |
| 363 | खामोश - चुप, शांत, नीरव, मौन |
| 364 | खराबी - बुराई, दोष, अवगुण, विकार |
| 365 | खरा - निर्मल, स्वच्छ, साफ, शुद्ध |
| 366 | खीझ - झल्लाहट, झंुझलाहट, चिढ़ना, खीझना |
| 367 | खबर - सूचना, समाचार, जानकारी, संदेश |
| 368 | खंजन - सारंग, कलकंठ, नीलकंठ |
| 369 | खंड - अंश, भाग, हिस्सा, टुकड़ा |
| 370 | खंभा - स्तूप, खंभ, स्तम्भ |
| 371 | क्षिप्र - तेज, शीघ्र, तुरंत, तीव्र, दु्रत |
| 372 | खिड़की - झरोखा, वातायन, अंतद्वार, गवाक्ष |
| 373 | ग्राह - मगरमच्छ, मगर, झषराज, घड़ियाल |
| 374 | ग्रामीण - ग्रामवासी, देहाती, ग्राम्य |
| 375 | गज - हाथी, वितुण्ड, कुम्भी, मातंग, हस्ती, सिंधुर, कुंजर, द्विप |
| 376 | गेहूँ - गोधूम, कनक, गंदुम |
| 377 | गुलामी - दासता, परतंत्रता, परवशता |
| 378 | गुलाब - शतपत्र, सुमना, स्ािलकमल, पाटल, वृन्तपुष्प |
| 379 | गुनाह - अपराध, अधर्म, गलती, त्रुटि, ककर्म, दोष |
| 380 | गुस्सा - क्षोभ, कोप, रोष, क्रोध |
| 381 | गुप्त - गूढ़, अज्ञात, अप्रकट, निभृत |
| 382 | गुरू - आचार्य, शिक्षक, अध्यापक |
| 383 | गर्व - अभिमान, अहंकार, अहं, अहंभाव, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, अस्मिता, गौरव, अकड़ |
| 384 | गोदाम - भंडार, कोठा, मालखाना, गोडाउन |
| 385 | गौरव - मान, सम्मान, बड़प्पन, महत्व |
| 386 | गोधूलि - संध्या, शाम, सांयकाल, साँझ |
| 387 | गाथा - कथा, किस्सा, दास्तान, कहानी |
| 388 | गाँव - ग्राम, टोला, देहात, खेड़ा, पुरवा |
| 389 | गाय - सुरभि, धेनु, गौ, कल्याणी, पयस्विनी, गौरी, भद्रा, दौग्धी |
| 390 | गरीब - निर्धन, दीन, कंगाल, अकिंचन |
| 391 | गीदड़ - सियार, श्रृगाल, जम्बुक |
| 392 | गहन - दुर्गम, अच्छेद, अभेद, अथाह, अगाध, गहरा |
| 393 | गति - चाल, दशा, हाल, रफ्तार, अवस्था, स्थिति |
| 394 | गंगा - मंदाकिनी, विष्णुपदी, देवसरिता, त्रिपथगा, देवापगा, भागीरथी, सुरसरि, पापछालिका, अमरतरंगिनी, जान्हवी, नदीश्वरी |
| 395 | गंभीर - अतल, अथाह, गहरा |
| 396 | गरूड़ - खगपति, खगेश, उरगारि, हरियान, वातनेय, सुपर्ण, विषमुख |
| 397 | गधा - गदहा, धूसर, चक्रीवाहन, रासभ, लम्बकर्ण, खर, वैशाखनंदन, वेशर |
| 398 | गणेश - एकदंत, गजानन, गणेश, लंबोदर, विनायक, वक्रतुंड, विघ्नेश, मूषकवाहन, मोदकप्रिय, हेरम्ब, जगवन्द्य, भवानीनंदन, गजबदन, गणपति, गौरीसुत, गणनायक, गौरीनंदन |
| 399 | गिरिराज - हिमालय, शैलेन्द्र, गिरीश, गिरींद्र, पर्वतराज, पर्वतेश्वर |
| 400 | गिरि - पहाड़, शैल, मेरू, महीधर, भूधर, धराधर |
| 401 | घट - गागर, कलश, घड़ा, कुम्भ, गगरी, निप |
| 402 | घन - बादल, वारिद, जलधर, अंबुधर |
| 403 | घुड़सवार - अश्वरोही, तुरंगी, तुरंगारूढ़ |
| 404 | घाटा - हानि, टोटा, नुकसान |
| 405 | घास - दुर्वा, दूब, कुश, शाद, तृण |
| 406 | घर - मकान, आवास, आलय, निवास, कुटी, हवेली, सदन, लाज, भवन, गृह, महल, गेह, निकेतन, ओक |
| 407 | घी - हवि, घृत, अमृत, नवनीत |
| 408 | घृणा - घिन, वीभत्स, अरूचि, जुगुप्सा |
| 409 | चूहा - मूषक, मुसटा, उंदुर, मूसा |
| 410 | चन्द्रमा - सोम, राकेश, शशि, हिमकर, कलाधर, इन्दु, मृगांक, द्विजराज, राकापति, सुधांशु, सुधाकर, रजनीपति, निशापति, तारापति, हिमांशु, सारंग, चाँद |
| 411 | चेला - शिष्य, विद्यार्थी, शार्गिद |
| 412 | चेतना - ज्ञान, होश, एहसास, सुधबुध |
| 413 | चेहरा - मुख, मुखड़ा, शक्ल, आनन |
| 414 | चतुरानन - विधाता, सृष्टा, ब्रम्हा, सृष्टिकर्ता |
| 415 | चतुर - दक्ष, कुशल, प्रवीण, योग्य, निपुण, विज्ञ, नागर, पटु, होशियार, चालाक, सयाना |
| 416 | चुगलखोर - पिशुन, पैशुनिक, चवाई, कनफुसका, कर्णीजप |
| 417 | चक्र - चाक, चक्का, पहिया |
| 418 | चाटुकारी - चापलूसी, मिथ्या प्रशंसा, चिरौरी, चमचागिरी, खुशमद |
| 419 | चोटी - शीश, श्रृंग, सानु, मूर्धा, शिखर, परकोटि |
| 420 | चोर - कभिज, खनक, मोषक, तस्कर, रजनीचर |
| 421 | चौमासा - वर्षाऋतु, बरसात, वर्षाकाल |
| 422 | चौकीदार - प्रहरी, गारद, पहरेदार |
| 423 | चावल - धान, भात, तंदुल |
| 424 | चारबाग - उपवन, बगीचा, बाग, उद्यान |
| 425 | चाँदी - रजत, सौध, रूपक, रौप्य, चन्द्रहास, रूपा |
| 426 | चरण - पद, पग, पाँव, पाद, पैर |
| 427 | चपलता - चंचलता, चुलबुलापन, अधीरता |
| 428 | चपला - बिजली, विद्युत, चंचला, तड़ित, दामिनी |
| 429 | चन्द्रिका - कौमुदी, ज्योत्सना, कौमुदी, चाँदनी, कुमुदकला, जुन्हाई, अमृतवर्षिणी, चन्द्रातप |
| 430 | चरित्र - आचार, सदाचार, आचरण, शील |
| 431 | चर्मकार - मोची, पादुकाकार, चमार |
| 432 | चश्मा - ऐनक, सहनेत्र, उपनेत्र |
| 433 | चमक - आभा, दीप्ति, द्युति, कांति |
| 434 | चंद्रशेखर - शिव, महादेव, शंभु, शंकर, महेश्वर, नीलकंठ, आशुतोष |
| 435 | चंदन - मलयज, गंधराज, मंगल्य, गंधसार |
| 436 | चंडी - दुर्गा, काली, कालिका, जगदंबिका, भगवती, अंबा |
| 437 | चिट्ठी - पत्र, खत, पाती |
| 438 | चिन्ह - प्रतीक, निशान, पहचान, संकेत, लक्षण |
| 439 | चिराग - दीया, दीपक, दीप, शमा |
| 440 | चिकित्सा - उपचार, इलाज, दवादारू |
| 441 | चिंता - सोच, ऊहापोह, फ्रिक |
| 442 | छलांग - उछाल, फांद, उछलकूद, चौकड़ी |
| 443 | छली - छलिया, धोखेबाज, कपटी |
| 444 | छल - फरेब, झाँसा, प्रपंच, कपट |
| 445 | दूध - दुग्ध, गौरस, क्षीर, पय, पीयूष, दोहज, स्तन्य |
| 446 | छटा - चमक, आभा, कांति |
| 447 | छेला - सजीला, शौकीन, बाँका |
| 448 | छानबीन - जाँच, पूछताछ, शोध, अन्वेषण, खोज, गवेषण, तहकीकात |
| 449 | छोर - किनारा, सिरा, कोर, नोक |
| 450 | छाती - सीना, वक्ष, उर, वक्षस्थल |
| 451 | छात्र - विद्यार्थी, शिष्य, शिक्षार्थी |
| 452 | छाया - साया, परछाई, प्रतिबिम्ब, छाँव |
| 453 | छँटनी - छँटाई, कटौती, कांट-छांट |
| 454 | जलाशय - सरोवर, पोखर, ताल, तलैया, तालाब |
| 455 | जल - पानी, नीर, अमृत, तोय, सलिल, अम्बु, वारिय, उदक, जीवक, रस, अप |
| 456 | जग - दुनिया, संसार, विश्व, भुवन, मृत्युलोक |
| 457 | जन्नत - स्वर्ग, बैकुंठ, सुरलो, हरिधाम, सुरधाम |
| 458 | जननी - माता, अम्बा, माँ, अम्मा |
| 459 | जेवर - गहना, भूषण, आभरण, मंडल, अलंकार, आभूषण |
| 460 | जत्था - दल, गुट, समूह, टोली, गिरोह |
| 461 | जुलाहा - बुनकर, कोली, कोरी |
| 462 | जुगनू - पटबीजना, प्रभाकीट, खद्योत |
| 463 | जवानी - युवावस्था, तारूण्य, यौवन, तरूणाई |
| 464 | जवान - युवक, किशोर, तरूण, युवा, नौजवान |
| 465 | जानकारी - बोध, ज्ञान, विज्ञता |
| 466 | जानकी - सीता, वैदेही, जनकसुता, जनकात्मजा, जनकतनया, रामप्रिया, जनकनंदिनी |
| 467 | जोश - आवेश, उबाल, उफान, हौसला, उत्साह, साहस |
| 468 | जासूस - गुप्तचर, खुफिया, भेदिया |
| 469 | जाई - बेटी, पुत्री, लकड़ी, कन्या |
| 470 | जाँघ - जंघा, रान, जानु, उरू, जघन |
| 471 | जरठ - बूढ़ा, वृद्ध, बुड्ढा |
| 472 | जीव - प्राणी, देहधारी, जीवधारी |
| 473 | जीभ - रसना, जिव्हा, रसिका, वाणि, वाचा, जबान, |
| 474 | जीविका - रोजी, रोटी, वृति, आजीविका |
| 475 | जहन्नुम - नरक, दोजख, यमलोक, यमपुरी |
| 476 | जहाज - जलयान, पोत, विमान, जलवाहन |
| 477 | जहर - विष, गरल, कालकूट, माहुर |
| 478 | जहीन - बुद्विमानी, मेधावी, तीक्ष्ण, बुद्धि, अक्लमंद |
| 479 | जटिल - कठिन, दुर्बोध, दुरूह, पेचीदा, किलिष्ट |
| 480 | जमाई - दामाद, जँवाई, जामाता |
| 481 | जमीन - धरती, भू, भूमि, पृथ्वी, धरा, वसुंधरा |
| 482 | जम्हूरियत - लोकतंत्र, प्रजातंत्र, लोकशाही, जनताशासन |
| 483 | जंगल - वन, अरण्य, कानन, विपिन, बीहड़, विटप |
| 484 | जंग - रण, युद्ध, संग्राम, समर |
| 485 | ज्योति - आभा, दीप्ति, प्रभा, रूचि, रोचि, द्युति, छवि |
| 486 | ज्योतिषी - गणक, दैवज्ञ, भविष्यवक्ता |
| 487 | जय - जीत, विजय, फतह |
| 488 | जिल्लत - अपमान, तिरस्कार, तौहीन, बेइज्जती, अनादर |
| 489 | जिद्दी - हठी, दुराग्रही, हठीला, दुर्दान्त |
| 490 | जिस्म - देह, काया, शरीर, बदन, वपु |
| 491 | जिज्ञासा - उत्कंठा, उत्सकुता, कुतूहल |
| 492 | जिंदगी - जीवन, जिंदगानी, हयात |
| 493 | झूठ - असत्य, अनृत, मिथ्या, मृषा |
| 494 | झुकाव - प्रवृत्ति, रूझान, प्रवणता, उन्मुखता |
| 495 | झुंड - समूह, मंडली, पुंज, जत्था |
| 496 | झोपड़ी - कुटी, पर्णकुटी, कुंज, कुटिया |
| 497 | झाँसा - दगा, फरेब, ठगी, धोखा |
| 498 | झरना - प्रपात, निर्झर, स्त्रोत, उत्स, जलप्रपात |
| 499 | झींगुर - झिल्ली, जंजीरा, झिल्लिका, घुरघुरा |
| 500 | झंडा - ध्वजा, पताका, केतु, निसान |
| 501 | झंझा - तूफान, झंझावात, बवंडर, आँधी, अंधड़ |
| 502 | टीस - कसक, शूल, शूक्त, दर्द, पीड़ा |
| 503 | टीका - व्याखा, वृृत्ति, विवृति, भाष्य, तिलक, चिन्ह, दाग, धब्बा |
| 504 | टहनी - डाल, डाली, वृंत, प्रशाखा, उपशाखा |
| 505 | टक्कर - समाघात, ठोकर, संघट्ट, भिडं़त, मुकाबला, मुठभेड़ |
| 506 | टोल - समूह, मण्डली, जत्था, झुण्ड |
| 507 | टाँग - पैर, पाँव, टंक |
| 508 | ठंड - सर्दी, जाड़ा, ठंडक, ठिठुरन, शीत |
| 509 | ठिठोली - मजाक, परिहास, ठइोली, दिल्लगी, ठट्ठा |
| 510 | ठिंगना - बौना, वामन, नाटा |
| 511 | ठौर - ठिकाना, जगह, स्थल |
| 512 | ठीक - उचित, मुनासिब, उपयुक्त |
| 513 | ठहाका - खिलखिलाना, अट्टहास, कहकहा |
| 514 | ठग - वंचक, प्रतारक, प्रवंचक, जालसाज, छली, धूर्त, धोखेबाज |
| 515 | ठेस - आघात, चोट, धक्का, ठोकर |
| 516 | डंडा - छड़ी, लाठी, सोंटा |
| 517 | डोली - पालकी, मियाना, डोला |
| 518 | डोर - रस्सी, तंतु, डोरी, रज्जु, तांत |
| 519 | डाह - ईर्ष्या, जलन, कुढ़न |
| 520 | डर - भय, आतंक, खौफ, दहशत, भीति, त्रास |
| 521 | डगर - मार्ग, राह, रास्ता, पगहा, तंतु, रज्जु |
| 522 | डेरा - खेमा, शिविर, पड़ाव |
| 523 | डकैत - डाकू, लुटेरा, बटमार |
| 524 | ढेर - समूह, अम्बार, झुण्ड, घौद |
| 525 | ढोल - ढोलकी, ढोलक, प्रणव, पटह |
| 526 | ढोर - चौपाया, मवेशी |
| 527 | ढोंग - पाखण्ड, स्वाँग, कपट, छल |
| 528 | ढील - शिथिलता, सुस्ती, अतत्परता |
| 529 | ढंग - तरीका, विधि, पद्धति, रीति, प्रणाली |
| 530 | तलवार - कृपाण, करवाल, खडग, शमशीर, चन्द्रहास, असि, सिरोही, करौली |
| 531 | तट - किनारा, तीर, कूल, कगार, साहिल |
| 532 | तन्मय - मग्न, लीन, तल्लीन, ध्यानमग्न |
| 533 | तन - काया, शरीर, बदन, तनु, देह, जिस्म |
| 534 | तत्पर - तैयार, उद्यत, कटिबद्ध, सन्नद्ध |
| 535 | तुला - तराजू, काँटा, धर्मकाँटा |
| 536 | तुरंत - तत्काल, शीघ्र, अविलम्ब, जल्दी, तत्क्षण, सत्वर |
| 537 | त्वचा - चमड़ी, खाल, चर्म, चमड़ा |
| 538 | तदबीर - उपाय, युक्ति, तरकीब |
| 539 | तड़ाग - सरोवर, तालाब, पोखर, जलाशय |
| 540 | तालाब - सरोवर, सर, पोखरा, जलाशय, पुष्कर, पद्याकर, सरसी, |
| 541 | तोता - शुक, सुआ, कीर, सुग्गा, रक्ततुण्ड, दाड़िमप्रिय |
| 542 | तारीफ - बढ़ाई, प्रशंसा, गुणगान, प्रशस्ति, सराहना |
| 543 | तारीख - दिनांक, तिथि, मिती |
| 544 | तामरस - कमल, नीरज, पंकज, सरसिज, पुण्डरीक, इन्दीवर |
| 545 | ताकना - झांकना, निरखन, देखना, निहारना |
| 546 | तरनी - नाव, किश्ती, नैया, नौका |
| 547 | तरकस - तूण, तूणीर, निषंग, इषुधी, त्रोण |
| 548 | तरकारी - सब्जी, भाजी, शाक |
| 549 | तरंग - लहर, उर्मि, मौज, वीचि, हिलोर |
| 550 | तपस्या - तप, साधना, योग, अनुष्ठान |
| 551 | तीर - बाण, विशिख, अनी, सायक, शिलीमुख, शर |
| 552 | तहजीब - सभ्यता, तमद्दुन, संस्कृति |
| 553 | तटिनी - सरिता, नदी, दरिया, तरंगिणी, सलिला |
| 554 | तड़ित - बिजली, विद्युत, दामिनी, गाज, सौदामिनी |
| 555 | तथागत - गौतम, सिद्धार्थ, बुद्ध, बोधिसत्व |
| 556 | तमा - रात, निशा, रात्रि, रजनी |
| 557 | तम - अँधेरा, तिमिर, अँधियारा, अंधकार |
| 558 | तकलीफ - रोग, अस्वस्थता, रूग्णता |
| 559 | तकदीर - नसीब, भाग्य, प्रारब्ध, किस्मत, मुकद्दर |
| 560 | तबाह - नष्ट, ध्वस्त, बरबाद |
| 561 | तंज - ताना, व्यंग, कटाक्ष, छीटाकशी, फबती |
| 562 | तंदुल - चावल, अक्षत, चाउर, धान |
| 563 | त्योहार - उत्सव, पर्व, समारोह |
| 564 | तरूवर - वृक्ष, पेड़, तरू, विटप, रूख, पादम, दु्रम |
| 565 | तरूण - युवा, युवक, नौजवान, जवान |
| 566 | तरू - पेड़, विटप, पादप, वृक्ष, द्रुम |
| 567 | तिजारत - व्यापार, सौदागरी, व्यवसाय |
| 568 | तिरस्कार - अपमान, उपेक्षा, निरादर, अवमानना |
| 569 | तिरिया - महिला, स्त्री, औरत, ललना |
| 570 | तिमिर - अंधकार, अंधेरा, तम, तमिस्त्रा |
| 571 | थल - स्थल, भूमि, जगह, स्थान |
| 572 | थवई - मिस्त्री, राजमिस्त्री, राज, राजगीर |
| 573 | थोड़ा - कम, अल्प, न्यून, जरा, स्वल्प |
| 574 | थोथा - खोखला, खाली, सारहीन |
| 575 | थाती - धरोहर, अमानत, जमापूँजी |
| 576 | थाह - छोर, सिरा, सीना, अंत |
| 577 | थप्पड़ - झापड़, तमाचा |
| 578 | थकान - थकावट, क्लांति, श्रांति, क्लान्ति |
| 579 | देवता - सुर, देव, आदित्य, निर्जर, वसु, त्रिदश, अदितिनंदन, अमर्त्य, दैवत, आदितेय |
| 580 | देवालय - मंदिर, देवस्थान, देवमंदिर |
| 581 | देशाटन - यात्रा, पर्यटन, देशभम्रण, विहार |
| 582 | देश - राष्ट्र, मुल्क, वतन |
| 583 | छेरी - बकरी, अजा, छागी |
| 584 | देह - काया, शरीर, तन, गात, वपु |
| 585 | छतरी - छत्र, छाता, छत्ता |
| 586 | दुर्लभ - अप्राप्य, दुष्प्राप्य, अलम्भ, नायाब, विरल |
| 587 | दुर्गम - कठिन, दुस्तर, विकट, अगम्य |
| 588 | दुर्गुण - अवगुण, बुराई, ऐब, खामी |
| 589 | दुर्गा - सिंहवाहिनी, कालिका, भवानी, चण्डिका, कल्याणी, सुभद्रा, अजा, चामुण्डा |
| 590 | छुटकारा - मुक्ति, निजात, रिहाई |
| 591 | दुर्जन - दुष्ट, शठ, असज्जन, खल |
| 592 | दुनिया - जग, संसार, जगत, विश्व, भव, जहान, खलक |
| 593 | दुविधा - असमंजस, अनिश्चय, कशमकश, पेशोपेश |
| 594 | दुर्भिक्ष - अकाल, सूखा, दुकाल, दुष्काल |
| 595 | दुश्मन - शत्रु, बैरी, अरि, वैरी, रिपु |
| 596 | दुःख - कष्ट, पीड़ा, संताप, क्लेश, यातना, वेदना, व्यथा, खेद, विषाद, क्षोभ, यंत्रणा |
| 597 | दुष्ट - खल, पिशुन, नीच, दुर्जन |
| 598 | दुष्कर - कठिन, दूभर, मुश्किल, दुसाध्य |
| 599 | दस्तूर - प्रथा, परंपरा, चलन, रीति-रिवाज |
| 600 | दस्तावेज - अधिकारपत्र, कागज, प्रलेख, प्रपत्र, अभिलेख, प्रलेख |
| 601 | दर्शन - मुलाकात, भेंट, साक्षात्कार |
| 602 | दौलत - सम्पत्ति, धन, द्रव्य, वित्त, विभूति, सम्पदा |
| 603 | दोस्त - मित्र, सखा, स्नेही, सहचर, हितैषी, अंतरंग, यार |
| 604 | दावानल - दवाग्नि, वनाग्नि, वन्याग्नि, वन्यानल, जंगल की आग, दावाग्नि |
| 605 | दादा - पितामह, आजा, बाबा |
| 606 | छाछ - मठा, मही, मठ्ठा, छाछी, लस्सी |
| 607 | दास - नौकर, सेवक, परिचारक, अनुचर, भृत्य, चाकर |
| 608 | दशा - हालत, स्थिति, अवस्था |
| 609 | दरीचा - झरोखा, खिड़की, गवाझ |
| 610 | दरमियान - बीच, मध्य |
| 611 | दरख्त - पेड़, वृक्ष, विटप, दु्रम |
| 612 | दर - भाव, कीमत, रेट |
| 613 | दीपक - दिया, दीप, प्रदीप |
| 614 | दीर्घ - लंबा, बड़ा, विशाल |
| 615 | दहशत - भय, डर, खौफ, आतंक |
| 616 | छवि - कांति, प्रभा, शोभा, सौंदर्य |
| 617 | दरिद्रता - गरीबी, कंगाली, अभावग्रस्तता, निर्धनता |
| 618 | दरियादिल - दानी, उदार, दानशील, फराखदिल |
| 619 | दमन - अवरोध, रोक, वश, नियंत्रण, निग्रह |
| 620 | दम - ताकत, शक्ति, बल, दमखम |
| 621 | दक्ष - प्रवीण, चतुर, कुशल, होशियार, निपुण |
| 622 | दृढ़ - पक्का, तगड़ा, मजबूत, पुष्ट |
| 623 | दयानिधान - ईश्वर, दयालु पुरूष, दयावान व्यक्ति |
| 624 | दया - अनुकंपा, करूणा, कृपा, प्रसाद, संवेदना, सहानुभूति, सांत्वना, अनुग्रह, तरस, रहम |
| 625 | दिलेर - साहसी, वीर, शूर, बहादुर |
| 626 | दिनकर - रवि, दिवेश, भास्कर, सूर्य, सूरज, भानु, दिवाकर |
| 627 | दिन - दिवस, वार, याम, दिवा, वासर, प्रमान |
| 628 | दिवंगत - मृत, स्वर्गीय, मरहूम, मृतक, परलोकवासी |
| 629 | द्वैत - युग, युति, जोड़ा, युगल, द्वय, यमल |
| 630 | द्वेष - दुश्मनी, बैर, शत्रुता, खार |
| 631 | ध्वस्त - नष्ट, भग्न, खंडित, भ्रष्ट |
| 632 | ध्वनि - स्वर, ताल, आवाज, रव, नाद |
| 633 | धूल - रज, मिट्टी, गर्द, धूलि, खेह |
| 634 | धनुर्धर - तीरंदाज, धन्वी, धनुषाधारी, निषंगी |
| 635 | धन्यवाद - आभार, शुक्रिया, मेहरबानी, कृतज्ञता |
| 636 | धन - संपत्ति, दौलात, वित्त, सम्पदा |
| 637 | धेनु - गाय, गैया, गौ, गोमाता, सुरभि |
| 638 | ध्रुव - अटल, स्थिर, दृढ़, निश्चित, अविचल, अडिग, अचल, पक्का |
| 639 | धुंध - कुहासा, कुहरा, नीहार |
| 640 | धवल - सफेद, उजला, श्वेत |
| 641 | धाम - घर, सदन, निकेतन, मकान, गृह |
| 642 | धाक - रोब, धौंस, दबदबा |
| 643 | धरती - धरा, पृथ्वी, भूमि, भू, धरणी, वसुंधरा, मही, वसुधा, अचला, रत्नगर्भा, रत्नावती, जमीन, क्षिति, अवनी, मेदिनी |
| 644 | धराधर - पर्वत, शैल, मेरू, महीधर, भूधर, पहाड़ |
| 645 | धीरज - संतोष, सब्र, तसल्ली, धैर्य, दिलासा, धीरत्व, धृति, धीरता |
| 646 | धंधा - व्यवसाय, कामधंधा, उद्योग, आजीविका, रोजगार, व्यापार, कारोबार |
| 647 | ध्येय - प्रयोजन, लक्ष्य, मकसद, उद्देश्य, अभिप्राय |
| 648 | ध्यान - एकाग्रता, तन्मयता, मनोयोग, तल्लीनता |
| 649 | नग्न - नंगा, निर्वस्त्र, दिगम्बर, अनावृत |
| 650 | नूर - आभा, चमक, तेज, प्रकाश, कांति, आलोक |
| 651 | नजीर - उदाहरण, मिसाल, दृष्टांत |
| 652 | नेकी - भलाई, अच्छा, उपकार, भला |
| 653 | नेत्र - चक्षु, नयन, लोचन, आँख, चख, अक्षि |
| 654 | नवल - विलक्षण, अनोखा, अद्भुत, विचित्र |
| 655 | नश्वर - नाशवान, मर्त्य, क्षर, क्षयी, भंगुर, फानी |
| 656 | नदी - सरिता, तरंगिनी, तटनी, आपगा, वाहिनी, निम्नगा, निर्झरिणी, कल्लोनी, प्रवाहिणी, दरिया, तनूजा, स्त्रोतस्विनी, सारंग, तरंगिणी, कूलंकषा |
| 657 | नसीहत - शिक्षा, उपदेश, सीख |
| 658 | नाग - भुजंग, उरग, विषधर, फणीश, सारंग, अहि, सर्प, व्याल, साँप, फणी, व्याल |
| 659 | नाश - विनाश, संहार, ध्वंस, समाप्ति, नष्ट-भ्रष्ट, अवसान |
| 660 | नारी - वनिता, स्त्री, महिला, मानवी, औरत, रमणी, वामा, कामिनी, कांता, ललना |
| 661 | नायक - अभिनेता, हीरो, कलाकार, अगुवा, प्रमुख पात्र, सितारा |
| 662 | नरेश - राजा, भूपाल, भूपति, नरेन्द्र, नरपति |
| 663 | नर - मानव, मनुष्य, पुरूष, मनुज, मर्त्य, जन |
| 664 | नीलकमल - उत्पल, सौगन्धित, नीलसरोज, कुवलय, इंदीवर, असितकमल, नीलाम्बुज |
| 665 | नीरव - मौन, शांत, चुप, खामोश |
| 666 | नीरस - रसहीन, फीका, स्वादहीन, सूखा, बेजायका, बेरस, अस्वाद |
| 667 | नम्र - विनीत, शिष्ट, विनयशील, सुशील |
| 668 | नमक - लवण, नोन, रामरस |
| 669 | नर्क - यमलोक, यमपुर, यमालय, नरक |
| 670 | नंदकुमार - नंदनंदन, मोहन, मुरारी, नंदलाल, नंदकिशोर, कृष्ण |
| 671 | नंदिनी - पुत्री, दुहिला, सुता, धी, बेटी, तनुजा, अंगजा |
| 672 | नक्षत्र - तारक, सितारा, तारा, खद्योत |
| 673 | न्यौता - निमंत्रण, बुलावा, आमंत्रण |
| 674 | नया - नवीन, नूतन, नव्य, अभिनव, ताजा, नव, आधुनिक, अर्वाचीन, नवल |
| 675 | नित्य - सदा, शाश्वत, हमेशा, रोज, सनातन, सदैव, चिरंतन |
| 676 | निवेदन - विनती, प्रार्थना, गुजारिश, इल्तजा, विनय, अनुनय |
| 677 | निशा - रात्रि, रात, निशि, रैन, विभावरी |
| 678 | निरर्थक - व्यर्थ, अर्थहीन, बेमानी, बेकार |
| 679 | निरक्षर - अनपढ़, अशिक्षित, अपढ़, लाइल्म |
| 680 | निर्भय - निडर, बेधड़क, नि-शंक, दिलेर |
| 681 | निभृत - वीरान, सुनसान, निर्जन, जनशून्य, एकांत |
| 682 | निमित - ध्येय, प्रयोजन, हेतु, उद्देश्य |
| 683 | निधि - भंडार, खजाना, कोष |
| 684 | निकट - समीप, पास, करीब, आसन्न |
| 685 | निकम्मा - निठल्ला, बेकार, निखट्टू, अकर्मण्य |
| 686 | निंदा - बुराई, दोषारोपण, फटकार, भर्त्सना, अपयश, बदगोई, बदनामी |
| 687 | नियति - भाग्य, होनी, प्रारब्ध |
| 688 | नियम - कानून, रीति, ढंग, विधि, विधान, तरीका, उसूल, सिद्धांत |
| 689 | निधान - आधार, अवलम्ब |
| 690 | निर्णय - परिणाम, फैसला, निष्कर्ष |
| 691 | निष्पक्ष - निरपेक्ष, अलग, उदासीन, तटस्थ |
| 692 | निष्ठुर - बेरहम, बेदर्द, निर्मम, निर्दयी क्रूर, कठोर, संगदिल |
| 693 | निष्ठा - आस्था, विश्वास, श्रद्धा |
| 694 | पलटन - सेना, फौज, लश्कर, आर्मी, वाहिनी, सैन्य |
| 695 | पल - लम्हा, दम, क्षण |
| 696 | पूजा - आराधना, अर्चना, उपासना |
| 697 | पूर्ण - सम्पूर्ण, अखण्ड, समग्र, निखिल |
| 698 | पट - दरवाजा, कपाट |
| 699 | पैर - पाँव, चरण, पाद, गोड़, टाँग, पगु, पद, पग |
| 700 | पत्नी - अर्धागिनी, वामांगिनी, सहचरी, गृहिणी, त्रिया, जोरू, गृहलक्ष्मी, सहधर्मिणी, दुलहिन, वनिता, बेगम, प्राणप्रिया, भार्या |
| 701 | पत्ता - पर्ण, पल्लव, पत्ती, पात, पाती |
| 702 | पताका - ध्वज, निशान, झंडा |
| 703 | पत्थर - प्रस्तर, उपल, पाषाण, पाहन |
| 704 | पुरातन - प्राचीन, पुराना, पूर्वकालीन |
| 705 | पुकार - फरियाद, गुहार, दुहाई |
| 706 | पुत्री - बेटी, तनया, आत्मजा, लड़की, दुहिता, नंदिनी, सुता, तनूजा |
| 707 | पुत्र - बेटा, तनय, आत्मज, लड़का, सुत, नंदन, औरस, पूत, वत्स, तनुज, नंद |
| 708 | पुरूष - नर, आदमी, मनुष्य, मानव, जन, मानुष, मर्द |
| 709 | पुष्प - सुमन, फूल, मंजरी, पुहुप, प्रसून, कुसुम, गुल |
| 710 | पर्वत - पहाड़, अचल, शैल, गिरी, भूमिधर, धरणीधर, भूधर, मेरू, तुंग, महीधर, नग, धराधर |
| 711 | पवन - वायु, समीर, हवा, मारूत, बयार, पवमान, अनिल, वात |
| 712 | पाला - हिम, नीहार, तुषार, प्रालेय |
| 713 | पागल - विक्षिप्त, उन्मत्त, दीवाना |
| 714 | पानी - जल, सलिल, नीर, पयस, वारि, पय, अंबु, सारंग, मेघपुष्प, उदक, तोय |
| 715 | पान - पर्णलता, ताम्बूल, नागबल्ली, नागरबेल, नागिनीपत्र, सप्तशिला |
| 716 | पश्चाताप - ग्लानि, संताप, पछतावा, अनुताप |
| 717 | पार्वती - गौरी, अभया, उमा, अपर्णा, अंबिका, आर्या, सती, शिवप्रिया, रूद्राणी, गिरिजा, भवानी, शिवा, शैलसुता |
| 718 | पावस - बारिश, वर्षाकाल, वर्षाऋतु |
| 719 | पादप - दु्रम, तरू, वृक्ष, पेड़, रूक्ष |
| 720 | पाप - गुनाह, अपकर्म, पातक |
| 721 | पाहुना - मेहमान, पाहुन, अभ्यागत, अतिथि |
| 722 | पाठशाला - स्कूल, विद्यालय, मदरसा, विद्यापीठ |
| 723 | पाखंड - ढोंग, स्वांग, ढकोसला, आडम्बर, प्रपंच |
| 724 | पर्याय - एकार्थवाची, एकार्थी, समानार्थी |
| 725 | परतंत्र - पराधीन, पराश्रित, परवश |
| 726 | परछाई - साया, प्रतिच्छाया, छाया, प्रतिबिम्ब |
| 727 | परोपकार - नेकी, परकाज, परार्थ, परहित, भलाई, परमार्थ |
| 728 | पराक्रम - ताकत, शक्ति, पुरूषार्थ |
| 729 | पराजित - परास्त, विजित, पराभूत |
| 730 | परामर्श - राय, सम्मति, सलाह, विचार विमर्श, विचार विनिमय |
| 731 | परमार्थ - उपकार, भलाई, परोपकार |
| 732 | परख - जाँच, छानबीन, पहचान, परीक्षण |
| 733 | पीड़ा - दर्द, वेदना, यंत्रणा, व्यथा |
| 734 | पति - स्वामी, कांत, प्राणप्रिय, वल्लभ, आयुपुत्र, प्राणेश, भर्ता, प्राणधार, भर्तार, भर्त्ता, ईश |
| 735 | पवित्र - शुद्ध, स्वच्छ, साफ, पुनीत, पाव, शुचि |
| 736 | पथ - राह, मार्ग, रास्ता, मग, पंथ |
| 737 | परिवर्तन - बदलाव, फेरबदल, हेरफेर, तबदीली |
| 738 | परिवार - कुल, घराना, खानदान, कुनबा, कुटुंबा |
| 739 | परिणाम - नतीजा, कल, परिपाक |
| 740 | परिणति - अंजाम, नतीजा, परिणाम, फल |
| 741 | परिणय - विवाह, शादी, ब्याह, पाणिग्रहण |
| 742 | परिष्कृत - शुद्ध, परिमर्जित, प्रांजल |
| 743 | पथिक - पंथी, राही, बटोही, मुसाफिर, बटाऊ, यात्री |
| 744 | पंगु - अपाहिज, अपंग, लंगड़ा, विकलांग |
| 745 | पंडित - ज्ञानी, प्रज्ञ, कोविद, विद्वान, सुधी, धीर, मनीषी, विचक्षण |
| 746 | पंथ - पथ, मार्ग, डगर, राह, रास्ता |
| 747 | पंकज - कमल, नलिन, राजीव, पद्म, जलज, वारिज, अम्बुज |
| 748 | पंक - कीचड़, चहला, कीच, कर्दम |
| 749 | पंख - पखौटा, पाँख, डेना, पक्ष |
| 750 | पक्षी - विहग, निहंग, शकुन्त, खग, परिन्दा, अण्डज, चिड़िया, गगनचर, विहंग, पखेरू, द्रविज, पंछी, पतंग, नभचर |
| 751 | पृथ्वी - वसुधा, धरा, भूमि, जमीन, क्षिति, वसुधा, मही, भू, इला, उर्वी, धरती, धात्री, मेदिनी, धरित्री, अवनि, वसुन्धरा |
| 752 | पृष्ठ - पन्ना, पेज, वर्क, सपहा, सफा |
| 753 | पिता - जनक, पितृ, वालिद, बाप, तात |
| 754 | प्रलय - कल्पान्त, विप्लव, कयामत |
| 755 | प्रजा - जनता, रिआया, रैयत, परजा |
| 756 | प्रेम - प्रणय, अनुराग, प्रीति, स्नेह, ममता, लाड़-प्यार, दुलार |
| 757 | प्रेक्षागृह - नाट्यशाला, रंगशाला, रंगस्थली, रंगभूमि, नाट्यगृह, छविगृह, अभिनयशाला |
| 758 | प्रताप - प्रभाव, इकबाल, बोलबाला, धाक |
| 759 | प्रफुल्ल - हर्षित, प्रसन्न, प्रसन्नचित, उल्लासमय |
| 760 | प्रचुर - बहुत, भरपुर, पर्याप्त, यथेष्ट |
| 761 | प्रचंड - भयंकर, भीषण,उग्र |
| 762 | प्रवाद - किंवदंती, जनश्रुति, अफवाह |
| 763 | प्रस्तावना - भूमिका, आमुख, प्राक्कथन, पुरोवचन |
| 764 | प्रासाद - राजमहल, राजभवन, राजनिवास, महल |
| 765 | प्रारब्ध - नसीब, भाग्य, तकदीर, किस्मत |
| 766 | प्रार्थना - अर्चना, अनुनय, विनती, अनुरोध, स्तुति, विनय, अभ्यर्थना, निवेदन |
| 767 | प्रभात - भोर, सुबह, प्रातःकाल, सवेरा, ऊषाकाल, विहान |
| 768 | प्रभा - आभा, छवि, दीप्ति, द्युति |
| 769 | प्रहरी - प्रतिहारी, पहरेदार, द्वारपाल, चौकीदार, दरबान |
| 770 | प्रतिज्ञा - वचन, प्रण, वायदा |
| 771 | प्रतिदिन - हर-दिन, हर-रोज, रोज-रोज, रोजाना, रोज |
| 772 | प्रतियोगिता - प्रतिस्पर्धा, स्पर्धा, होड़, मुकाबला |
| 773 | प्रतिष्ठा - सम्मान, आबरू, कीर्ति, यश, गौरव, महानता, इज्जत |
| 774 | प्रसिद्ध - विख्यात, प्रख्यात, यशस्वी, ख्यात, नामी, मशहूर, नामवर |
| 775 | प्रथा - परम्परा, रीति, रिवाज, चलन, प्रचलन, रूढ़ि, परिपाटी |
| 776 | प्रकाश - ज्योति, तेज, चमक, आलोक, द्युति, दीप्ति |
| 777 | प्रबंध - व्यवस्था, बन्दोबस्त, इन्तजाम |
| 778 | प्रिया - प्रेयसी, प्यारी, प्रियतमा, सजनी, दिलरूबा |
| 779 | फलक - आसमान, आकाश, नभ, गगन, व्योम |
| 780 | फूल - सुमन, गुल, प्रसून, पुष्प, कुसुम |
| 781 | फतह - विजय, जीत, जफर, सफलता |
| 782 | फसल - उपज, पैदावार, शस्य |
| 783 | फसाद - दंगा, बलवा, उत्पाद |
| 784 | फौरन - तत्काल, तुरंत, तत्क्षण |
| 785 | फरमान - राजादेश, हुक्म, राजाज्ञा |
| 786 | फितरत - स्वभाव, प्रवृत्ति, प्रकृति, मिजाज, मनोवृत्ति |
| 787 | बिगाड़ - खराबी, दोष, विकार |
| 788 | बिजली - दामिनी, विद्युत, सौदामिनी, चंचला, बीजुरी, तड़ित, ऐरावती, क्षणप्रभा, बीजुरी, चपला, घनप्रिय, इन्द्रवज्र, सौदामनी, घनवल्ली |
| 789 | ब्राम्हण - विप्र, द्विज, अग्रजन्मा, द्विजाति, भूमिसुर, भूमिदेव, महीदेव, भूदेव |
| 790 | बलराम - हलधर, बलभद्र, हली, रेवतीरमण, श्यामबंधु, बलवीर |
| 791 | बगावत - विद्रोह, गदर, विप्लव |
| 792 | बजरंगबली - हनुमान, वायुपुत्र, बज्रांगी, महावीर, केसरीनंदन, मारूतिनंदन, तेजप्रताप, पवनपुत्र |
| 793 | बैल - वृषभ, वृष, वलीवर्द, ऋषभ |
| 794 | बेमिसाल - लाजवाब, अनोखा, लासानी, बेजोड़, अतुलनीय |
| 795 | बसंत - माधव, कुसुमाकर, मधुमास, ऋतुराज |
| 796 | बालू - बालुका, सैकत, रेत |
| 797 | बाल - केश, रोम, शिरोरूह, चिकुर, कुतंल, अलक |
| 798 | बाग - वाटिका, उद्यान, निकुंज, फुलवाड़ी, उपवन |
| 799 | बादल - मेघ, जलधर, घन, वारिद, नीरद, पयोधर, बलाहक, जीमूत, अम्बुद, सारंग, जलद |
| 800 | बारिश - वर्षा, पावस, बरसात, वृष्टि, वर्षण, चौैमासा |
| 801 | बाण - तीर, सर, विशिख, आशुग, इषु, सायक, शिलीमुख, नाराच |
| 802 | बहेलिया - शिकारी, व्याद्य, लुब्धक, अहेरी |
| 803 | बहुत - अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत, अमित, अत्यंत, अनेक, अपार, असंख्य |
| 804 | बहादुर - वीर, शूर, सूरमा |
| 805 | बलिदान - जीवनदान, कुर्बानी, आत्मोत्सर्ग |
| 806 | बर्बर - अशिष्ट, उद्धत, जंगली, असभ्य |
| 807 | बंजर - ऊसर, अनुर्वर, पड़ती, अनुपजाऊ |
| 808 | बंदर - कपि, बानर, कीश, मर्कट, शाखामृग |
| 809 | भूषण - गहना, अलंकार, जेवर, आभूषण |
| 810 | भेद - अंतर, फर्क, विषमता, भिन्नता |
| 811 | भुजा - बाँह, बाहु, भुज, बाजू |
| 812 | भुवन - दुनिया, संसार, जगत, विश्व |
| 813 | भव - संसार, जग, दुनिया, जहाँ, खल्क, विश्व, खलक |
| 814 | भद्र - शालीन, कुलीन, शिष्ट, सभ्य, बासलीका, सलीकेदार |
| 815 | भाला - बरछा, नेजा, बर्छा, शलाका, कुंत |
| 816 | भाल - माथा, कपाल, मस्तक, ललाट |
| 817 | भोला - सीधा, निश्छल, सरल, निष्कपट |
| 818 | भोजन - आहार, खाना, सामग्री, खाद्य, भोज्य |
| 819 | भौंरा - मधुकर, मधुप, भ्रमर, षट्पद, अलि, द्विरेप, भृंग |
| 820 | भाव - आशय, तात्पर्य, अर्थ, अभिप्राय |
| 821 | भारती - सरस्वती, शारदा, वीणावादिनी, विद्यादेवी, ब्राम्ही, वाग्देवी, वागेश्वरी, वागीशा, विमला |
| 822 | भाई - भ्राता, सहोदर, बन्धु, अग्रज, अनुज, तात, भइया, भ्रातृ |
| 823 | भरतखंड - आर्यावर्त, भारत, हिंदुस्तान, हिंदोस्ताँ, भारतवर्ष, इंडिया |
| 824 | भरोसा - प्रश्रय, आश्रय, सहारा, अवलम्ब, ऐतबार, विश्वास, अकीदा, यकीन |
| 825 | भगिनी - बहन, बहना, अग्रजा, दीदी, जीजी, बहिन, स्वसा |
| 826 | भविष्य - अनागत, भावी, भविष्यद, मुस्तकबिल, भविष्यतकाल |
| 827 | भक्त - आराधक, पुजारी, पूजक, उपासक, अर्चक |
| 828 | भंगुर - अनित्य, क्षर, नाशवान, मर्त्य, विनश्वर, नश्वर |
| 829 | भंवरा - मधुकर, मधुप, अलि, भृंग, भौंरा, भ्रमर, मिलिंद, अलिंद |
| 830 | भय - खौफ, भीति, डर, श्रास, विभीषिका |
| 831 | मनुष्य - आदमी, नर, मानव, मानुष, मनुज, जन |
| 832 | मनीषा - मेधा, विचार, मति, प्रज्ञा, बुद्धि |
| 833 | मैना - सारी, सारिका, कलहप्रिया, मधुरालाषा, त्रिलोचना |
| 834 | मेघ - अम्बुद, पयोधर, बादल, जलधर, नीरद, घन, वारिधर, पयोद, अभ्र |
| 835 | मतभेद - असम्मति, मातद्वैध, असहमति |
| 836 | मत - धारणा, मंतव्य, सम्मति |
| 837 | मुलायम - नर्म, मृदु, कोमल, स्निग्ध |
| 838 | मुर्गा - ताम्रचूड़, कुक्कुट, अरूणशिखा, तमचूक |
| 839 | मुनि - वैरागी, संन्यासी, संत, भिक्षु, यती, तापस, साधु, महात्मा |
| 840 | मुक्ति - मोक्ष, अमृतत्व, निर्वाण, परमपद, अपवर्ग, कैवल्य, सद्गति, परमधाम |
| 841 | मुँह - मुख, आनन, चेहरा |
| 842 | मुर्ख - अज्ञानी, अपढ़, जड़, गँवार, अल्पमति |
| 843 | मछली - मीन, मत्स्य, झख, सफरी, जलजीव |
| 844 | मानव - इंसान, आदमी, मनुष्य, मनुज |
| 845 | मानक - प्रतिमान, मानदंड, आदर्श |
| 846 | मोती - शशिप्रभा, मुक्ता, सीपिज, मौक्तिक |
| 847 | मोर - शिखी, मयूर, शिखण्डी, कलापी, केकी |
| 848 | माता - माँ, अंबा, जननी, अम्मा, जनयत्री, अम्बिका, धात्री, प्रसू |
| 849 | मार्मिक - ह्दयस्पर्शी, मर्मभेदी, मर्मांतक, मर्मस्पर्शी |
| 850 | माया - छल, प्रपंच, प्रतारण, छलना |
| 851 | माधुरी - मिठास, मधुरता, माधुर्य |
| 852 | महात्मा - महाशय, महापुरूष, महामना, महानुभाव |
| 853 | महावीर - हनुमान, मारूति, कपीश्वर, रामदूत, अंजनीपुत्र, केशरीनंदन, बजरंगबली, मारूततनय, पवनकुमार, पवनसूत |
| 854 | महादेव - शिव, शंकर, भोलेनाथ, पशुपति, शंभु, ईश, चन्द्रशेखर, भूतेश, महेश्वर, गिरीश, आशुतोष, त्रिलोचन, कैलाशनाथ, केदार, उमापति |
| 855 | महक - खुशबू, सुवास, परिमल, वास, सौरभ, सुगंधि |
| 856 | मदिरा - शराब, मधु, आसव, हाला, सुरा, मद, वारूणी, मद्य |
| 857 | मंजुल - मनोहर, आकर्षक, मोहक, सुंदर, शोभनीय |
| 858 | मंतव्य - सम्मति, राय, सलाह, अभिमत, विचार |
| 859 | मृत्यु - निधन, पंचत्व, देहावसान, देहांत, निधान, स्वर्गवास, मौत, अंत, इंतकाल, मरण, निर्वाण, दिवंगत, मृत |
| 860 | मधु - शहद, कुसुमासव, रसा |
| 861 | यत्न - प्रयत्न, उद्यम, चेष्टा |
| 862 | यतीम - बेसहारा, अनाथ |
| 863 | युग - काल, कल्प, जमाना, जुग, दौर, मन्वंतर |
| 864 | युवती - रमणी, प्रमदा, तरूणी, सुंदरी, श्यामा, किशोरी, नवयौवना |
| 865 | युद्धभूमि - रणभूमि, रणक्षेत्र, संग्रामभूमि, संग्रामक्षेत्र, युद्धस्थल |
| 866 | युद्ध - संग्राम, लड़ाई, समर, संघर्ष, द्वंद्व, रण |
| 867 | योग्य - कुशल, काबिल, सक्षम, कार्यक्षम |
| 868 | याद - स्मृति, ख्याल, स्मरण, सुधि, सुध, स्मरणशक्ति |
| 869 | यशस्वी - विख्यात, नामवर, कीर्तिवान, ख्यातिवान, मशहूर |
| 870 | यज्ञोपवीत - जनेऊ, ब्रम्हासूत्र, उपवीत |
| 871 | यामिनी - विभावारी, राका, रजनी, निशा, रैन, रात, रात्रि |
| 872 | याम - पहर, बेला, जून, वेला, प्रहर |
| 873 | यात्रा - भ्रमण, घूमना, सफर, पर्यटन, देशाटन |
| 874 | यश - ख्याति, कीर्ति, प्रसिद्धि |
| 875 | यमुना - तूनजा, तरणि, अर्कजा, कालिन्दी, रवितनया, रविजा, सूर्यसुता, तरणिजा, भानुजा, कृष्णप्रिया |
| 876 | यम - धर्मराज, यमराज, सूर्यपुत्र, दण्डधर, यमुनाभ्राता, शमन, कीनाश, कृतांत, श्राद्धदेव, जीवितेश, अंतक |
| 877 | यकीन - आस्था, विश्वास, भरोसा, ऐतबार |
| 878 | यकृत - जिगर, पित्ताशय, कलेजा |
| 879 | यंत्रणा - वेदना, यातना, पीड़ा, तकलीफ, व्यथा |
| 880 | यक्ष्मा - तपेदिक, टीबी, क्षय, राजरोग |
| 881 | राजा - नरेश, नृप, भूपाल, राव, नरेन्द्र, भूप, नरपाल, नरनाह, नृपति, नरपति, महीपति, सम्राट |
| 882 | रोना - विलाप, रूदन, क्रंदन, रोदन, विलपन |
| 883 | रोचक - मनोहर, दिलचस्प, लुभावना |
| 884 | रावण - लोकेश, दशकंठ, दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश, दशकंध, दैत्येन्द्र, दशमुख |
| 885 | रात्रि - निश, रैन, रात, शर्वरी, तमस्विनी, विभावरी, यामिनी |
| 886 | राम - राघव, अमिताभ, रघुराज, रघुनाथ, कौशल्यानंदन, दशरथनंदन, सीतापति, रघुवर, अवधेश, रामचन्द्र, जनकीवल्लभ, कमलेन्द्र |
| 887 | राय - मत, सलाह, मंत्रणा, परामर्श, सम्मति |
| 888 | राधा - राधिका, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा |
| 889 | रमा - लक्ष्मी, पद्मा, इंदिरा, चंचला, हरिप्रिया, समुद्रजा, क्षीरोदतनया, श्रीभार्गवी, पद्मासना, कमलासना |
| 890 | रमणीय - मनोहर, ललित, मनभावन, सुंदर |
| 891 | रक्त - लहू, रूधिर, लोहित, रोहित, शोणित, खून |
| 892 | रक्षा - बचाव, देखरेख, हिफाजत, संरक्षण |
| 893 | रिपु - बैरी, दुश्मन, विरोधी, विपक्षी, अमित्र, शत्रु, प्रतिवादी |
| 894 | लगातार - निरंतर, अनवरत, अजस्त्र, सतत् |
| 895 | लज्जा - शर्म, हया, लाज, व्रीडा |
| 896 | लता - बल्ली, बल्लरी, बेली, लतिका, प्रतान, बेल, वीरूध |
| 897 | लुटेरा - डाकू, अपहर्ता, डकैत, बटमार |
| 898 | लड़ाई - झगड़ा, अनबन, खटपट, मनमुटाव, रण, संग्राम, जंग, युद्ध |
| 899 | लड़का - बालक, किशोर, कुमार, सुत |
| 900 | लड़की - बालिका, किशोरी, बाला, कुमारी, सुता, कन्या |
| 901 | लालसा - अभिलाषा, लिप्सा, लालच, तृष्णा |
| 902 | लोलुप - लालची, लोभ, तृष्णालु |
| 903 | लौह - लोहा, अयस, सार |
| 904 | लहर - हिलोर, तरंग, उर्मि, लहरी |
| 905 | लक्ष्मण - लखन, सौमित्र, दशरथनंदन, अनंत, शेषावतार, रामानुज, शेष |
| 906 | वर्ग - समुदाय, कोटि, श्रेणी, समूह, सम्प्रदाय |
| 907 | वन - कानन, अरण्य, जंगल, कांतार, विपिन, अटवी |
| 908 | वज्र - अशनि, दभोलि, कुलिस, पवि |
| 909 | वसन - अम्बर, पट, परिधान, वस्त्र, चीर |
| 910 | वायु - हवा, पवन, समीर, अनिल, मारूत, वात, पवमान, प्रकंपन, समी |
| 911 | वपु - बदन, तन, काया, देह |
| 912 | वीर्य - शुक्र, बीज, सार, जीवन, तेज |
| 913 | वक्ष - सीना, वक्षस्थल, उदरस्थल, छाती |
| 914 | वृक्ष - विटप, पेड़, पादम, तरू, दु्रम, शाखी, गाछ, अमग, दरख्त |
| 915 | व्यसन - लत, टेक, आसक्ति, वान |
| 916 | वर्ष - साल, वत्सर, बरस |
| 917 | वर्षा - बरसात, वर्षाकाल, चौमासा, वर्षाऋतु, पावस, मेह |
| 918 | विलास - भोग, वासना, संतुष्टि, आनंद |
| 919 | विलक्षण - अनूठा, विचित्र, निराला, अद्भूत |
| 920 | विफल - निरर्थक, व्यर्थ, निष्फल, बेकार |
| 921 | विवेचना - वर्णन, टीका, व्याखा |
| 922 | विवाह - शादी, परिणय, व्याह, गठबंधन, पाणिग्रहण |
| 923 | विश्व - जग, दुनिया, संसार, लोक, जगत, भव |
| 924 | विस्मय - आश्चर्य, हैरानी, अचरज |
| 925 | विशाल - बड़ा, विराट, महा, महान, वृहत्, दीर्घ |
| 926 | विशारद - ज्ञानी, विशेषज्ञ, सुधी, पंडित |
| 927 | विप्र - ब्राम्हण, पुरोहित, महीसुर, भूदेव |
| 928 | विभोर - मग्न, लीन, मस्त, मुग्ध |
| 929 | विभा - आभा, शोभा, कांति, प्रभा |
| 930 | विविध - नाना, विभिन्न, प्रकीर्ण |
| 931 | विधि - तरीका, रीति, नियम, शैली, चाल, प्रणाली, पद्धति |
| 932 | विमल - पवित्र, विशुद्ध, स्वच्छ, निर्मल, पावन |
| 933 | विमान - हवाईजहाज, खग, वायुयान, उड़नखटोला |
| 934 | विकार - बुराई, दोष, बिगाड़, विकृति |
| 935 | विद्या - शिक्षा, ज्ञान, गुण, सरस्वती, इल्म |
| 936 | विष - जहर, गरल, हलाहल, कालकूट |
| 937 | विष्णु - पीताम्बर, नारायण, मधुरिपु, उपेन्द्र, चक्रपाणि, जनार्दन, विशम्भर, दोमादर, चतुर्भुज, लक्ष्मीपति, मुकुंद, कमलापति |
| 938 | श्वेत - सफेद, सित, धवल |
| 939 | शेर - केशरी, नाहर, मृगेन्द्र, केहरि, वनराज |
| 940 | शुभचिंतक - हितैषी, शुभाकांक्षी, शुभचिंतक, उपकारक, हितचिंतक |
| 941 | शुभ - मंगल, शुभकर, कल्याणकारी |
| 942 | शस्य - फसल, उपज, पैदावार |
| 943 | शायद - सभ्मवतः स्यात्, कदाचित |
| 944 | शराब - मदिरा, हाला, मद्य, अमृता, वीरा, अम्रता |
| 945 | शरीर - देह, काया, वपु, तन, गात, कलेवर, गात्र, अंग |
| 946 | शरण - आश्रय, संश्रय, रक्षा, त्राण |
| 947 | शपथ - प्रतिज्ञा, कसम, सौगंध, सौ, हलफ |
| 948 | शहद - मधु, पुष्पासव, मकरंद, पुष्परस, आसव, रस |
| 949 | शब्दार्थिका - शब्द संग्रह, शब्द संकलन, शब्दावली, शब्दकोश |
| 950 | शब्द - रव, घोष, नाद, ध्वनि, मुखर, आश्व |
| 951 | शिरा - नस, धमनी, नाड़ी |
| 952 | शिक्षा - नसीहत, तालीम, सीख, ज्ञान, शिक्षण, प्रशिक्षण, उपदेश |
| 953 | शिष्ट - शलीन, सौम्य, भद्र, संभ्रान्त |
| 954 | षंडाली - तालाब, ताल |
| 955 | षडयंत्र - साजिश, कूट रचना, कुचक्र |
| 956 | षडानन - षटमुख, षाण्मातुर, कार्तिकेय |
| 957 | सूची - तालिका, सारिणी, सरणी, फेहरिस्त |
| 958 | सूर्य - दिनकर, रवि, भास्कर, दिवाकर, कमलबंधु, आदित्य, मार्तण्ड, प्रभाकर, अर्क, तरणि, पतंग, अंशुमाली |
| 959 | सन्नद्ध - तैयार, प्रस्तुत, तत्पर, कटिबद्ध |
| 960 | स्नेह - प्रीति, अनुराग, प्यार, प्रेम, इश्क, मोहब्बत |
| 961 | सजग - सतर्क, चौकन्ना, सावधान, चौकस |
| 962 | सज्जन - भद्र, साधु, सभ्य, कुलीन, पुंगव |
| 963 | सेना - दल, चमू, अनीक, ऊनी, कटक, अनीकिनी |
| 964 | सत्य - सच, सही, ठीक, वास्तविक, शुद्ध |
| 965 | सुन्दरी - कामिनी, सुनयना, विलासिनी, सुनेत्रा, ललिता |
| 966 | सुन्दर - रम्य, मनोहर, कलित, सुहावना, रमणिक, कमनीय, उत्कृष्ट, सुरभ्य, उत्तम, मंजुल, रूचिर, चारू, चित्ताकर्षक |
| 967 | सुरभि - सुघान्दी, तर्पण, इष्टगंध, सौरभ, सुंगध, महक, खुशबू |
| 968 | सुबोध - सुगम, सरल, सुस्पष्ट, बोधगम्य |
| 969 | सर्वकालिक - चिरस्थायी, लगातार, अविरत, शाश्वत, निरंतर, सदैव |
| 970 | स्वर्ग - बैकुंठ, परलोक, दिव, द्युलोक, सुरलोक, देवलोक, ब्रम्हाधाम, द्यौ, दिव्यधाम |
| 971 | स्वच्छन्द - निर्बंध, स्वतंत्र, निरंकुश |
| 972 | स्वागत - खातिरदारी, सत्कार, सम्मान, मेहमाननवाजी, आदर आतित्य, मेहमानदारी |
| 973 | स्वावलंबन - स्वाश्रय, आत्माश्रय, आत्मानिर्भरता |
| 974 | स्वर्ण - कनक, सोना, हिरण्य, हेम, सुवर्ण, हारक, तामरस, कंचन |
| 975 | सदन - घर, गृह, आवास, निकेतन |
| 976 | सद्भाव - मेल-मिलाप, मेलजोल, समन्वय |
| 977 | सागर - समुद्र, नदीश, रत्नाकर, वारीश, पारावार, उदधि, अर्णव, पयोधि, सिन्धु, जलधि, अब्धि, अम्बुधि, सरित्पति, नीरनिधि, पयोनिधि, तोयनिधि, अब्धि, नीरधि |
| 978 | सरस्वती - वीणापाणि, वाणी, श्री, भाष्, हंसवाहिनी, ज्ञानदायिनी, भारती, शारदा, वाक् वाग्देवी, वागीश, वागेश्वरी |
| 979 | सर्प - भुजंग, नाग, अहि, सांप, उरग, व्याल, फणी, विषधर, हेन, सारंग |
| 980 | सभा - बैठक, महासभा, अधिवेशन, संगीति, परिषद |
| 981 | सीमा - वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकनन्दिनी, रामप्रिया, जनकतनया |
| 982 | सभ्यता - भद्रता, शीलवत्ता, शिष्टाचार, शिष्टता |
| 983 | सहेली - सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री, आली |
| 984 | समूह - समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, गण, वृन्द, दल, समुच्चय, संघ |
| 985 | समसामयिक - समकालीन, समव्यस्क, समकालिक |
| 986 | सम्पूर्ण - सारा, पूरा, समग्र, पूर्ण |
| 987 | सम्पर्क - मिलन, भेंट, मुलाकात, संयोग |
| 988 | समीप - आसन्न, निकट, पास, सन्निकट |
| 989 | समीक्षा - मीमांसा, आलोचना, निरूपण, विवेचना |
| 990 | सब - सम्पूर्ण, सारा, सर्व, समग्र, निखिल, अखिल, सकल, समस्त |
| 991 | संग्रह - संचय, जमाव, संकलन |
| 992 | संन्यासी - विरत, बैरागी, दंडी, परिव्राजक |
| 993 | संवेदना - हमदर्दी, सहानुभूति, दया, सहभावना, अनुकंपा, करूणा |
| 994 | संसार - लोक, जग, जगत, विश्व, जहान |
| 995 | संहार - अंत, ध्वंस, समाप्ति, नाश |
| 996 | संकल्प - प्रतिज्ञा, प्रण, वृत, निश्चय, दृढ़ |
| 997 | संध्या - शाम, साँझ, प्रदोषकाल, सांयकाल, गोधूलि |
| 998 | स्त्री - महिला, ललना, सुंदरी, कांता, कलत्र, रमणी, वनिता |
| 999 | सखी - सहेली, सहचरी, सैरंध्री |
| 1000 | सिंह - केशरी, नखायुध, बहुबल, व्याघ्र, मृगराज, केशरी, मृगेन्द्र, केहरि, शेर |
| 1001 | स्तुति - पूजा, अर्चना, प्रार्थना, आराधना |
| 1002 | हक - अधिकार, दावा, फर्ज, स्वत्व |
| 1003 | होशियार - बुद्धिमान, चतुर, पटु, समझदार, विवेकशील |
| 1004 | हार - पराजय, मात, शिकस्त, पराभाव, माला, मोहनमाला, कंठहार, अंकमालिका |
| 1005 | हाथी - गज, मतंग, वितुण्ड, कुंजर, द्विरद, दंती, वारण |
| 1006 | हाथ - कर, हस्त, भुजा, पाणि, भुजाग्र, बाहु, |
| 1007 | हंगामा - हलचल, उपद्रव, आंदोलन, उथल-पुथल, सनसनी, खलबली |
| 1008 | हंसी - हास्य, मुस्कान, स्मिति |
| 1009 | हंस - मुक्तमुक, सरस्वतीवाहन, मराल, मानसौक, कलकंठ, मराल |
| 1010 | हित - कल्याण, भला, भलाई, उपकार |
| 1011 | हिरन - मृग, सारंग, कुरंग, हरिण |
| 1012 | हिमालय - शैलेन्द्र, हिमाद्रि, हिमगिरी, गिरिराज, हिमपति |
| 1013 | हिमांशु - चन्द्रमा, निशिपति, हिमकर, क्षपानाथ, निशाकर |
| 1014 | हिम - तुषार, बर्फ, नीहार, तुहिन |
| 1015 | हिंसक - कातिल, खूनी, घातक, हत्यारा, जीवघाती |
| 1016 | क्षेत्र - इलाका, प्रदेश, भूखण्ड, भूभाग |
| 1017 | क्षुब्ध - विकल, उद्विग्न, व्याकुल |
| 1018 | क्षीर - दूध, दुग्ध, गोरस |
| 1019 | क्षीण - कमजोर, दुर्बल, अशक्त, कृश |
| 1020 | क्षमता - बल, ताकत, शक्ति, सामर्थ्य |
| 1021 | क्षय - यक्ष्मा, तपेदिक, राजरोग |
| 1022 | क्षणभंगुर - नश्वर, क्षणिक, अनित्य, अस्थिर |
| 1023 | त्रुटि - गलती, भूल-चूक |
| 1024 | ज्ञानी - विद्वान, आलिम, विवेकी, सुविज्ञ, ज्ञानवान |
| 1025 | श्रमिक - मजदूर, मेहतनकश, कामकार, श्रमजीवी |
| 1026 | श्री - सौंदर्य, धन, संपत्ति, ऐश्वर्य शोभा, चमक, आभा |
| 1027 | श्रेष्ठ - उत्कृष्ट, सर्वोत्तम, अद्वितीय, उत्तम, अनुपम |
